नया साल शुरू होते ही इन 3 बैंकों ने बढ़ाईं कर्ज दरें, कहीं आपकी तो नहीं चल रही EMI
इस फैसले से नए लोन ग्राहकों को तो लोन उच्च दरों पर मिलेगा ही, साथ ही उन मौजूदा लोन बॉरोअर्स की EMI भी बढ़ जाएगी जिनके लोन MCLR पर बेस्ड हैं.
नए साल 2023 की शुरुआत के साथ ही देश के 3 बैंकों ने झटका दिया है. इन बैंकों ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.40 प्रतिशत तक की वृद्धि की है और नई दरें 1 जनवरी 2023 से प्रभावी हो चुकी हैं. ये तीन बैंक हैं पंजाब नेशनल बैंक (PNB), ICICI बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India). इस फैसले से नए लोन ग्राहकों को तो लोन उच्च दरों पर मिलेगा ही, साथ ही उन मौजूदा लोन बॉरोअर्स की EMI भी बढ़ जाएगी जिनके लोन MCLR पर बेस्ड हैं. आइए जानते हैं कि इन बैंकों की नई MCLR अब कितनी हो गई है...
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक ने 1 जनवरी 2023 से बेस रेट (Base Rate) को बढ़ाकर 9 प्रतिशत सालाना कर दिया है. पहले यह 8.80 प्रतिशत सालाना थी. वहीं MCLR में पीएनबी ने 0.40 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. पीएनबी की 1 जनवरी 2023 से प्रभावी नई MCLR इस तरह हैं...
बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR में 0.15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. नई दरें 1 जनवरी 2023 से प्रभावी हैं और इस तरह हैं...
ICICI बैंक
निजी क्षेत्र के ICICI बैंक ने MCLR में 0.25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. नई दरें 1 जनवरी 2023 से प्रभावी हुई हैं. ICICI बैंक की नई MCLR (Marginal Cost of Funds Based Lending Rates) इस तरह हैं...
PNB ने बंद की अपनी एक FD स्कीम
पंजाब नेशनल बैंक के बारे में एक खबर यह भी है कि बैंक (Punjab National Bank) ने अपनी एक एफडी (Fixed Deposit) स्कीम को बंद कर दिया है. यह एफडी स्कीम 'पीएनबी वार्षिक आय योजना' (PNB Varshik Aay Yojna) है. इस बारे में बैंक ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध कराई है. दरअसल पीएनबी वार्षिक आय योजना का विलय, पीएनबी स्पेशल डिपॉजिट स्कीम (PNB Special Deposit Scheme) में कर दिया गया है. पंजाब नेशनल बैंक की वेबसाइट के अनुसार, “हमारे सम्मानित ग्राहकों, विशेष रूप से हमारे फिक्स्ड डिपजिट 'पीएनबी वार्षिक आय योजना' के खाताधारकों को इस स्कीम को बंद करने और पीएनबी स्पेशल डिपॉजिट स्कीम के साथ पीएनबी वार्षिक आय योजना के विलय के बारे में सूचित किया जाता है. पीएनबी वार्षिक आय योजना के तहत खाता रखने वाले मौजूदा खाताधारकों के खातों में योजना के तहत उपलब्ध/प्राप्त लाभ जारी रहेंगे.” यानी जिन लोगों का पहले से पीएनबी वार्षिक आय योजना के तहत खाता चल रहा है, उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा.