शिल्पा शेट्टी अब अपने ऐप से घर-घर तक पहुंचाना चाहती हैं सेहत के ख़ास मंत्र
शिल्पा शेट्टी ने पूरे देश में फ़िटनेस के प्रति जागरूकता फैलाने की जो मुहिम शुरू की थी, उसमें एक नया पन्ना जोड़ दिया है। उनका नया ऐप- द शिल्पा शेट्टी ऐप, वर्कआउट्स, न्यूट्रिशन और विभिन्न प्रकार के अन्य प्रोग्राम्स से संबंधित है, जो हेल्दी और फ़िट रहने में आपकी मदद करेंगे।
ऐक्ट्रेस, इनवेस्टर, हेल्थ और फ़िटनेस एक्सपर्ट शिल्पा शेट्टी मानती हैं कि आपको जो पंसद है उसे जारी रखने की कोई उम्र नहीं होती। शिल्पा उन कुछ चुनिंदा महिलाओं में से एक हैं, जो 40 की उम्र तक भी अपनी फ़िटनेस को पूरा तवज्जो देती हैं और जिन्होंने इस बढ़ती उम्र में भी 'सेक्सी और सुडौल' दिखने की परिभाषा को बदल कर रख दिया है।
अब शिल्पा ने अपने फ़िटनेस मंत्र को और लोगों तक पहुंचाने तक फ़ैसला लिया है और इस उद्देश्य के साथ ही उन्होंने "द शिल्पा शेट्टी ऐप" लॉन्च किया है। डिजी ऑसमोसिस के फ़ाउंडर मनीष कुमार ने शिल्पा शेट्टी का ऐप लॉन्च कराने के लिए उनसे साथ पार्टनरशिप की थी। इसका उद्देश्य है कि लोगों को उनके मनचाहे लक्ष्य तक पहुंचने में बहुत ही साधारण और आत्मीय तरीक़ों से मदद दी जाए।
ऐप को 15 प्रोग्राम्स के साथ लॉन्च किया गया था। इन प्रोग्राम्स में 21 दिनों में वज़न घटाने के लिए प्रोग्राम से लेकर फ़्लैट बेली प्रोग्राम, पोस्ट-प्रेग्नेंसी वेट लॉस प्रोग्राम, नियमित योगा और डाइट से संबंधित प्रोग्राम आदि शामिल हैं।
ऐप को लॉन्च हुए अभी ज़्यादा समय नहीं हुआ है और ऐप को यूज़र्स की शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। आईओएस प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध हेल्थ और फ़िटनेस ऐप्स में से यह ऐप तीसरे नंबर पर है।
हर स्टोरी से फ़ोन पर हुई बातचीत में शिल्पा ने कहा, "मेरा मुख्य लक्ष्य है अच्छी हेल्थ और अगर मैं इस संबंध में जागरूकता फैला सकूं तो मुझे काफ़ी ख़ुशी होगी।"
शिल्पा पढ़ने की शौक़ीन हैं और सेहत हमेशा से ही उनका पसंदीदा विषय रहा है। यहीं से उनकी इस यात्रा की शुरुआत होती है। ऐप लॉन्च करने से पहले शिल्पा शेट्टी योगा डीवीडी और वेलनेस चेन लॉसिस लॉन्च कर चुकी हैं। लॉसिस में वह को-ओनर हैं। 2018 में उन्होंने एक स्टार्टअप में इनवेस्ट किया था और इतना ही नहीं, वह सेहत से जुड़े विषयों पर किताबें भी प्रकाशित कर चुकी हैं।
इस संबंध में शिल्पा कहती हैं, "यह सब कुछ बस होता चला गया और इसलिए मैं आपको कोई सटीक समय नहीं बता सकती, जहां से इस यात्रा की शुरुआत हुई।"
शिल्पा कहती हैं प्रेग्नेंसी के बाद भी अपने शरीर को सुडौल और सेहतमंद बनाए रखना कोई रॉकेट साइंस नहीं है और सभी को इसकी जानकारी होनी चाहिए। यही वजह रही कि उन्होंने ख़ुद ही इन बातों को सबसे साझा किया। शिल्पा कहती हैं कि फ़िटनेस का संबंध सिर्फ़ एक ख़ास डाइट नहीं होता। वह बताती हैं कि वह रोज़ाना घर का आम खाना ही खाती हैं, जो अधिकतर घरों में खाया जाता होगा।
शिल्पा बताती हैं कि इसकी शुरुआत उन्होंने एक ऑन्त्रप्रन्योर के नज़रिए से नहीं की थी। दो साल बाद जब उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर फ़्री रेसपीज़ पोस्ट करना शुरू किया, तब उन्होंने तय किया कि वह अपने वर्कआउट के विडियोज़ भी पोस्ट करेंगी, लेकिन तब उन्हें लगा कि अगर वह फ़्री रखेंगी तो लोग इसे वैसे फ़ॉलो नहीं करेंगे, जैसे वह चाहती हैं।
साथ ही शिल्पा को लगा कि अगर वह इसे ऐप पर डालना चाहती हैं तो उन्हें तकनीकी पहलू पर भी गौर करना होगा। इसलिए उन्होंने सारे विडियोज़ फिर से शूट किए और वर्कआउट के टेक्निकल और फ़िजिटल पहलुओं के बारे में और अधिक जानकारी शामिल की।
शिल्पा कहती हैं, "मैं वर्कआइट के पीछे के विज्ञान को साझा करना चाहती थी और मैंने 200 घंटे के अतिरिक्त कॉन्टेन्ट की शूटिंग, जिसे पूरा करने में 2 साल लगे। अंततः इसने एक वेंचर का रूप लिया और अब हम जल्द ही नए विडियोज़ भी ऐप पर लॉन्च करेंगे।" शिल्पा कहती हैं कि दो सालों की मेहनत के जब ऐप लॉन्च हुआ और उनके बिज़नेस पार्टनर ने उन्हें बताया कि दो दिनों में ही वे चार्ट में टॉप पर पहुंच गए हैं तो उन्हें भरोसा ही नहीं हुआ।
शिल्पा का कहना है कि यह गारंटी नहीं दी जा सकती है कि ऐप पर मौजूद चीज़ें मान लेने से और उनका पालन कर लेने से एक महीने में 10 किलो वज़न कम हो जाएगा, लेकिन इस बात की गारंटी है कि अगर आप सही ढंग से सेहत का ख़्याल रखना जारी रखेंगे तो आप अपनी जीवनशैली और सेहत दोनों में ही बड़ा सुधार देखेंगे। उनका कहना है कि ऐप पर मौजूद कॉन्टेन्ट को कुछ समय तक फ़ॉलो करने के बाद आपको समझ आएगा कि हम आप से ख़ास समय पर और ख़ास तरह से खाने के लिए क्यों कह रहे हैं।
2018 में शिल्पा शेट्टी ने मामाअर्थ नाम के एक मदर ऐंड चाइल्ड केयर स्टार्टअप में निवेश किया था। शिल्पा स्टार्टअप में इक्विटी इनवेस्टर हैं। शिल्पा का कहना है कि जो लोग अपने जुनून को लेकर चलते हैं, उन पर उन्हें बहुत भरोसा होता है।
अपने व्यस्त जीवन में भी शांत रहने का सूत्र बताते हुए शिल्पा कहती हैं कि उन्हें सबसे ज़्यादा शांति 15-20 मिनट के मेडिटेशन के दौरान मिलती है, जिसे वह रोज़ करती हैं।