फीमेल एक्टर को मिलने चाहिए मेल एक्टर के बराबर पैसे? अनिल कपूर का ये जवाब सुनकर आप भी करेंगे उन्हें सलाम
बॉलीवुड में अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को मिलने वाले फीस में बड़ा अंतर देखने को मिलता है। आमतौर पर अभिनेताओं को अभिनेत्रियों की तुलना में कहीं अधिक फीस मिलती है, जिसके कारण यह बताया जाता है कि सिनेमा हॉल में दर्शकों को लाने का काम अभिनेता ही करते हैं।
"आमतौर पर अभिनेताओं को अभिनेत्रियों की तुलना में कहीं अधिक फीस मिलती है, जिसके कारण यह बताया जाता है कि सिनेमा हॉल में दर्शकों को लाने का काम अभिनेता ही करते हैं। इसके उलट कई बार ऐसा भी हुआ है जब अभिनेत्रियों को अभिनेताओं से अधिक फीस भी मिली है, लेकिन ऐसा कम ही बार देखने को मिला है।"
हाल ही में सामने आई कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि बॉलीवुड के बादशाह यानी शाहरुख खान ने अपनी आगामी फिल्म पठान के लिए बतौर फीस 100 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि ली है, लेकिन यहाँ सवाल ये उठता है कि इसी फिल्म के लिए उनकी हीरोइन को भी क्या इतनी ही राशि फीस के तौर पर मिली होगी, जवाब सबको पता है- नहीं।
बॉलीवुड में अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को मिलने वाली फीस में बड़ा अंतर देखने को मिलता है। आमतौर पर अभिनेताओं को अभिनेत्रियों की तुलना में कहीं अधिक फीस मिलती है, जिसके कारण यह बताया जाता है कि सिनेमा हॉल में दर्शकों को लाने का काम अभिनेता ही करते हैं। इसके उलट कई बार ऐसा भी हुआ है जब अभिनेत्रियों को अभिनेताओं से अधिक फीस भी मिली है, लेकिन ऐसा कम ही बार देखने को मिला है। अपने निभाए किरदार मिस्टर इंडिया के नाम से मशहूर दिग्गज अभिनेता अनिल कपूर ने इस बारे में खुलकर बात की है।
कहाँ बोले अनिल?
अनिल कपूर अभिनेत्री करीना कपूर के टॉक शो में शिरकत करने गए थे, जिसे एक रेडियो चैनल होस्ट करता है। यह शो बीते साल 29 दिसंबर को प्रसारित किया गया था। जब करीना ने अनिल कपूर से कहा कि हॉलीवुड के कुछ मेल एक्टर्स ने काम करने से मना किया है, जब तक कि उनकी फीमेल एक्टर्स को बराबर सैलरी न मिले। करीना ने आगे पूछा कि क्या बॉलीवुड में भी अभिनेताओं को इसी तरह के कदम उठाने चाहिए।
इसपर अनिल कपूर ने जवाब देते हुए कहा,
“ऐसी कई फिल्में रही हैं जहां अभिनेत्रियों ने मुझसे अधिक फीस ली है और मैंने इसे सेलिब्रेट किया है। मैं मानता हूँ कि महिलाएं सुपीरियर हैं और वो अपने निर्णय खुद लेती हैं।”
अनिल ने आगे कहा कि आज की अभिनेत्रियाँ वीमेन सेंट्रिक किरदार करना पसंद करती हैं, लेकिन कहीं न कहीं वो डर जाती हैं और बड़े अभिनेताओं के साथ फिल्म करती हैं क्योंकि ऐसा करना उन्हे अधिक सुरक्षित लगता है।
माइंडसेट बदलना जरूरी
अनिल के साथ ही शो में शामिल हुए निर्देशक अनुराग कश्यप ने इस बारे में खुलकर बात करते हुए कहा कि उन्हे लगता है कि इसकी शुरुआत नीचे से होनी चाहिए। फिल्म में काम करने वाले क्रू और अन्य स्टाफ यहाँ तक कि स्क्रिप्टराइटर को भी अधिक पैसे मिलने चाहिए।
करीना ने जब अनुराग से यह पूछा कि बच्चे होने के बाद अभिनेत्रियों को करियर में कई तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसके जवाब में अनुराग ने कहा कि इंडस्ट्री में महिलाओं को लेकर एक निश्चित माइंडसेट है जिसे बदलने की जरूरत है। महिलाओं को एक ही ढंग से देखा जाता है और उन्हे टाइपकास्ट किया जाता है।
अनिल ने की बड़ी पहल
इस दौरान बात करते हुए अनिल ने कहा कि अगर किसी के पास ऐसी स्क्रिप्ट है जिसमें एक सशक्त महिला का किरदार है तो उसे उनके पास भेजें। अनिल ने कहा ऐसी स्क्रिप्ट को उनके पास, उनकी बेटी रिया और सोनम या अनुराग के पास भेजा जा सकता है और ऐसी स्क्रिप्ट का हमेशा स्वागत रहेगा और हम इसपर काम करेंगे।
टॉक शो के अंत में जब करीना ने यह पूछा कि यदि काम के दौरान किसी महिला के साथ दमन किया जाता है तो ऐसे में उसे क्या करना चाहिए, इसके जवाब में अनुराग ने कहा कि सभी को खुलकर बोलने की जरूरत है। हमें यह सिखाया जाता है कि समस्या है तो उसके साथ डील करो, लेकिन हम उसके बारे में खुलकर बात नहीं करते हैं, हमें खुलकर बात करने की जरूरत है।
Edited by Ranjana Tripathi