क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं? इन गलतफहमियों से रहें बचके
क्रेडिट कार्ड को लेकर कुछ गलतफहमियां या यूं कहें भ्रांतियां फैली हुई हैं. इनके चलते कई लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने से दूर भागते हैं.
किसी भी प्रॉडक्ट को लेकर गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए, बल्कि उस प्रॉडक्ट के बारे में डिटेल में जानकारी हासिल करनी चाहिए . क्रेडिट कार्ड (Credit Card) भी इससे अछूता नहीं हैं. क्रेडिट कार्ड को लेकर कुछ गलतफहमियां या यूं कहें भ्रांतियां फैली हुई हैं. इनके चलते कई लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने से दूर भागते हैं. आइए जानते हैं क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कुछ गलतफहमियों के बारे में…
जीरो फीस वाले कार्ड बेहतर
कई लोग जीरो फीस वाले क्रेडिट कार्ड लेते हैं. लेकिन क्रेडिट कार्ड को अपने खर्च के तरीके के हिसाब से चुनना चाहिए. ज्यादातर क्रेडिट कार्ड खास टार्गेटेड यूजर्स को ध्यान में रखकर लॉन्च किए जाते हैं. उन यूजर्स के ट्रांजेक्शंस के अनुरूप विशेष फायदों या रिवॉर्ड पॉइंट की पेशकश की जाती है. जैसे कि शॉपिंग कार्ड ग्रॉसरी, लाइफस्टाइल व अन्य रिटेल खर्चों पर उच्च फायदों की पेशकश करते हैं, ट्रैवल क्रेडिट कार्ड यात्रा, होटल में रहने और डाइनिंग पर उच्च रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक और डिस्काउंट ऑफर करते हैं.
मिनिमम ड्यू अमाउंट पर फाइनेंस चार्ज नहीं
कई लोग यह सोचते हैं कि कार्ड बिल का मिनिमम ड्यू अमाउंट अगर चुका दिया तो उन पर फाइनेंस चार्ज नहीं लगेगा. लेकिन यह सच नहीं है. मिनिमम ड्यू अमाउंट चुका देने से आप केवल लेट पेमेंट फीस से बच जाएंगे. बाकी बकाया बिल राशि पर फाइनेंस चार्ज लगेगा ही लगेगा. इसलिए क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट की आखिरी तारीख तक पूरा बकाया चुका दें.
आर्थिक स्थिति के लिए नुकसानदायक
कुछ लोगों को डर होता है कि अगर वे क्रेडिट कार्ड लेंगे तो हो सकता है कि वे कर्ज के जाल में फंस जाएं. उन्हें आशंका रहती है कि क्रेडिट कार्ड पास रहने से वे ज्यादा खर्च करने लगेंगे. लेकिन हकीकत यह है कि कर्ज के जाल में व्यक्ति तभी फंसता है, जब उसमें आर्थिक अनुशासन नहीं होता है. सरल शब्दों में जो अपने खर्चों को नियंत्रित करना नहीं जानता और अति उत्साहित होकर खर्च करता है. जिन लोगों में आर्थिक अनुशासन है, वह क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करके इसे अपने लिए फायदेमंद बना सकते हैं.
क्रेडिट लिमिट बढ़ाना हानिकारक
कई क्रेडिट कार्डधारक अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से बचते हैं. उन्हें डर होता है कि क्रेडिट लिमिट बढ़ने से वे अधिक खर्च करने लगेंगे. लेकिन अगर सावधानी से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया जाए तो अधिक क्रेडिट लिमिट जरूरत के वक्त मददगार साबित होगी. आपके लिए किसी इमरजेंसी की स्थिति में खर्च संभालना आसान हो सकता है. इसके अलावा उच्च क्रेडिट लिमिट से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो घटेगा, जिससे आगे चलकर क्रेडिट स्टोर बढ़ जाएगा.