भारी बिकवाली से सेंसेक्स 874 अंक लुढ़का, अडानी की कंपनियों के शेयर 20% तक गिरे
दरअसल Hindenburg Research ने एक रिपोर्ट जारी की है और गौतम अडानी पर घोटाले का आरोप लगाया है.
अडानी समूह (Adani Group) की कंपनियों और बैंक एवं वित्तीय शेयरों में भारी बिकवाली के साथ विदेशी निवेशकों की निकासी जारी रहने से शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार (Stock Markets) में जोरदार गिरावट आई. गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनियों के बारे में एक प्रतिकूल शोध रिपोर्ट आने से भारतीय बाजार में तेज गिरावट आई. अडानी समूह की कंपनियों के शेयर 20 प्रतिशत तक गिरे हैं. इसका असर बैंकिंग शेयरों पर इसलिए देखा गया क्योंकि अडानी समूह को कर्ज देने वाले बैंकों पर जोखिम बढ़ता लग रहा है. निजी बैंकों की तुलना में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर इसकी मार अधिक पड़ी.
दरअसल Hindenburg Research ने एक रिपोर्ट जारी की है और गौतम अडानी पर घोटाले का आरोप लगाया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी ग्रुप स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड में शामिल है. रिपोर्ट में कंपनी पर सीधे-सीधे घोटाला करने का आरोप लगाया गया है. रिपोर्ट सामने आने के बाद गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई. हालांकि, अडानी ग्रुप (Adani Group) ने रिपोर्ट को गलत करार दिया है. अडानी समूह हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ ‘दंडात्मक कार्रवाई’ को लेकर कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है, वहीं हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर पूरी तरह कायम है.
तगड़ी बिकवाली के बीच टाटा मोटर्स चमका
बीएसई का तीस शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स (BSE Sensex) 874.16 अंकों की भारी गिरावट के साथ 59,330.90 पर बंद हुआ. यह एक महीने से भी अधिक समय का सबसे निचला स्तर है. कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 1,230.36 अंक तक गिरकर 58,974.70 पर भी आ गया था. सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज को सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा. एसबीआई का शेयर सबसे ज्यादा 5 प्रतिशत टूटा है. इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक है, जो 4.4 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ है. बीएसई पर लिस्टेड 30 कंपनियों में से 8 के शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं.
बाजार में जारी तगड़ी बिकवाली के बीच टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर बढ़त लेने में सफल रहे. कई तिमाहियों के बाद मुनाफे की स्थिति में लौटी टाटा मोटर्स के शेयरों में सर्वाधिक 6.34 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई. आईटीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट ने भी बढ़त ली.
Nifty50 के टॉप गेनर्स व लूजर्स
इसी तरह एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी (NSE Nifty) 287.60 अंकों की गिरावट के साथ 17,604.35 पर खिसक गया. यह गत 23 दिसंबर के बाद निफ्टी की एक दिन में दर्ज सबसे बड़ी गिरावट है. एनएसई पर ऑटो, एफएमसीजी, फार्मा और हेल्थकेयर को छोड़कर अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं. सबसे ज्यादा 5.60 प्रतिशत की गिरावट निफ्टी ऑयल एंड गैस में है, जो कि 5.6 प्रतिशत की है. इसके बाद निफ्टी पीएसयू बैंक 5.43 प्रतिशत, निफ्टी मेटल 4.7 प्रतिशत और निफ्टी बैंक 3.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए है. निफ्टी पर टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, डॉ. रेड्डीज, आईटीसी, सिप्ला टॉप गेनर्स रहे. वहीं अडानी एंटरप्राइजेस, अडानी पोर्ट्स, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक टॉप लूजर्स रहे.
अडानी की किस कंपनी का शेयर कितना गिरा
Hindenburg Research की ओर से जारी रिपोर्ट का असर कुछ इस कदर हुआ है कि अडानी ग्रुप की लिस्टेड 7 में से 5 कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को लोअर सर्किट लग गया. ट्रेडिंग के दौरान किसी का शेयर 5 प्रतिशत गिरा तो किसी का 20 प्रतिशत तक नीचे आ गया. अडानी एंटरप्राइजेस का शेयर 18.5 प्रतिशत तक, अडानी पोर्ट्स का शेयर 16 प्रतिशत, अडानी ग्रीन एनर्जी 20 प्रतिशत, अडानी पावर 5 प्रतिशत, अडानी ट्रांसमिशन 20 प्रतिशत, अडानी टोटल गैस 20 प्रतिशत और अडानी विल्मर 5 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ है. इन कंपनियों के अलावा अंबुजा सीमेंट 17.16 प्रतिशत और एसीसी सीमेंट 13.20 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ है. बता दें कि एसीसी और अंबुजा सीमेंट हाल ही में अडानी ग्रुप के तहत आई हैं.
अडानी एंटरप्राइजेस शुक्रवार को ही 20,000 करोड़ रुपये का अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लेकर आई थी. लेकिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट के असर में उसके शेयर 18.52 प्रतिशत तक धराशायी हो गए. गौतम अडानी की नेटवर्थ भी 22.6 अरब डॉलर घट गई है और वह दुनिया के अमीरों की फोर्ब्स की लिस्ट में 96.6 अरब डॉलर के साथ 7वीं पोजिशन पर आ गए हैं.
GTL इन्फ्रा में भी बड़ी गिरावट
इसके अलावा एक और कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई और वह कंपनी है- जीटीएल इन्फ्रा. इस कंपनी का शेयर 19.4 प्रतिशत टूटा है. इसकी वजह है कि सीबीआई ने आईडीबीआई बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह से लिए गए 4,760 करोड़ रुपये के कर्ज के एक बड़े हिस्से को कथित रूप से अन्य जगह इस्तेमाल किए जाने के आरोप में दूरसंचार इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी जीटीएल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. सीबीआई ने कंपनी, अज्ञात निदेशकों, अधिकारियों और वेंडर पर भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है.
वैश्विक बाजारों की चाल
एशिया के अन्य बाजारों में सोल, टोक्यो और हांगकांग के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए. यूरोप के शेयर बाजारों में भी बढ़त का रुख देखा जा रहा था. एक दिन पहले अमेरिकी बाजार भी लाभ में रहे थे. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.35 प्रतिशत चढ़कर 88.65 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इस बीच विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी जारी रखी है. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक एफआईआई ने बुधवार को 2,393.94 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की थी. गणतंत्र दिवस के मौके पर गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार बंद था. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे की तेजी के साथ 81.53 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ.