Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

इंस्टाग्राम बिक्री के साथ इस महिला ने ऑनलाइन शुरू किया बिजनेस, अब प्रति माह कमाती हैं 80k रुपये

महामारी से प्रभावित, भावना मनोज देसवानी ने अपने परिवार द्वारा संचालित बुटीक में व्यवसाय लाने में मदद करने के लिए एक इंस्टाग्राम स्टोर लॉन्च किया। उन्होंने मास्क बेचकर शुरुआत की और अब ऑनलाइन हेयर एक्सेसरीज और परिधान बेचती हैं।

इंस्टाग्राम बिक्री के साथ इस महिला ने ऑनलाइन शुरू किया बिजनेस, अब प्रति माह कमाती हैं 80k रुपये

Thursday July 08, 2021 , 4 min Read

"छह बहनों में से एक भावना ने आठ साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था और सिलाई के काम में अपनी मां की मदद करनी शुरू कर दी थी। जब वह 10वीं कक्षा में थी, तब तक उन्होंने कपड़े सिलना और विभिन्न प्रकार की कढ़ाई करना शुरू कर दिया था।"

k

अधिकांश व्यवसायों की तरह, भावना मनोज देसवानी का पारिवारिक व्यवसाय भी COVID-19 से प्रभावित था। परिवार राजस्थान के अमरावती में महिलाओं के कपड़ों के लिए एक बुटीक चलाया है और लॉकडाउन से इसे भारी झटका लगा।


लेकिन लॉकडाउन दो बच्चों की 43 वर्षीय मां भावना को नहीं रोका पाया, जिन्होंने इंस्टाग्राम के माध्यम से व्यवसाय को ऑनलाइन करने का फैसला किया। आज उनकी आमदनी का 80 प्रतिशत के करीब इंस्टाग्राम से आता है और वह हर महीने 50,000 रुपये से 80,000 रुपये के बीच कमाती हैं। बीएड ग्रेजुएट भावना शादी से पहले एक स्कूल में शिक्षिका थीं। हालाँकि, उनके लिए अध्यापन जारी रखना कठिन होता जा रहा था।


वह बताती हैं,

“घरेलू काम और बाहर के कामों को करना काफी कठिन हो गया। मुझे घर पर सब कुछ संभालना था, और यह सुनिश्चित करना था कि मेरे बच्चे मेरे जाने से पहले स्कूल जाएं, स्कूल का काम तैयार करना और घर संभालना, सब मुझ पर था। इसलिए, मैंने पढ़ाना छोड़ दिया।”

उन्होंने टेक्सटाइल के पारिवारिक व्यवसाय और उनके स्वामित्व वाले बुटीक में शामिल होने का फैसला किया। फैशन और कपड़ा व्यवसाय में आना भावना के लिए कोई नई बात नहीं थी क्योंकि उनके मामा का घर भी इसी व्यवसाय में है, और वह पढ़ाते समय भी अपने ससुराल वालों की घर से मदद करती रही हैं।

टीचिंग से लेकर फैशन तक

छह बहनों में से एक भावना ने आठ साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था और सिलाई के काम में अपनी मां की मदद करनी शुरू कर दी थी। जब वह 10वीं कक्षा में थी, तब तक उन्होंने कपड़े सिलना और विभिन्न प्रकार की कढ़ाई करना शुरू कर दिया था।


वह बताती हैं,

"2000 तक, मैं पारिवारिक बुटीक का हिस्सा थी, और युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए अपने मेड-टू-ऑर्डर कपड़ों की लाइन को जारी रखा।" व्यवसाय बिना किसी गड़बड़ के चल रहा था, लेकिन महामारी और उसके बाद लॉकडाउन ने काम को प्रभावित किया।

वह कहती हैं,

“इस दौरान, मेरी छोटी बेटी निफ्ट में जाना चाह रही थी। हम महामारी के बीच उसके लिए कॉलेजों को देख रहे थे। उसने अप्लाई करना जारी रखा, और जब हम सोच रहे थे कि आगे क्या करना है, उसी दौरान मैंने अपनी बेटी और उसके दोस्तों के लिए कुछ मास्क बनाए, जिन्होंने इसे इंस्टाग्राम पर डाला।” 

इंस्टाग्राम पर बिक्री

उनकी बेटी ने जल्द ही उन्हें ऑनलाइन बेचने की सलाह दी और, एक दूसरे से तारीफ के साथ, भावना का मेड-टू-ऑर्डर व्यवसाय इंस्टाग्राम पर चला गया।


वह कहती हैं,

“शुरुआत में, लोगों की मास्क के लिए और वे जिस तरह के मास्क चाहते थे इसको लेकर कई रिक्वेस्ट थीं। हमने जल्द ही हेयर एक्सेसरीज लॉन्च की। 2020 में, मैंने करीब 4,000 मास्क बेचे। इन कस्टमर्स और क्लाइंट्स ने जल्द ही मुझसे उनके लिए अलग-अलग तरह के कपड़े और ड्रेस बनाने के लिए कहा।”

सितंबर तक, भावना मास्क, बालों के सामान और कपड़े, कुर्तियां, बच्चों के वस्त्र, और बहुत कुछ बेच रही थीं। वह कढ़ाई, पेंटिंग, छपाई, बुनाई और अन्य विकल्पों के साथ वस्त्र, साड़ी और दुपट्टे को कस्टमाइज करती हैं।


उन्होंने डिलीवरी के लिए शिपरॉकेट के साथ करार किया। लोग इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं और भावना पूरे भारत में पैकेज भेजती है। 1 किलो के पैक का लॉजिस्टिक चार्ज 50 रुपये है।


ऑनलाइन बिक्री हर महीने उनकी आय में 50,000 रुपये से 80,000 रुपये का योगदान करती है।


भावना कहती हैं,

“आज मैं पूरे बेंगलुरु में, और असम और पांडिचेरी में बेचती हूँ। मुझे ड्रेस बनाने और उसे शिप करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगता है। इनमें से अधिकांश डिलीवरी मेरी बेटी द्वारा संभाली जाती हैं, और जो भी ऑर्डर और डिजाइन मेरे पास आते हैं, मैं उसे बनाना जारी रखती हूं।”


Edited by Ranjana Tripathi