एक खास संदेश लेकर हजारों किलोमीटर दौड़ चुकी हैं ये महिला, अब लगाना चाहती हैं धरती का चक्कर
आज देश भर में दौड़ लगाकर सूफिया हजारों किलोमीटर का सफर तय करते हुए एक खास संदेश लोगों तक पहुंचा रही हैं। अजमेर की रहने वाली सूफिया खान दौड़ शुरू करने से पहले 10 साल तक एविएशन इंडस्ट्री में थीं जहां वे ग्राउंड हैंडलिंग डिपार्टमेंट में काम किया करती थीं।
सूफिया के अनुसार वे अक्सर नाइट शिफ्ट में काम करती थीं और इस दौरान उन्होने यह पाया कि वे अपनी सेहत का उतना ख्याल नही रख पा रही थीं।
इसी दौरान सूफिया ने तय किया अब वे अपने और अपनी सेहत के लिए समय निकालेंगी। सूफिया ने सबसे पहले दौड़ लगानी शुरू की और यहाँ से दौड़ के प्रति उनके भीतर एक रुचि पैदा होनी शुरू हो गई। सूफिया ने इसी दौरान मैराथन में भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि अपने मिशन को पूरा करने के लिए सूफिया ने अपनी नौकरी को ही अलविदा कह दिया था।
बनाया गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड
सूफिया के लिए इस रास्ते पर आगे बढ़ने की शुरुआत करना उतना आसान नहीं था। सूफिया ने इसकी शुरुआत साल 2017 में की थी और इसके लिए उन्होने दिल्ली-आगरा-जयपुर मार्ग को चुना था। सूफिया ने इस दौरान 720 किलोमीटर की दूरी 16 दिनों में पूरी की थी।
साल 2019 में सूफिया ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक दौड़ लगाने का प्लान तैयार किया, हालांकि इस दौरान सूफिया के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे। सूफिया को इस बीच लोगों का काफी समर्थन मिला और वे भारत को एक्सप्लोर कर सकीं। साल 2021 में सूफिया ने दिल्ली-कोलकाता-चेन्नई-मुंबई-दिल्ली का 6 हज़ार किलोमीटर का सफर 110 दिनों में पूरा किया, यह एक गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड भी है।
यह सफर लगातार जारी रहे इसके लिए सूफिया को बड़ी संख्या में लोगों से मदद भी हासिल हुई। सूफिया हमेशा से ही एक सकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़ रही हैं और उन्हें इसकी प्रेरणा देश के तमाम हिस्सों से मिलती हैं। सूफिया के अनुसार यात्रा के दौरान उन्हें अलग-अलग लोगों से मिलकर बेहद खुशी मिलती है।
लोगों तक पहुंचा रही हैं संदेश
आज खुद लगातार दौड़ लगा रही सूफिया देश के तमाम हिस्सों में रह रहे लोगों तक खास संदेश पहुंचाने का काम भी कर रही हैं। सूफिया का यह संदेश HOPE (Humanity, Oneness, Peace and Equality) का है। सूफिया के अनुसार भारत को विविधता में एकता का देश कहा जाता है और वे देश के तमाम कोनों में जाकर इस बात को अनुभव भी कर रही हैं।
सूफिया के अनुसार वे चाहती हैं कि देश के एक हिस्से में बैठे लोग देश के किसी भी अन्य हिस्से को लेकर किसी बुरी मान्यता को अपने मन में जगह ना दें क्योंकि बड़ी संख्या में अच्छे लोग हर जगह पर मौजूद हैं।
सूफिया के अनुसार उन्हें देश के हर कोने में लोगों से समर्थन मिला है और वे अपने अनुभव से ही यह बात बोल रही हैं। अब साल 2024 में सूफिया दौड़ लगाते हुए पूरी धरती का चक्कर लगाना चाहती हैं और वे लोगों के बीच दीवार खत्म करने का संदेश फैलाना चाहती हैं।
Edited by Ranjana Tripathi