Paytm के दोबारा सीईओ बने विजय शेखर शर्मा
दिग्गज फिनटेक डेकाकॉर्न (कंपनी जिसकी वैल्यूएशन 10 बिलियन डॉलर पार हो)
के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Paytm founder Vijay Shekhar Sharma) को कंपनी के शेयरधारकों ने अगले 5 साल के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पद के लिए फिर से चुना है. पेटीएम की पैरेंट कंपनी है.स्टॉक एक्सचेंज को रविवार को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि शुक्रवार को हुई एजीएम की बैठक में यह निर्णय लिया गया. शर्मा को कुल 99.67 फीसदी मत मिले.
शर्मा ने फिनटेक कंपनी की सालाना बैठक में कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2018-19 से ही अपने विस्तार पर काम कर रही है. कंपनी ने 2019-20 से ही मुद्रीकरण की राहों पर चलना शुरू कर दिया था. कंपनी पोस्ट ऑपरेशनल प्रॉफिट के दौर में चल रही है.
विजय शेखर शर्मा ने शुक्रवार को सम्पन्न कंपनी की 22वीं एनुअल जनरल मीटिंग में शेयरहोल्डर्स से कहा था कि कंपनी शेयरों के भाव (Paytm Share Price) पर किसी तरह का दखल नहीं रखती है लेकिन मैनेजमेंट कंपनी को लाभप्रद बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 तक कंपनी विस्तार की मुहिम में लगी हुई थी और वर्ष 2019-20 से इसने कमाई पर ध्यान देना शुरू किया.
दरअसल शेयरधारकों के बीच पेटीएम के शेयरों के भाव आईपीओ के समय के 2,150 रुपये से बहुत नीचे गिरकर 771 रुपये पर आ जाने से एक तरह की बेचैनी देखी जा रही है. एजीएम के दौरान भी शेयरहोल्डर्स ने मैनेजमेंट से यह सवाल पूछा कि शेयर कीमत को आईपीओ के समय के भाव के करीब पहुंचाने के लिए किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. शर्मा ने कहा कि भारत में नकदी प्रवाह सकारात्मक हो जाने के बाद कंपनी विदेश में भी अपने कारोबार का विस्तार करने पर ध्यान देगी.
इससे पहले बीते महीने, कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट (Paytm Annual Report) में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने निवेशकों के लिए एक नोट लिखा था. इसमें उन्होंने कहा कि कंपनी सितंबर 2023 तक कारोबार लाभप्रदता (paytm operational profitability) हासिल करने की राह पर है. एक इंटरव्यू में 44 वर्षीय शर्मा ने कहा था कि पेटीएम भारत की पहली इंटरनेट कंपनी बनने के लिए तैयार है जिसने 1 अरब डॉलर को लक्ष्य को छुआ है.
Paytm ने अप्रैल-जून तिमाही में लगभग 5,554 करोड़ रुपये के लोन बांटे हैं. इसमें करीब नौ गुना बढ़ोतरी हासिल की है. कंपनी ने तब शेयर बाजार को बताया था कि इस दौरान 84.78 लाख ट्रांजेक्शन हुए और लोन बांटने की वार्षिक दर 24,000 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गई. कंपनी ने एक साल पहले की इसी अवधि में कुल 632 करोड़ रुपये के 14.33 लाख लोन बांटे थे.