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वीकली रीकैप: पढ़ें इस हफ्ते की टॉप स्टोरीज़!

यहाँ आप इस हफ्ते प्रकाशित हुई कुछ बेहतरीन स्टोरीज़ को संक्षेप में पढ़ सकते हैं।

वीकली रीकैप: पढ़ें इस हफ्ते की टॉप स्टोरीज़!

Saturday September 26, 2020 , 4 min Read

पढ़ें इस हफ्ते की टॉप स्टोरीज़!

पढ़ें इस हफ्ते की टॉप स्टोरीज़!



बनारस की सड़कों पर घायल लोगों की मदद के लिए अमन अपनी बाइक एंबुलेंस के साथ हरदम तैयार रहते हैं। अमन ने अपनी इस निस्वार्थ सेवा के लिए एक नंबर भी जारी किया है, जिस पर फोन पर लोग उन्हे मदद के लिए सूचित कर सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ अभिनेता सुनील शेट्टी ने फिल्म उद्योग में मौके तलाश रहे लोगों का काम आसान बनाने के लिए एक खास ऐप लांच की है।


इस तरह की कई रोचक और प्रेरणादायक स्टोरीज़ हमने इधर प्रकाशित की हैं, जिन्हे आप इधर पढ़ संक्षेप में पढ़ सकते हैं, साथ ही उनके साथ दिये गए लिंक कर आप उन स्टोरीज़ को विस्तार से भी पढ़ सकते हैं।

मिलें एक्टर नितिन अरोड़ा से

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एक्टर नितिन अरोड़ा आंत्रप्रेन्योर, टेलीविजन एंकर, वॉयसओवर एक्टर, रेडियो जॉकी आदि जैसी बहुमुखी प्रतिभाओं के धनी हैं। हाल ही में उन्होंने वेब सीरीज़ 'डेंजरस' में एक ब्रिटिश-एशियाई पुलिस ऑफिसर की भूमिका निभाई। यह एक क्राइम थ्रिलर सीरीज़ थी, जिसमें बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर मुख्य भूमिका में थे।


हाल ही में योरस्टोरी के साथ हुई खास बातचीत में नितिन अरोड़ा ने अपने करियर से जुड़े कई पहलुओं पर बड़े विस्तार से चर्चा की है, जिसे आप इधर पढ़ सकते हैं।

मिलेंगे फिल्म उद्योग में मौके

सुनील




सुनील शेट्टी लगभग तीन दशकों से फिल्म उद्योग में एक अभिनेता के रूप में काम कर रहे हैं। एक चुनौती जिसके साथ वह हमेशा संघर्ष करते रहे, वह थी कि लोगों तक पहुंच बन रही रहे। जबकि टिनसेल्टाउन को हमेशा सपनों की भूमि के रूप में सराहा गया है, कई लोग अपना पूरा जीवन नौकरी के अवसरों के लिए व्यतीत करते हैं।


जिनके पास जॉब या मौकों तक पहुंच नहीं है उन लोगों के लिए जॉब के अवसर पैदा करने के लिए FTC टैलेंट ऐप बनाने का फैसला किया। ऐप मनोरंजन और मीडिया स्पेस में लोगों को एकत्र करने, ट्रेन करने, क्यूरेट करने और प्रोड्यूसर्स के साथ प्रतिभा को जोड़ने के लिए वन-स्टॉप-शॉप के रूप में कार्य करता है। सुनील शेट्टी की इस खास ऐप के बारे में आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं।


ये है 'अपनी क्लास'

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कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर शैक्षिक प्रणाली को बाधित किया है। आज हम डिजिटल और तकनीकी रूप से विकसित भविष्य की ओर अग्रसर है। एक ओर जहां इंटरनेट के माध्यम से सब कुछ हासिल किया जा सकता है, छात्रों के कंधों से भारी पुस्तकों के वजन को हल्का कर दिया गया है, वहीं दूसरी और क्षेत्रीय भाषाओं में सामर्थ्य, पहुंच और शैक्षिक सामग्री की कमी जैसे कुछ अवरोधों ने कई बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में पीछे छोड़ दिया है। इस तरह की चुनौतियां समस्याओं का सामना करने के लिए नए-नए समाधानों को सामने लाती हैं। कुछ इसी तरह से काम कर रहा है 'अपनी क्लास'।


यह स्टार्टअप शिक्षा प्रणाली को बदलने की दिशा में बेहतर काम कर रहा है, साथ ही इसकी सबसे खास बात है कि ये ऑनलाइन एजुकेशन के ज़माने में रिजनल लैंग्वेजिस (क्षेत्रीय भाषाओं) के छात्रों को टारगेट करते हुए उनके लिये उपयुक्त कंटेंट प्रदान कर रहा है। इस प्लेटफॉर्म का मुख्य उद्देश्य हर छात्र तक उनकी अपनी भाषा में मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाना है। इस स्टार्टअप के बारे में आप इधर पढ़ सकते हैं।

बनारस में बाइक एंबुलेंस

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बनारस की सड़कों पर हादसे में घायल हुए लोगों को प्राथमिक उपचार देने के लिए अमन यादव अक्सर सबसे पहले पहुंचने वाले व्यक्ति होते हैं। अपनी बाइक एम्बुलेंस पर फ़र्स्ट एड किट लेकर चलने वाले अमन अब तक सड़कों पर हजारों घायल लोगों को प्राथमिक उपचार देकर उन्हे अस्पताल पहुंचाने का काम कर चुके हैं।


इतना ही नहीं अमन गुमशुदा लोगों को उनके परिजनों से मिलवाने के साथ लवारिश लाशों के अंतिम संस्कार करने की भी ज़िम्मेदारी अपने सिर लेकर चलते हैं। योरस्टोरी के साथ हुई खास बातचीत में अमन ने अपनी इस यात्रा और अपने इस नेक काम के बारे में खुलकर बात की है, जिसे आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं।

कहानी जैक्वार ग्रुप की

जैक्वार


साल 1960 में शुरू हुआ फिटिंग व्यवसाय आज 36 सौ करोड़ के कारोबार वाला जैक्वार ग्रुप के नाम से जाना जाता है। व्यवसाय की शुरुआत एस्को नाम से हुई थी, जिसके तहत बाथरूम की फिटिंग के लिए अत्यधिक असंगठित बाजार में एक वैल्यू फॉर मनी रेंज का निर्माण शुरू किया गया था, तब संस्थापक को यह पता नहीं था कि यह अंततः जैक्वार ग्रुप बन जाएगा जो 3,600 करोड़ रुपये का कारोबार करेगा और जो भारत में संगठित स्नान और सैनिटरीवेयर क्षेत्र में 60 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी का दावा करेगा।


मेहरा परिवार की दूसरी और तीसरी पीढ़ी के उद्यमों द्वारा इसे महान ऊंचाइयों पर ले जाया गया, जैक्वार आज भारत में ब्रांडेड स्नान फिटिंग और सेनेटरी वेयर का लगभग पर्याय बन चुका है, जिसके बारे में आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं।