'उनकी शहादत पर आंसू नहीं बहाएंगे' हंदवाड़ा में शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा को याद करते हुए बोली उनकी पत्नी
कर्नल शर्मा लंबे समय से कश्मीर घाटी में तैनात थे। उनके साथ, मुठभेड़ में अपनी जान गंवाने वाले अन्य सैन्यकर्मियों में मेजर अनुज सूद, नाइक राजेश कुमार और लांस नायक दिनेश सिंह शामिल हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर को भी ऑपरेशन के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी।
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद होने के एक दिन बाद, 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कर्नल आशुतोष शर्मा के पार्थिव शरीर को सोमवार शाम जयपुर स्थित उनके निवास स्थान पर लाया गया। जहां कर्नल शर्मा का अंतिम संस्कार 61 कैवलरी मैदान में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
अपने पति को याद करते हुए, पल्लवी ने कहा, “मैंने पिछली बार 1 मई को कर्नल शर्मा से बात की थी। उसके बाद, वे ऑपरेशन के लिए चले गए। आखिरी बार, मैं उनसे 28 फरवरी को उधमपुर में मिली थी। इसके बाद, हमने हमेशा फोन पर बात की थी।”
उन्होंने आगे कहा,
“मैं गर्वित पत्नी हूं क्योंकि मेरे पति ने राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनकी शहादत पर आंसू नहीं बहाएंगे। यह देश के लिए बलिदान होने का सम्मान है।”
पल्लवी शर्मा ने कहा कि हर किसी को अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करनी चाहिए।
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया,
“यह नहीं है कि कोई केवल सेना में शामिल होकर देश की सेवा कर सकता है। एक अच्छा इंसान और एक जिम्मेदार नागरिक होना चाहिए। हर किसी को अपना काम जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए।”
कर्नल शर्मा की बेटी ने याद किया कि जब उसने 1 मई को अपने पिता से आखिरी बार बात की थी, तो उसने उनसे कहा था:
"मैं ऑपरेशन पूरा करने के बाद जल्द ही घर वापस आऊंगा।"
21 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल शर्मा एक डेकोरेटेड ऑफिसर थे, जिन्हें आतंकवाद विरोधी अभियानों में अनुकरणीय बहादुरी के लिए पूर्व में दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।
कर्नल शर्मा लंबे समय से कश्मीर घाटी में तैनात थे। उनके साथ, मुठभेड़ में अपनी जान गंवाने वाले अन्य सैन्यकर्मियों में मेजर अनुज सूद, नाइक राजेश कुमार और लांस नायक दिनेश सिंह शामिल हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर को भी ऑपरेशन के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी।
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के सुदूरवर्ती इलाके में कार्रवाई के दौरान सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था।
Edited by रविकांत पारीक