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स्वच्छ भारत अभियान मिशन को सफल बनाने वाली महिलाओं को किया गया सम्मानित

प्रधानमंत्री ने कहा कि लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्‍त, 2014 को स्‍वच्‍छ भारत मिशन की घोषणा के पीछे उनकी प्रमुख प्रेरणा का स्रोत महिलाओं की सुरक्षा और सम्‍मान था।

 स्वच्छ भारत अभियान मिशन को सफल बनाने वाली महिलाओं को किया गया सम्मानित

Wednesday February 13, 2019 , 5 min Read

पीएम मोदी से पुरस्कार प्राप्त करती एक महिला


प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने मंगलवार को स्‍वच्‍छ भारत जन आंदोलन की अगुवाई करने के लिए महिलाओं के योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री कुरुक्षेत्र में स्‍वच्‍छ शक्ति 2019 सम्‍मेलन में भाग लेने आई देश भर की 16000 महिला स्‍वच्‍छता चैम्पियनों को संबोधित कर रहे थे।


एकत्र जन समूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भगवत गीता के जन्‍म स्‍थान कुरुक्षेत्र में इस सम्‍मेलन को आयोजित करने की प्रतीकात्‍मकता की चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि देश भर की हजारों स्‍वच्‍छाग्र‍ही महिलाओं की उपस्थिति इसी भूमि पर एक अन्‍य संदेश लेकर आई है और यह देश तथा दुनिया में स्‍वच्‍छता के संदेश को मजबूती प्रदान करेगी। उन्‍होंने इस कार्यक्रम में मौजूद नाइजीरिया सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल का जिक्र किया और उन्‍हें प्रत्‍यक्ष तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि उन्‍हें उम्‍मीद है कि वे भारत से स्‍वच्‍छता का संदेश लेकर न केवल अपनी मातृभूमि में जाएंगे बल्कि समूची दुनिया में भी इसे ले जाएंगे।


प्रधानमंत्री ने कहा कि लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्‍त, 2014 को स्‍वच्‍छ भारत मिशन की घोषणा के पीछे उनकी प्रमुख प्रेरणा का स्रोत महिलाओं की सुरक्षा और सम्‍मान था। उन्‍होंने कहा कि भारत की जनता द्वारा किये गये प्रयासों विशेषकर महिलाओं के कारण ग्रामीण भारत में स्‍वच्‍छता का कवरेज जो भारत की आजादी के 67 वर्ष बाद भी अक्‍टूबर 2014 में केवल 39 प्रतिशत था, वह स्‍वच्‍छ भारत मिशन के केवल चार वर्षों में आज 98 प्रतिशत को पार कर गया है।


उन्‍होंने कहा कि इस मिशन से महिलाओं को अनेक तरीकों से लाभ हुआ है। उन्‍होंने कहा कि मिशन की सफलता के बाद कार्यबल में महिलाओें की अधिक भागीदारी देखने को मिली है। उन्‍होंने झारखंड की रानी मिस्‍त्री का उदाहरण दिया, जिन्‍होंने पुरूष बहुल राज मिस्‍त्री के पेशे में अपना स्‍थान बनाया है और अब इसे अधिक लाभदायक रोजगार के रूप में देख रही हैं। जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकानों का निर्माण।


स्‍वच्‍छता के स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल में विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि स्‍वच्‍छ भारत मिशन के अंत तक, इसके अंतर्गत हुई प्रगति से 3 लाख जाने बची हैं।


प्रधानमंत्री ने महिलाओं के लाभ से जुड़ी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्‍ज्‍वला, पीएमएवाई, मुद्रा योजना, महिला स्‍व–सहायता समूहों के लाभ के लिए दीन दयाल अंत्‍योदय योजना, मातृत्‍व अवकाश में बढ़ोतरी, पुलिस बल, महिला थानों में अधिक महिलाओं को नियुक्‍त करने, महिला स्‍वास्‍थ्‍य के लिए स्‍वास्‍थ्‍य योजनाओं सहित विभिन्‍न अन्‍य योजनाओं के अंतर्गत महत्‍वपूर्ण प्रगति के लिए हरियाणा सरकार की सराहना की। प्रधानमंत्री ने हरियाणा में 7 केन्‍द्रीय और राज्‍य विकास परियोजनाओं की श्रृंखाओं की शुरूआत की।


जन समूह को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री ने जनवरी, 2019 में स्‍वच्‍छ सुन्‍दर शौचालय अभियान के अंतर्गत देश के विभिन्‍न भागों में पेंट किए हुए रंगीन और आकर्षक शौचालयों की एक प्रदर्शनी देखी। केवल एक महीने में ग्रामीण भारतीय परिवारों ने 1.34 करोड़ शौचालयों को पेंट किया और उन्‍हें सजाया। प्रधानमंत्री ने देश के सभी 5 मंडलों- उत्‍तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और मध्‍य से आई 12 महिला चैम्पियनों को इस अभूतपूर्व अभियान में योगदान देने के लिए पुरस्‍कार प्रदान किए।


अभियान के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास में यह एक अनोखी सौंदर्य प्रतियोगिता है, जहां प्रतियोगी शौचालय हैं और ‘इज्‍जत घर’, एक शौचालय का मालिक होना और उसे इस्‍तेमाल करने में आज गर्व की भावना पैदा हो रही है।


अपने संबोधन में हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के लोगों के लिए यह गर्व का विषय है कि राज्‍य स्‍वच्‍छ भारत मिशन के अंतर्गत ऐसा पहला राज्‍य है, जिसे खुले में शौच से मुक्‍त घोषित किया गया और हाल ही में उसे स्‍वच्‍छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 के अंतर्गत देश में पहले नम्‍बर पर आने का गौरव प्राप्‍त हुआ।


इस अवसर पर केन्‍द्रीय पेयजल और स्‍वच्‍छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने स्‍वच्‍छ भारत मिशन में महिलाओं की दोहरी भूमिका – सुरक्षित स्‍वच्‍छता द्वारा सुरक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और सम्‍मान के प्रमुख लाभ, और, सबसे महत्‍वपूर्ण निचले स्‍तर पर इस आंदोलन के प्रमुखों के रूप में चर्चा की। स्‍वच्‍छाग्रहियों, सरपंचों, रानी मिस्त्रियों, जल सहिया, महिला समिख्‍याओं और स्‍वच्‍छ भारत मिशन में महिलाओं के योगदान को अतिशियोक्ति नहीं कहा जा सकता। उन्‍होंने 5.5 लाख खुले में शौच मुक्‍त गांवों ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के लिए पेयजल और स्‍वच्‍छता मंत्रालय द्वारा की गई पहलों और 600 ओडीएफ जिलों में गोबर्धन जैसी पहलों की चर्चा की।


प्रधानमंत्री को हरियाणा के राज्‍यपाल श्री सत्‍यदेव नारायण आर्य ने ‘स्‍वच्‍छ भारत : संकल्‍प से सिद्धि’ शीर्षक वाली पुस्‍तक की प्रथम प्रति भेंट की। इस पुस्‍तक में पिछले चार वर्षों में विभिन्‍न अवसरों पर प्रधानमंत्री के स्‍वच्‍छता उद्धरणों का संकलन है। यह संकलन मंत्रालय की वेबसाइट (mdws.gov.in) पर ई-बुक फोर्मेट में उपलब्‍ध है और इसे डाउनलोड किया जा सकता है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग द्वारा इसे प्रकाशित किया गया है।


प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के बाद देश के विभिन्‍न भागों से आई महिला सरपंचों और स्‍वच्‍छाग्रहियों ने हरियाणा का विकास मॉडल देखने के लिए कुरुक्षेत्र के आस-पास तथा स्‍थानीय महत्‍व के विभिन्‍न स्‍थलों का दौरा किया, जिनमें कल्‍पना चावला, तारामंडल, ब्रह्म सरोवर और धंगाली गांव में वर्मीकम्‍पोस्टिंग इकाई शामिल है।


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