World Athletics Championships: नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास; गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय
25 वर्षीय चोपड़ा ने अपने दूसरे प्रयास में दिन का अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो हासिल किया. उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन फिर 88.17 मीटर, 86.32 मीटर, 84.64 मीटर, 87.73 मीटर और 83.98 मीटर हासिल किए.
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने सोमवार को दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर थ्रो के साथ विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championships) में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बनकर इतिहास रच दिया.
वहीं, पहली बार, तीन भारतीय शीर्ष आठ में रहे, किशोर जेना (84.77 मीटर) और डीपी मनु (84.14 मीटर) क्रमशः पांचवें और छठे स्थान पर रहे. इससे पहले कभी भी विश्व चैंपियनशिप में तीन भारतीय किसी स्पर्धा के शीर्ष आठ में नहीं रहे थे.
25 वर्षीय चोपड़ा ने अपने दूसरे प्रयास में दिन का अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो हासिल किया. उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन फिर 88.17 मीटर, 86.32 मीटर, 84.64 मीटर, 87.73 मीटर और 83.98 मीटर हासिल किए.
पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन अरशद नदीम ने अपने सीज़न के सर्वश्रेष्ठ 87.82 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता, जबकि चेक गणराज्य के जैकब वाडलेज्च को कांस्य पदक मिला.
चोपड़ा अब महान निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप का खिताब एक साथ जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं. बिंद्रा ने 23 साल की उम्र में विश्व चैंपियनशिप का खिताब और 25 साल की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था.
चोपड़ा, जो 2021 में टोक्यो खेलों में पहले भारतीय ओलंपिक ट्रैक और फील्ड स्वर्ण पदक विजेता बने थे, ने विश्व चैंपियनशिप के 2022 संस्करण में रजत पदक जीता था.
उनसे पहले, लंबी कूद खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था.
चेक गणराज्य के प्रतिष्ठित जान ज़ेलेज़नी और नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन के बाद भारतीय सुपरस्टार एक साथ ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप खिताब जीतने वाले इतिहास में केवल तीसरे भाला फेंक खिलाड़ी बन गए.
ज़ेलेज़नी ने 1992, 1996 और 2000 में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता जबकि 1993, 1995 और 2001 में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता. थोरकिल्डसन ने 2008 में ओलंपिक और 2009 में विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.
रविवार को अपनी उपलब्धि के साथ, चोपड़ा ने अपने खेल का हर खिताब जीत लिया है. उन्होंने एशियाई खेलों (2018) और राष्ट्रमंडल खेलों (2018) में स्वर्ण पदक जीता है, इसके अलावा चार व्यक्तिगत डायमंड लीग मीटिंग खिताब (2022 और 2023 में दो-दो) और पिछले साल डायमंड लीग चैंपियन की ट्रॉफी जीती है.
वह 2016 में जूनियर विश्व चैंपियन भी बने और 2017 में एशियाई चैंपियनशिप का खिताब जीता.