Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

योगी ने 'आपदा' को 'अवसर' में बदला, 85 हजार लोगों की जान जा सकती थी : पीएम मोदी

योगी ने 'आपदा' को 'अवसर' में बदला, 85 हजार लोगों की जान जा सकती थी : पीएम मोदी

Friday June 26, 2020 , 9 min Read

लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान' की शुरूआत करते हुए शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जिस तरह 'आपदा' को 'अवसर' में बदला गया, देश के अन्य राज्यों को भी इस योजना से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार ने सही तरीके से तैयारी नहीं की होती तो यहां कोरोना वायरस से 85 हजार लोगों की जान जा सकती थी।


k

फाइल फोटो साभार: theindianexpress


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो काफ्रेंस से 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान' का शुभारंभ किया।


उन्होंने कहा,

'मुझे पूर्ण विश्वास है कि योगी के नेतृत्व में जिस तरह आपदा को अवसर में बदला गया, जिस तरह योगी और उनकी टीम जी जान से जुटे हैं, देश के अन्य राज्यों को भी इस योजना से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। हर कोई इससे प्रेरणा पाएगा। मुझे उम्मीद है कि अन्य राज्य भी अपने यहां ऐसी योजनाएं लेकर आएंगे।'

प्रधानमंत्री ने कहा,

'अगर योगी जी ने और उत्तर प्रदेश के उनके सभी साथियों ने, उत्तर प्रदेश सरकार ने सही से तैयारी नहीं की होती, अगर यूपी में भी अमेरिका की तरह तबाही मची होती तो आज उत्तर प्रदेश में 600 नहीं, 85 हजार लोगों की जान जा सकती थी।'

उन्होंने कहा,

'श्रम की ताकत हम सभी ने महसूस की है। श्रम की इसी शक्ति का आधार बना, भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान।'


पीएम मोदी ने कहा,

'आज इसी ने आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान को प्रेरणा दी यानी केन्द्र की योजना को योगी की सरकार ने गुणात्मक एवं संख्यात्मक दोनों ही तरीकों से विस्तार दे दिया।'

उन्होंने कहा कि संकट के समय जो साहस दिखाता है, सूझबूझ दिखाता है, सफलता उसी को मिलती है। आज जब दुनिया में कोरोना का संकट है, उत्तर प्रदेश ने जो साहस और सूझबूझ दिखायी, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वह अभूतपूर्व और प्रशंसनीय है।



उन्होंने कहा,

'लेकिन जो मेहनत यूपी की सरकार ने की है, हम कह सकते हैं कि एक प्रकार से अब तक कम से कम 85 हजार लोगों का जीवन बचाने में वो कामयाब हुए हैं। आज अगर हम अपने नागरिकों का जीवन बचा पा रहे हैं तो ये भी अपने आप में एक संतोष का विषय है और देश का आत्मविश्वास भी उसके कारण बढता है।'

पीएम मोदी ने कहा,

'इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश के 24 करोड नागरिकों की सराहना करता हूं। विशेष रूप से नमन करता हूं। आपने जो काम किया है, वो पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है। आप सबने मिलकर यूपी को जिस मुश्किल स्थिति में संभाला है, आने वाले अनेक वर्षो तक उत्तर प्रदेश का हर बच्चा, हर परिवार इसको गर्वपूर्वक याद रखेगा। आने वाली पीढियां याद रखेंगी।'


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयास और उपलब्धियां इसलिए विराट हैं क्योंकि ये सिर्फ एक राज्य भर नहीं है। अगर 24 करोड की जनता की बात करें तो ये हमारा उत्तर प्रदेश दुनिया के कई देशों से बडा राज्य है।


पीएम मोदी ने कहा कि इस उपलब्धि को उत्तर प्रदेश के लोग खुद महसूस कर रहे हैं लेकिन इसको हम तब ज्यादा अच्छी तरह समझ पाते हैं और ये आंकडे जब जानेंगे तो हम हैरान हो जाएंगे। तुलना करने से पता चलता है कि आज उत्तर प्रदेश ने कितनी बडी सिद्धि प्राप्त की है। हम यूरोप के चार बडे देश देखें ... इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन। ये देश दो सौ—ढाई सौ साल तक दुनिया में सुपर पावर हुआ करते थे। आज भी दुनिया में इनका दबदबा है।


उन्होंने कहा कि आज अगर इन चारों देशों की कुल जनसंख्या जोड दें तो वो भी उत्तर प्रदेश के 24 करोड की जनसंख्या के बराबर होगी। कोरोना महामारी में इन चार देशों में मिलाकर एक लाख 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि उतनी ही जनसंख्या वाले हमारे उत्तर प्रदेश में 600 लोगों की जान गयी। 'कहां एक लाख 30 हजार की मृत्यु और कहां 600 की मृत्यु।'



पीएम मोदी ने कहा कि उक्त चार देशों ने मिलकर कितने प्रयास किये, फिर भी उनके यहां उत्तर प्रदेश से कई गुना ज्यादा जानें गयीं। ये देश विकसित हैं, उनके पास संसाधन भी हैं लेकिन फिर भी अपने नागरिकों को बचाने में उन्हें वो सफलता नहीं मिली जो सफलता उत्तर प्रदेश को मिली। इसके लिए हर उत्तर प्रदेश वासी और हर भारतवासी को गर्व होगा।


उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास क्या नहीं है, सब कुछ है। साधन, संसाधन, आधुनिक टेक्नालाजी किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन फिर भी आज अमेरिका कोरोना वायरस से बहुत बुरी तरह प्रभावित है। अमेरिका की जनसंख्या करीब 33 करोड़ है। अमेरिका में अब तक एक लाख 25 हजार की मौत हो चुकी है जबकि हमारे उत्तर प्रदेश में 600 लोगों की मृत्यु हुई है।


पीएम मोदी ने कहा कि इसमें भी हमें एक और बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि ये सब उस स्थिति में हुआ जब देश भर से करीब 30—35 लाख प्रवासी कामगार और श्रमिक साथी पिछले कुछ हफ्तों में अपने गांव लौटे। सैंकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलवाकर उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने लोगों को वापस बुलवा लिया।


उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आये साथियों से संक्रमण के ठहराव का जोखिम और भी अधिक है लेकिन उत्तर प्रदेश ने जिस तरह स्थिति को संवेदनशीलता के साथ संभाला, उसने राज्य को एक बडे संकट से बाहर निकाल लिया। देश की भी बहुत बड़ी सेवा उत्तर प्रदेश ने की है।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चाहे यूपी के डॉक्टर हों, पैरामेडिकल स्टाफ हो, सफाई कर्मचारी हों, पुलिसकर्मी हों, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हो, बैंक और पोस्ट ऑफिस के साथी हों, परिवहन विभाग के साथी हों, श्रमिक साथी हों, हर किसी ने पूरी निष्ठा के साथ अपना योगदान दिया है।



उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान, गरीबों को भोजन की दिक्कत न हो, इसके लिए जिस तरह योगी सरकार ने काम किया है, वो भी अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत यूपी ने बहुत तेज़ी से गरीबों और गांव लौटे श्रमिक साथियों तक मुफ्त राशन पहुंचाया।


पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 से पहले जो भी सरकारें थीं, जो भी व्यवस्थाएं थीं, जिस प्रकार से शासन चल रहा था, जिस तरह की सरकारें चला करती थीं, उन हालात में हम इन नतीजों की कल्पना ही नहीं कर सकते थे।


उन्होंने कहा,

'पहले वाली सरकारें होतीं तो अस्पतालों की संख्या, अस्पताल में बिस्तरों की संख्या का बहाना बनाकर चुनौती को टाल देती लेकिन योगी ने ऐसा नहीं किया। योगी ने और उनकी सरकार ने हालात की गंभीरता को समझा। उन्होंने समझा कि इतने बड़े देशों की क्या हालत हो रही है।'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,

'मैं एक पुरानी घटना का जरूर आज उल्लेख करना चाहता हूं। एक वो भी दिन था जब प्रयागराज, तब के इलाहाबाद के सांसद देश के प्रधानमंत्री थे (नाम नहीं लिया) और कुंभ के मेले में भगदड़ मची थी। सैकडों लोग मारे गये थे। उस समय जो सरकार में थे, उन्होंने सारा जोर मरने वालों की संख्या छिपाने में ही लगा दिया। आज उत्तर प्रदेश के लोगों का जीवन बच रहा है, सुरक्षित हो रहा है तो यूपी के सांसद के नाते, देश के नागरिक के नाते, भारत के प्रधानमंत्री के नाते .... जैसे आप सबको तसल्ली मिलती है, मुझे भी मिलती है।'


पीएम मोदी ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भरता के रास्ते पर तेज़ गति से ले जाने का अभियान हो या फिर गरीब कल्याण रोज़गार अभियान हो, उत्तर प्रदेश यहां भी बहुत आगे चल रहा है। गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत श्रमिकों को आय़ के साधन बढ़ाने के लिए गांवों में अनेक कार्य शुरू करवाए जा रहे हैं।



कोरोना वायरस से बचाव के उपाय दोहराते हुए उन्होंने कहा,

'हमें नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी। इसकी एक दवाई है, जिसका हम सबको पता है और वो दवाई है दो गज की दूरी। ये दवाई है मुंह ढंकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक इसकी वैक्सीन नहीं बनती है, टीका नहीं बनता है, हमें इसी दवाई से इस कोरोना को रोकना होगा।'

आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का लक्ष्य रोजगार प्रदान करने, स्थानीय स्तर पर उद्यमिता को बढावा देने और रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक संगठनों और अन्य संस्थानों को साथ जोडना है।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि करीब 60 लाख लोगों को गांव के विकास से जुड़ी योजनाओं में तो करीब 40 लाख लोगों को छोटे उद्योगों यानी एमएसएमई में रोज़गार दिया जा रहा है। इसके अलावा स्वरोज़गार के लिए हज़ारों उद्यमियों को मुद्रा योजना के तहत करीब 10 हज़ार करोड़ रुपए का ऋण आवंटित किया गया है।


उन्होंने कहा,

'सवा करोड़ कामगारों की, कर्मचारियों की पहचान करना, 30 लाख से ज्यादा श्रमिकों के कौशल का, अनुभव का डाटा तैयार करना और उनके रोज़गार की समुचित व्यवस्था करना, ये दिखाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी कितनी सघन रही है, कितनी व्यापक रही है।'

पीएम मोदी ने प्रदेश के छह जिलों के ग्रामीणों से संवाद भी किया। राज्य के सभी जिलों के ग्रामीण साझा सेवा केन्द्रों और कृषि विज्ञान केन्द्रों के जरिए इस अभियान के शुभारंभ के साक्षी बने।



प्रधानमंत्री ने कहा कि सिर्फ तीन साल में यूपी में गरीबों के लिए 30 लाख से ज्यादा पक्के घर बनाए गए हैं। सिर्फ तीन साल की मेहनत से यूपी ने खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है। सिर्फ तीन साल में पारदर्शी तरीके से यूपी ने तीन लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी है।


उन्होंने कहा कि बरसों से पूर्वांचल में इंसेफिलाइटिस महामारी की तरह कहर बरपाती थी।


अनेक नवजात शिशुओं की दुखद मृत्यु इस बीमारी से हो जाती थी। अब यूपी सरकार के प्रयासों से, इस बीमारी के मरीजों की संख्या तो कम हुई ही है, मृत्यु दर में भी 90 प्रतिशत तक की कमी आई है।


पीएम मोदी ने कहा कि बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। नई सड़कों और एक्सप्रेसवे के निर्माण में यूपी आगे चल रहा है और सबसे बड़ी बात ये है कि आज उत्तर प्रदेश में शांति है, कानून का राज कायम हो रहा है।


उन्होंने कहा कि बौद्ध सर्किट के लिहाज़ से अहम कुशीनगर हवाई अड्डे को इंटरनेशनल अंतरराष्ट्रीय घोषित किया गया है। इससे पूर्वांचल में हवाई संपर्क और सशक्त होगा तथा देश-विदेश में महात्मा बुद्ध के प्रति आस्था रखने वाले करोड़ों श्रद्धालु अब आसानी से उत्तर प्रदेश आ सकेंगे।


इससे पहले कार्यक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया। योगी के साथ उनके कुछ मंत्रिमंडलीय सहयोगी और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।



Edited by रविकांत पारीक