Zypp Electric ने डिलीवर किए 73 मिलियन ऑर्डर; EV के जरिए गिग वर्कर्स ने की रिकॉर्ड कमाई
Zypp पायलट मुख्य रूप से ईवी राइडर्स हैं. 8% पायलट अब हर महीने 50,000 रुपये से अधिक कमा रहे हैं, जिसमें मार्च से 50% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा, 14% Zypp पायलटों की मासिक आय बढ़कर 40,000 और 50,000 रुपये पहुंच गई है, और इसमें मार्च 2024 के मुकाबले 81% की जबरदस्त वृद्धि हुई है.
Electric ने घोषणा की है कि उसके गिग वर्कर्स (अस्थायी कर्मचारियों) की कमाई में ज़बरदस्त वृद्धि हुई है. कमाई में यह वृद्धि दर्शाती है कि Zypp Electric अपने डिलीवरी पार्टनर्स को कमाई के स्थायी और आकर्षक अवसर प्रदान करने और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. Zypp Electric भारत का अग्रणी टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड ईवी-एज़-ए-सर्विस प्लेटफॉर्म है.
Zypp पायलट मुख्य रूप से ईवी राइडर्स हैं, जिनकी उम्र 27 वर्ष है. इन पायलटों ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. 8% पायलट अब हर महीने 50,000 रुपये से अधिक कमा रहे हैं, जिसमें मार्च से 50% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा, 14% Zypp पायलटों की मासिक आय बढ़कर 40,000 और 50,000 रुपये पहुंच गई है, और इसमें मार्च 2024 के मुकाबले 81% की जबरदस्त वृद्धि हुई है. कुल मिलाकर, 35% Zypp पायलट हर महीने 24,000 रुपये से अधिक की कमाई कर रहे हैं, जो Zypp के समर्पित कर्मचारियों की आय में लगातार वृद्धि को दर्शाता है.
Zypp के तिपहिया वाहन पायलटों की आय में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है. 5% तिपहिया वाहन पायलट प्रति माह 80,000 रुपये का आंकड़ा पार करने में सफल रहे हैं, वहीं 30% पायलट की मासिक आमदनी 50,000 रुपये से अधिक रही है. ये आंकड़े दर्शाते हैं कि Zypp Electric अपने इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलियो में कमाई की क्षमता बढ़ाने के लिए निरंतर सफल प्रयास कर रहा है.
शहर-आधारित डेटा Zypp Electric की पहल की क्षेत्रीय सफलता को उजागर करता है. बेंगलुरू में सबसे ज़्यादा उच्च आय वाले पायलट हैं. वहीं, दिल्ली में सबसे ज़्यादा पायलट हैं, जिनकी आय 40,000 से 50,000 रुपये के बीच है.
वित्तीय लाभों के अलावा, Zypp Electric अपने डिलीवरी पार्टनर्स को कई तरह के प्रोत्साहन प्रदान करता है. 0-3 महीने की सेवा वाले लोगों के लिए, बीमा के साथ-साथ बेहतर कमाई का अवसर मौजूद है. 3 से 6 महीने के बीच, पायलटों को सेवाओं पर अतिरिक्त छूट के साथ-साथ उपहार मिलते हैं. 6 से 9 महीने के बीच पहुंचने पर वे गोल्ड श्रेणी के विशेषाधिकार, मूवी टिकट, पारिवारिक बीमा और Zypp-सत्यापित ऑन-डिमांड राइड के लिए पात्र हो जाते हैं. 12 महीने से अधिक होने के बाद, उन्हें विशेष हेलमेट, संस्थापकों के साथ डिनर, मूवी टिकट, आंतरिक नौकरी पोस्टिंग (IJP) और अन्य विशेष लाभों जैसे विकल्पों से पुरस्कृत किया जाता है. प्लेटफॉर्म पर अधिक समय बिताने के साथ लाभ में बढ़ोतरी होती जाती है.
Zypp Electric के को-फाउंडर और सीईओ आकाश गुप्ता ने कहा: "Zypp के निर्माण में हमें जो सबसे बड़ी संतुष्टि मिलती है, वह यह है कि हम अपने 25,000 से अधिक मासिक सक्रिय डिलीवरी पायलटों को सशक्त बना रहे हैं, जो Zypp प्लेटफॉर्म के जरिए आमदनी प्राप्त कर रहे हैं. हम अपने पायलटों की आय में जबरदस्त वृद्धि देखकर खुशी है. यह डिलीवरी भागीदारों द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में वृद्धि को दर्शाता है और स्थायी व लाभदायक कमाई के अवसर प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को बताता है. हमारे पायलट हमारे संचालन की रीढ़ हैं, और उनकी सफलता उनकी कड़ी मेहनत और पर्यावरण के अनुकूल, अधिक समृद्ध भविष्य के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण का प्रमाण है. हमने भारत में बढ़ते बाजार और डिलीवरी सेगमेंट को देखते हुए डिलीवरी की अस्थायी नौकरियों को और अधिक सम्मानजनक और बेहतर बनाने का लक्ष्य तय किया है. अगर 20 के दशक में अधिक युवा और महिलाएं डिलीवरी जॉब्स को कमाई के व्यावहारिक अवसरों के रूप में देखने लगें, तो यह एक गेम चेंजर हो सकता है, जो सही नीतियों के साथ उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है."
Zypp Electric एनजीओ और एजेंसियों के साथ साझेदारी करने की दिशा में काम कर रहा है ताकि महिलाओं और दिव्यांग डिलीवरी पार्टनर्स को शामिल करते हुए उन्हें कमाई के अवसर से सशक्त बनाया जा सके और अगले दो सालों में मौजूदा अस्थायी कर्मियों की संख्या को 25,000 से 10 गुना तक बढ़ाया जा सके.
हाल ही में, Zypp Electric ने पिछले महीने अपने सीरीज C फंडिंग राउंड में 15 मिलियन डॉलर जुटाए और वित्त वर्ष 23-24 में 325 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया. कंपनी की पर्यावरण के अनुकूल पहलों ने अपने परिचालन की शुरुआत से लेकर अब तक 31 मिलियन किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन की कमी में योगदान दिया है.