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79 साल के दानी राम ने फर्स्ट क्लास में पास की 10वीं की परीक्षा

सीखने की कोई उम्र नहीं होती...

 79 साल के दानी राम ने फर्स्ट क्लास में पास की 10वीं की परीक्षा

Wednesday December 18, 2019 , 2 min Read

सीखने की कोई उम्र नहीं होती है, 79 साल के दानी राम इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं। इस उम्र में दानी राम ने 10वीं की परीक्षा पास की है और वह भी फर्स्ट डिविजन से।

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फोटो क्रेडिट: editorji

उत्तराखंड के उधम सिंह नागर जिले के खटीमा कस्बे के निवासी दानी राम CRPF के सूबेदार-मेजर पद से रिटायर हैं। वह चाहते थे कि वह असिस्टेंट कमांडेंट के पद से रिटायर हों लेकिन 10वीं से कम पढ़ा होने के कारण उनका प्रमोशन असिस्टेंट कमांडेंट पद के लिए नहीं हो पाया।


वहीं से दानी राम ने रिटायरमेंट के बाद आगे की पढ़ाई करने का निर्णय लिया। अब उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) से प्रथम श्रेणी से 10वीं कक्षा पास की है। अमर उजाला में छपी एक खबर के मुताबिक, दानी राम 10 नवंबर 1995 को सीआरपीएफ के सूबेदार-मेजर पद से रिटायर हुए थे।


न्यूज एजेंसी एएनआई को दानी राम ने बताया,

"चूंकि मैंने 10वीं पास नहीं की थी, इसलिए मेरा प्रमोशन असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर प्रमोशन नहीं हुआ। मैं चाहता था कि मेरा रिटायरमेंट असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर हो लेकिन पढ़ाई कम होने के कारण मेरा प्रमोशन नहीं हो पाया। उसी समय मैंने आगे की पढ़ाई करने का निर्णय लिया।"


इसी महीने आए रिजल्ट में रिटायर्ड सैनिक दानी राम ने 500 में से 303 अंक यानी 60.6% पाकर फर्स्ट डिविजन से हाईस्कूल की परीक्षा पास की है।


दानी राम ने बताया कि-

"रिजल्ट से वह काफी खुश हैं। उनकी हाई स्कूली शिक्षा पूरी हो गई है। अब उनका अगला लक्ष्य 12वीं पास करना है।"

आपको बता दें कि दानी राम के 3 बेटे और 3 बेटियां हैं। जिसमें बड़ा पुत्र बलबीर प्रसाद सीआरपीएफ, राजकुमार आरपी रेजीमेंट में सूबेदार, कौशल किशोर दिल्ली पुलिस के फायर ब्रिगेड में इंजीनियर और कौशल की पत्नी डॉ. सीमा आर्या डीएवी कॉलेज कानपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। दानी राम की बेटी मास्टर्स कर रही है।


दानी राम कहते हैं कि उनकी बेटी ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया। साथ ही उनका मानना है कि शिक्षा से ही देश आगे बढ़ता है।

आमतौर पर जिस उम्र में आदमी अपने दैनिक कामों को करने में भी मुश्किलों का सामना करता है। उस उम्र में दानी राम ने हाई स्कूल की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास कर युवाओं के सामने एक मिसाल पेश की है।