आरोग्य सेतु ने की नई ‘ओपन एपीआई सेवा’ की शुरुआत, जानिये क्या है इसकी खास बातें
इस सेवा का फायदा भारत में 50 से अधिक कर्मचारियों के साथ पंजीकृत संगठन और व्यावसायिक संस्थाएं उठा सकती हैं। ‘ओपन एपीआई सेवा’ से कोई संगठन अपने कर्मचारियों या किसी अन्य आरोग्य सेतु उपयोगकर्ता की सेहत की स्थिति का पता उनकी डेटा गोपनीयता का उल्लंघन किए बिना लगाने में सक्षम होगा।
हमें कोविड-19 के साथ रहने के लिए कदम आगे बढ़ाते देख आरोग्य सेतु टीम ने एक नई अभिनव सुविधा पर काम किया है जिसे 'ओपन एपीआई सर्विस' कहा जाता है। सुरक्षा का ध्यान रखते हुए व्यवसायों और अर्थव्यवस्था को कामकाज शुरू करने में मदद करने के लिए ओपन एपीआई सेवा संगठनों को आरोग्य सेतु की स्थिति की जांच करने और इसके होम फीचर्स के जरिए इसे अपने विभिन्न कार्यों से जोड़ने में सक्षम बनाती है। आरोग्य सेतु की ओपन एपीआई सेवा कोविड-19 संक्रमण के डर / जोखिम से निपटने और लोगों, व्यवसायों तथा अर्थव्यवस्था को सामान्य स्थिति में लौटने में मदद करती है।
आरोग्य सेतु 2 अप्रैल, 2020 को शुरू होने के बाद से ही कोविड-19 से निपटने की भारत की लड़ाई को मजबूत कर रहा है। आरोग्य सेतु अब 15 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ दुनिया में सबसे अधिक डाउनलोड किए जाने वाले संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वालों का पता लगाने वाले ऐप के रूप में उभरा है।
लोगों के उत्साह से भरे भारी समर्थन की वजह से आरोग्य सेतु कोविड-19 के शमन और प्रबंधन में लगे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और सरकार के प्रयासों में सहायता करने में सक्षम हो सका है। 66 लाख से अधिक ब्लूटूथ संपर्कों का पता लगाया गया है और परीक्षण कराए लोगों में कोविड पॉजिटिविटी की प्रतिशतता लगभग 27 प्रतिशत है। इस प्रकार आरोग्य सेतु आधारित ब्लूटूथ कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और परीक्षण बहुत ही कुशल और प्रभावी है। इसी तरह, कई अन्य लोगों को सावधानी बरतने और घर में ही आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है।
इससे कोरोना संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने में मदद मिली और यह संक्रमण की प्रारंभिक पहचान करने में प्रभावी रहा है। इससे यह सुनिश्चित हो सका है कि भारत में मृत्यु दर सबसे कम है। उप-पिनकोड स्तरों पर उभरते हॉटस्पॉट की भविष्यवाणी करने के लिए स्थिति डेटा और अरोग्या सेतु विश्लेषिकी का उपयोग करने वाला आरोग्य सेतु इतिहास (आईटीआईएचएएस) इंटरफ़ेस स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रशासन को आवश्यक एहतियाती कदम उठाने में मदद करने में बहुत प्रभावी रहा है।300 मीटर गुना 300 मीटर के बहुत ही छोटे स्तर पर 30,000 से अधिक हॉटस्पॉट की पहचान की गई है और इससे राज्य सरकारों और जिला प्रशासनों को अवगत कराया गया है।
अपनी शुरुआत के बाद से ही आरोग्य सेतु ने लगातार नवाचार किए और ई-पास एकीकरण, क्यूआर कोड स्कैनिंग,परिवार / जानकार लोगों के साथ स्वास्थ्य की स्थिति को साझा करने जैसी कई अभिनव सुविधाओं की शुरुआत की जो आरोग्य सेतु के आदर्श वाक्य – ‘मैं सुरक्षित, हम सुरक्षित, भारत सुरक्षित’ के अनुरूप भारत और भारतीयों को सुरक्षित रखने में बहुत प्रभावी रहे हैं।
ओपन एपीआई सेवा
आरोग्य सेतु की ओपन एपीआई सेवा का लाभ उन संगठनों और व्यावसायिक संस्थाओं द्वारा उठाया जा सकता है जो 50 से अधिक कर्मचारियों के साथ भारत में पंजीकृत हैं। वे वास्तविक समय में आरोग्य सेतु आवेदन के बारे में पता लगाने और अपने कर्मचारियों या आरोग्य सेतु के अन्य उपयोगकर्ताओं, जिन्होंने संगठन के साथ अपनी स्वास्थ्य स्थिति साझा करने के लिए अपनी सहमति प्रदान की है, की सेहत की स्थिति प्राप्त करने के लिए ओपन एपीआई सेवा का उपयोग कर सकते हैं। ओपन एपीआई केवल आरोग्य सेतु की स्थिति और आरोग्य सेतु उपयोगकर्ता का नाम (उपयोगकर्ता की सहमति से) प्रदान करेगा। एपीआई के माध्यम से कोई अन्य व्यक्तिगत डेटा प्रदान नहीं किया जाएगा।
ओपन एपीआई सेवा के लिए https://openapi.aarogyasetu.gov.in पर पंजीकरण किया जा सकता है।
ओपेन एपीआई से संबंधित तकनीकी प्रश्नों को [email protected] पर भेजा जा सकता है।
(सौजन्य से: PIB_Delhi)