455 गुना ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ नीमचवाला अब विप्रो के एमडी भी
"दुनिया के टॉप सीईओ की ताज़ा लिस्ट में विप्रो के सीईओ आबिदाली जेड नीमचवाला भले ही 118वें पायदान पर हों लेकिन आज तो वह इसलिए भारतीय वित्त जगत की सबसे बड़ी सुर्खी हैं कि वह 31 जुलाई 2019 को टीके कुरियन की जगह सीईओ के साथ कंपनी के मैनेजिंग डाइरेक्टर का भी पद संभालने जा रहे हैं।"
अभी-अभी जारी 'सीईओवर्ल्ड' मैगजीन ने भले ही इस वर्ष के दुनिया के टॉप सीईओ की लिस्ट में भारतीय अमीर लक्ष्मी निवास मित्तल, मुकेश अंबानी, आईओसी चेयरमैन संजीव सिंह, ओएनजीसी प्रमुख शशि शंकर समेत दस भारतीयों के नाम घोषित किए हों, लेकिन आज की सुर्खियों में तो विप्रो के सीईओ आबिदाली जेड नीमचवाला हैं, जो 31 जुलाई 2019 को टीके कुरियन की जगह सीईओ के साथ कंपनी के मैनेजिंग डाइरेक्टर का भी पद संभालने जा रहे हैं। इस समय आबिदाली की सैलरी कंपनी के कर्मचारियों के औसत वेतन की तुलना में 455 गुना ज्यादा है। वित्त वर्ष 2018-19 में नीमचवाला का वेतन 41 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 28 करोड़ रुपये और उससे पहले लगभग 20 करोड़ रुपये रहा है।
यद्यपि पिछले तीन साल से कंपनी की कमान संभाल रहे आबिदाली को इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम के आईटी इंडस्ट्री ग्रोथ अनुमान को हासिल करने में आज भी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। गौरतलब है कि देश की आईटी इंडस्ट्री के दिग्गजों में एक अजीम प्रेमजी आज, 30 जुलाई के बाद कंपनी के एग्जिक्युटिव चेयरमैन पद से मुक्त हो रहे हैं। विप्रो बोर्ड मौजूदा सीईओ आबिदाली को शेयरधारकों की स्वीकृति मिलने के साथ ही सीईओ के साथ-साथ मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) की भी जिम्मेदारी देने जा रहा है।
रायपुर (छत्तीसगढ़) के एनआईटी कॉलेज से इंजीनियरिंग एवं इंडस्ड्रियल मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री हासिल करने वाले आबिदाली जेड नीमचवाला इससे पहले टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में दो दशक से अधिक समय तक ग्लोबल बिजनेस प्रोसेस सर्विसेज हेड समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। इस बीच आईटी सेक्टर में कर्मचारियों और सीईओ के सैलरी पैकेज के बीच इतने बड़े अंतर को लेकर इस ट्रेंड पर भी सवाल उठने लगे हैं। सबसे टॉप पर टेक महिंद्रा के सीईओ सी पी गुरनानी का सालाना सैलरी पैकेज 146 करोड़ रुपए, टीसीएस के सीईओ सलिल एस पारेख का 24.67 करोड़ रुपए, एचसीएल टेक के अनंत गुप्ता और सी विजयकुमार का 85.11 करोड़ रुपए, एचईजी के सीईओ रवि झुनझुनवाला का 121.27 करेाड़ रुपए है।
इस बीच देश के 'अमीर' कर्मचारियों में सुपर रिच सरचार्ज (टैक्स रेट 7 प्रतिशत) बढ़ने से काफी बेचैनी भी है क्योंकि उनकी इनकम का एक बड़ा हिस्सा ईसॉप्स के जरिए भविष्य में मिलेगा, जिस पर उन्हें अभी टैक्स चुकाना पड़ेगा। खैर, यह कड़वी गोली तो निगलनी ही पड़ेगी। ताज़ा रिकॉर्ड्स के अनुसार, बीएसई 500 कंपनियों के 144 एग्जिक्यूटिव्स ने सालाना औसतन 11.4 करोड़ रुपये की कमाई की है। इस समय टॉप-5 एग्जिक्यूटिव्स में टेक महिंद्रा के सीपी गुरनानी, ऐलऐंडटी के एएम नाइक और एस एन सुब्रमण्यन, डीएलएफ के मोहित गुजराल और कैडिला हेल्थकेयर के गणेश नायक शामिल हैं। पांच करोड़ रुपये सालाना से ज्यादा वेतन-भत्ते वाले एंप्लॉयीज के क्लब में एलऐंडटी के छह एग्जिक्यूटिव हैं।
इस बीच 'सीईओवर्ल्ड' मैगजीन ने 2019 में दुनिया के सबसे अधिक प्रभावशाली 121 सीईओ की जो सूची जारी की है, उसमें दस भारतीयों के भी नाम हैं। इस ताज़ा सूची में देश के सबसे अमीर मुकेश अंबानी 49वें, विप्रो के सीईओ आबिदाली जेड नीमचवाला 118वें, भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार 83वें, टाटा मोटर्स के सीईओ गुएंटर बटशेक 89वें, बीपीसीएल के सीएमडी डी राजकुमार 94वें, राजेश एक्सपोर्ट्स के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन राजेश मेहता 99वें पायदान पर दर्शाए गए हैं।
आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन व सीईओ लक्ष्मी निवास मित्तल सबसे ऊंची रैंकिंग वाले भारतीय सीईओ हैं। मैग्जीन के मुताबिक, वॉलमार्ट के सीईओ डगलस मैकमिलन पहले स्थान पर, रॉयल डच शेल के ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव बेन वान ब्यूंडर दूसरे, लक्ष्मी मित्तल तीसरे, सऊदी अरामको के सीईओ अमीन एच नासिर, चौथे स्थान पर, बीपी के सीईओ बॉब डुडले पांचवें, एक्सॉनमोबिल के सीईओ डेरन वुड्स छठे, फॉक्सवैगन के सीईओ हरबर्ट डिएस सातवें, टोयोटो के सीईओ एकियो टोयोदा आठवें, ऐपल के सीईओ टिम कुक नौवें और बर्कशायर हैथवे के सीईओ वॉरेन बफे दसवें पायदान पर बताए गए हैं।