Healthify ने जुटाई 20 मिलियन डॉलर की फंडिंग, अमेरिका में विस्तार की योजना
इस ताजा फंडिंग राउंड की अगुआई मौजूदा निवेशकों — Khosla Ventures और LeapFrog Investments — ने की. इसमें रंजन पई के फैमिली ऑफिस Claypond Capital की हिस्सेदारी भी शामिल है.
हेल्थ और फिटनेस ऐप Healthify ने अपने 45 मिलियन डॉलर के फंडिंग राउंड को पूरा करने की घोषणा की है, जिसमें पूरी तरह से प्राथमिक पूंजी शामिल है. इस ताजा फंडिंग राउंड की अगुआई मौजूदा निवेशकों — Khosla Ventures और LeapFrog Investments — ने की. इसमें रंजन पई के फैमिली ऑफिस Claypond Capital की हिस्सेदारी भी शामिल है.
यह ताजा फंडिंग ऐसे समय में आई है जब कंपनी अपने वैश्विक विस्तार प्रयासों को तेज कर रही है, जिसमें अमेरिकी बाजार में प्रवेश करने और अपनी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) क्षमताओं को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
इस राउंड में जुटाए गए कुल $45 मिलियन में से, नए $20 मिलियन की ताजा फंडिंग 2023 में जुटाए गए पहले हिस्से में जुड़ती है.
Healthify के को-फाउंडर और सीईओ तुषार वशिष्ठ ने YourStory को बताया, “हमारी उम्मीद अब Healthify को दुनिया भर में आगे बढ़ाने की है. हमारे पास इंडस्ट्री में सबसे अधिक परिणाम-से-लागत अनुपात है, क्योंकि हमने भारत में निर्माण किया है, हम बहुत पहले AI पर ध्यान केंद्रित करते हैं, हमारी लागत बहुत कम है, लेकिन हमारे परिणाम बहुत अधिक साबित हुए हैं. हमने भारत में जो किया है, उसे अब वैश्विक स्तर पर ले जाने का समय आ गया है - यही हम करने का इरादा रखते हैं.”
उन्होंने कहा, “इसमें से अधिकांश खर्च वैश्विक स्तर पर विस्तार करने के लिए उपयोग में लिए जाएंगे, विशेष रूप से अमेरिका में और उसके भीतर, साथ ही विशेष रूप से एक बेहतरीन टीम बनाने पर.”
सिंगापुर स्थित यह फर्म विभिन्न बाजारों में विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को पूरा करने के लिए अपनी AI को भी बढ़ा रही है. कंपनी के AI को आम खाद्य पदार्थों, स्थानीय बोलियों और फिटनेस आदतों को पहचानने के लिए ठीक किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अमेरिका में उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत और प्रासंगिक स्वास्थ्य मार्गदर्शन मिले.
Khosla Ventures के फाउंडर विनोद खोसला ने कहा, “AI के साथ, हर कोई दैनिक आधार पर सही आहार और फिटनेस विकल्प चुनने के लिए एक पर्सनल न्यूट्रिशियनिस्ट और हेल्थ कोच रख सकता है. Healthify पहले से ही भारत में ऐसा कर रहा है, जो दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता बाजारों में से एक है, और अब वे संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी पेशकश लाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं.”
Healthify, जिसने 40 मिलियन इंडियन यूजर बेस के आधार पर अपना प्लेटफ़ॉर्म बनाया है, ने अमेरिका में अल्फा टेस्ट किए हैं और आने वाले महीनों में पूर्ण लॉन्च करने की योजना बना रहा है.
कंपनी ने व्यवहार परिवर्तन और वजन घटाने में परिणाम प्राप्त करने के लिए मानव प्रशिक्षकों के साथ AI को भी इंटीग्रेट किया है, ताकि दुनिया भर में उच्चतम परिणाम-से-लागत अनुपात प्राप्त किया जा सके.
Claypond Capital के रंजन पई ने कहा, “AI में स्वास्थ्य परिणामों में तेजी से सुधार करने की क्षमता है. Healthify ने भारत में बड़े पैमाने पर यह साबित किया है और मैं उन्हें वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएं देता हूं.”
कंपनी का लक्ष्य वित्तीय वर्ष के अंत तक EBITDA-पॉजिटिव स्थिति हासिल करना है.
वशिष्ठ ने कहा, “हम लाभप्रदता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. वित्त वर्ष 25 समाप्त होने से पहले, हम भारत में सकारात्मक नकदी प्रवाह हासिल करेंगे. लाभप्रदता हमारा मुख्य फोकस रहा है.”
जब कंपनी के मूल्यांकन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “यह $100 मिलियन से कम नहीं है और $1 बिलियन से अधिक नहीं है - यह उस ज़ोन में है.”
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक हालिया अध्ययन ने भी कंपनी के AI और ह्यूमन कोच कार्यक्रमों के माध्यम से प्राप्त उल्लेखनीय वजन घटाने को बयां किया है.
इसके अलावा, Healthify को बहुभाषी (multilingual) और मल्टी-मॉडल AI न्यूट्रिशियन कोचिंग में इसके प्रयासों के लिए OpenAI द्वारा उनके हाल ही में आयोजित DevDay कार्यक्रम में सम्मानित किया गया.
जबकि कंज्यूमर सेगमेंट इसका प्राथमिक फोकस बना हुआ है, Healthify कॉर्पोरेट वेलनेस भागीदारी का विस्तार करके और डायग्नोस्टिक्स, बीमा और फार्मास्युटिकल फर्मों के साथ सहयोग की खोज करके B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) विकास रणनीति पर भी काम करता है.
“हमें उम्मीद है कि अगले 5 वर्षों में सबसे बड़ी वृद्धि अमेरिका से होगी - इसमें कोई संदेह नहीं है. यहीं पर हम एक कई-सौ डॉलर का बिजनेस खड़ा करने की उम्मीद करते हैं. निकट भविष्य में, हम भारत में बहुत सी B2B साझेदारियों से भी विकास की उम्मीद करते हैं,” वशिष्ठ ने समझाया.
वशिष्ठ ने यह भी बताया कि अभी IPO (Initial Public Offer) की संभावना नहीं है, लेकिन कंपनी भारत के बिजनेस के लाभदायक होने के बाद फंडिंग विकल्प के रूप में सार्वजनिक बाजारों का पता लगाएगी.
पहले HealthifyMe के नाम से जाना जाने वाला Healthify आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) पर काम करने वाला हेल्थ और फिटनेस प्लेटफ़ॉर्म है. यह प्लेटफ़ॉर्म वर्तमान में 300 से अधिक शहरों में 40 मिलियन उपयोगकर्ताओं को सेवाएं देता है, साथ ही न्यूट्रिशियन, फिटनेस और समग्र स्वास्थ्य पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए 600 से अधिक कोच का इसका नेटवर्क है.
LeapFrog Investments के बीजू मोहनदास ने कहा, “Healthify वर्ष 2017 से AI के उपयोग में अग्रणी रहा है, और अपने कोच के प्रभाव को बढ़ाने और अपने उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणाम बनाने के लिए AI का लाभ उठाने में सेक्टर का नेतृत्व करना जारी रखता है. हम इस राउंड में कंपनी का समर्थन करने के लिए रोमांचित हैं, ताकि नए और अधिक शक्तिशाली AI मॉडल की क्षमता को आगे बढ़ाया जा सके, जो उनके विकास को गति दे सकता है और उन्हें एक अरब लोगों के जीवन में सुधार लाने की उनकी महत्वाकांक्षा के करीब ला सकता है.”
(Translated by: रविकांत पारीक)