IIT ग्रेजुएट ने 6 महीने पहले ज्वाइन की थी Amazon, कंपनी ने नौकरी से निकाला, बंदे की दास्तां...
ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी
अपने 18,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. कंपनी दुनिया भर में अपने सबसे बड़े छंटनी अभियान में भारत में करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है.इसी कड़ी में, कंपनी ने बेंगलुरु ऑफिस में काम कर रहे IIT मंडी के एक ग्रेजुएट को नौकरी से निकाल दिया, जिसकी पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
Amazon में बतौर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर जॉब करने वाले हर्ष ने नई जॉब की तलाश के दौरान अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर नौकरी से निकाले जाने की ख़बर साझा की. हर्ष ने करीब छह महीने पहले ही कंपनी ज्वाइन की थी और हाल ही में कुछ दिन पहले उन्हें नौकरी से निकाल दिया था.
हर्ष ने अपनी पोस्ट में लिखा, "मैं कभी भी इस तरह अपना नया साल 2023 शुरू नहीं करना चाहता था. लेकिन Amazon में हाल ही में हुई छंटनी के साथ ही मेरी भी जॉब चली गई."
उन्होंने आगे लिखा, "IIT मंडी से BTech CSE में मैंने ग्रेजुएशन की. हालांकि, Amazon में मेरा सफर छोटा रहा, मैं नई स्किल्स सीखने और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में ग्रो होने के अवसर के लिए आभारी हूं. इन 6 महीनों में, मैंने Java पर काम किया, जोकि पूरी तरह से AWS आर्किटेक्चर बेस्ड टेक स्टैक है. इसी के साथ AWS Lambda, EC2, VPC, API Gateway, वर्कफ़्लो ऑर्केस्ट्रेटर्स और परफॉर्मेंस अलार्म जैसी चीजों पर भी हाथ आजमाए."
हर्ष नई जॉब तलाश रहे हैं.
लगातार हो रही छंटनी का असर ऐसा है कि इन दिनों, सोशल मीडिया और न्यूज़ रिपोर्ट्स में इस तरह की ख़बरें आ रही है कि Amazon के एम्पलॉई ऑफिस में रो रहे हैं.
वहीं, बीते हफ्ते, पुणे के लेबर कमिश्नर ऑफिस ने Amazon को एक नोटिस भेजा था. नोटिस में कंपनी को 17 जनवरी को आयुक्त कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था. एक समूह ने आरोप लगाया है कि ई-कॉमर्स दिग्गज ने अवैध रूप से एक स्वैच्छिक अलगाव नीति और छंटनी की घोषणा की है.
गौरतलब हो कि Amazon के सीईओ एंडी जेसी ने पहली बार पिछले साल नवंबर में कंपनी में बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था, “हम कंपनी में 18,000 से अधिक रोल को खत्म करने की योजना बना रहे हैं, इससे कई टीमें प्रभावित होंगी.”
31 दिसंबर 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक, Amazon में फुल-टाइम और पार्ट-टाइम जॉब करने वाले करीब 16 लाख एम्पलॉई हैं.