ग्रामीणों तक मेडिकल सहायता पहुंचे इसके लिए कश्मीर में पहाड़ चढ़ गए सेना के जवान, शुरू किया वैक्सीनेशन
कोरोना महामारी को देखते हुए ऐसे रिमोट इलाकों के लिए आर्मी ने एक कैम्पेन शुरू किया है। इसके तहत ही 24 जून को भारतीय सेना ने कठुआ और राजौरी इलाकों के रिमोट इलाकों एक मेडिकल कैंप का आयोजन किया था।
"गौरतलब है कि कठुआ और राजौरी के जिन इलाकों में सेना के मेडिकल कैंप लगाए हैं वहाँ पर दूर-दूर तक अस्पताल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इतना ही नहीं, इसी के साथ सेना के जवानों ने कठुआ स्थित भारत-पाक सीमा पर स्थित गांवों में भी जाकर ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का काम किया है।"
जब कभी भी देश मुश्किल हालातों का सामना कर रहा हो उस दौरान मदद के लिए सेना हमेशा सबसे अगली पंक्ति में खड़ी नज़र आती है और अब जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है तब भी सेना के जवान जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए पूरी तरह से जुटे हुए हैं।
जम्मू कश्मीर में अन्य सुरक्षा बलों के साथ सेना भी इस समय लोगों को मेडिकल मदद उपलब्ध कराने में जुटी हुई है। इस बीच सेना के जवानों ने जम्मू कश्मीर के रिमोट इलाको में रह रहे ग्रामीण लोगों के बीच जाकर उन्हें कोरोना वैक्सीन व अन्य मेडिकल मदद उपलब्ध करा रहे हैं।
आर्मी ने शुरू किया वैक्सीन कैम्पेन
कोरोना महामारी को देखते हुए ऐसे रिमोट इलाकों के लिए आर्मी ने एक कैम्पेन शुरू किया है। इसके तहत ही 24 जून को भारतीय सेना ने कठुआ और राजौरी इलाकों के रिमोट इलाकों एक मेडिकल कैंप का आयोजन किया था।
इस कैंप के जरिये भारतीय सेना ने इन इलाकों रह रहे लोगों लोगों को कोविड वैक्सीन लगवाने का काम किया है। स्थानीय लोगों के बीच कोरोना को लेकर तमाम भ्रांतियाँ भी बनीं हुई थीं, जिसके बाद सेना के जवानों ने ग्रामीणों से बात करते हुए उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक करने का भी काम किया है।
मालूम हो कि सेना की इन सेवाओं को ‘ऑपरेशन सद्भावना’ तहत संचालित किया जा रहा है।
चढ़े पहाड़, पार की नदी
मेडिकल कैंप के लिए इन रिमोट इलाकों तक पहुँचना सेना के जवानों के लिए भी आसान नहीं था। क्षेत्र की कठिन भौतिक संरचना के चलते इन इलाकों में जरूरी सुविधाओं का भी पहुंचना मुश्किल हो जाता है और इसी के चलते इन रिमोट गांवों तक पहुंचने के लिए सेना के जवानों को पहाड़ चढ़ने के साथ ही नदी तक पार करनी पड़ गई है।
गौरतलब है कि कठुआ और राजौरी के जिन इलाकों में सेना के मेडिकल कैंप लगाए हैं वहाँ पर दूर-दूर तक अस्पताल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इतना ही नहीं, इसी के साथ सेना के जवानों ने कठुआ स्थित भारत-पाक सीमा पर स्थित गांवों में भी जाकर ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का काम किया है।
स्थानीय लोगों ने जताया आभार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय सेना ने अपने कैंप के जरिये ग्रामीणों के बीच फेस मास्क, सैनेटाइजर, पीपीई किट, कफ सिरप, सामान्य दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर भी पहुंचाने का काम किया है, जिन्हे अब क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा जरूरतमंद ग्रामीणों के बीच बांटने का काम किया जाएगा।
आम दिनों में मेडिकल जरूरत पड़ने पर इन इलाकों में रह रहे लोगों को कठिन रस्तों को पार करते हुए काफी दूर जाना पड़ता है। भारतीय सेना की इस खास पहल के बाद स्थानीय लोगों ने सैनिकों का आभार व्यक्त किया है।
इसी के साथ लोगों ने सेना से यह अपील की है कि ऐसी कठिन परिस्थितियों में वो अपने इन मेडिकल कैंप का संचालन करते रहें, जिसे लेकर सेना ने लोगों को आश्वासन भी दिया है।
Edited by Ranjana Tripathi