पिक्सल पिक्चर्स के जरिए क्षेत्रीय दर्शकों के लिए अंतरराष्ट्रीय शो ला रही है यह महिला बैंकर
प्रशांति मालिसेट्टी (Prashanti Malisetti) ने एक दशक तक कॉर्पोरेट जगत में बैंकर के रूप में काम किया था। जहां उनकी जॉब पेशेवर रूप से संतोषजनक थी, लेकिन उन्हें उस जॉब ने वह रचनात्मक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति नहीं दी, जिसके लिए वह तरस रही थीं। वह कहती हैं कि ट्रैक को बदलने का फैसला करने के लिए उन्होंने खुद को "मजबूत बनाने" के लिए एक साल का लंबा ब्रेक लिया।
समय के दौरान, उन्होंने अपनी ख्वाहिश को एक पुराने दोस्त और निर्देशक संजीव के कुमार के साथ साझा किया, जिन्होंने जबर्दस्त जैसे हिट रियलिटी कॉमेडी शो का निर्माण किया है।
प्रशांति ने उनके साथ कुछ प्रोजेक्ट्स पर नजर रखने का फैसला किया और तब चीजें पूरी तरह से बदल गईं। प्रशांति एक शो बनाने के क्राफ्ट को लेकर काफी मोहित थीं, और तब उन्होंने एक नॉन-फिक्शन प्रोग्रामिंग और टेलीविजन इवेंट्स के लिए एक प्रोडक्शन हाउस पिक्सेल पिक्चर्स की स्थापना की।
शुरुआत
प्रशांति आंध्र प्रदेश के पीतमपुर में पली-बढ़ीं और एक ऐसे उद्यमी परिवार से ताल्लुक रखती हैं जो फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन सहित कई व्यवसायों में शामिल था। कॉमर्स में उनकी डिग्री और HSBC और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे संगठनों के लिए एक कॉर्पोरेट बैंकर के रूप में उनका कार्य अनुभव उनके उद्यमशील प्रयासों के लिए सही नुस्खा साबित हुआ।
2013 में, प्रशांति ने अपनी बचत से पिक्सल पिक्चर (Pixel Pictures) लॉन्च किया। भारत में मीडिया और मनोरंजन उद्योग बहुत ही आकर्षक है। IBEF की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह 2019-24 के दौरान 13.5 प्रतिशत के सीएजीआर में विस्तार करने के लिए तैयार है और 2024 तक लगभग 307,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
वृद्धि के बावजूद, उद्योग बहुत संगठित नहीं है। यह उन चुनौतियों में से एक थी जिसने प्रशांति को एक निर्माता बनने और उद्योग को अधिक संगठित बनाने में मदद करने के लिए प्रेरित किया। कंपनी की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में, प्रशांति ने पिक्सल पिक्चर्स के जरिए 1,000 घंटे से अधिक के टीवी कंटेंट का निर्माण किया। इनमें कई सुपरहिट शो शामिल हैं।
सुपर मिनट, यह शो एंडेमोल शाइन के मिनट टू विन इट का कन्नड़ एडॉप्शन है। डांसिंग स्टार, यह शो बीबीसी डांसिंग ऑफ द स्टार्स का एडॉप्शन है। इसके अलावा फैमिली पॉवर; थका धिमी था; सुपर टॉक टाइम; मेड फॉर ईच अदर; और कन्नड़ व मलयालम टेलीविजन दर्शकों के लिए अन्य कई शो बनाए।
लाइसेंसिंग के माध्यम से क्षेत्रीय दर्शकों के लिए अंतरराष्ट्रीय शो का आयोजन पिक्सल पिक्चर्स की यूएसपी में से एक है। प्रशांति दक्षिण भारत की सभी चार स्थानीय भाषाओं में भी ऑरिजिनल कंटेंट बनाकर विविधता ला रही हैं। रचनात्मकता की खुशी के बारे में बताते हुए, वह कहती है,
“एक सफल शूट डे से मिली खुशी एक मनोरंजन पार्क में मिले उत्साह के बराबर है। स्टोरीटेलिंग काफी डरावनी और शानदार भी होती है। इसे शानदार बनाने की चुनौती प्रेरणादायक है।”
नए ट्रेंड्स को अपनाना
भारतीय टेलीवीजन बाजार 100 मिलियन घरों में चलता है, IBEF की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 तक कुल 298 मिलियन में से 197 मिलियन घरों में टीवी सेट हैं। प्रशांति का कहना है कि भारत में 97 प्रतिशत घरों में अभी भी एक ही टेलीविजन सेट है, यह दिखाता है कि ओटीटी प्लेटफार्मों के उदय के बावजूद देश में अभी भी एक साथ देखने का प्रचलन है।
वह क्रिएटिव कंटेंट की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहती हैं,
"ऑरिजिनल कंटेंट यादगार कहानियों को बनाने की आधारशिला है जो दर्शकों के साथ लंबे समय तक जुड़ी रहती हैं।"
ओटीटी प्लेटफार्मों और डिजिटल मीडिया के उद्भव के साथ, प्रशांति भी इस क्षेत्र में विस्तार करना चाह रही हैं।
वह आश्वस्त हैं कि उद्योग में अगला बड़ा ट्रेंड विशेष रूप से बच्चों के लिए डिजाइन किया गया कंटेंट है। यह ऐसे कंटेंट होगा जो मनोरंजक, सूचनात्मक है और बच्चों में विभिन्न कौशल विकसित करने में मदद कर सकता है।
वे कहती हैं,
“हम बच्चों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक VoD प्लेटफॉर्म का निर्माण करेंगे। यह विशेष रूप से 12 से कम उम्र के बच्चों को एक मनोरंजक अनुभव देने के लिए डिजाइन किया गया है जो मनोरंजक और शैक्षिक है, और माता-पिता को अपने बच्चों के लिए कंटेंट का पता लगाने के लिए एक सुरक्षित स्थान का आराम और सुरक्षा प्रदान करता है।”
रास्ते में चुनौतियां
यह एक ऐसी इंडस्ट्री है जिसमें, स्पॉट बॉय से लेकर मेल प्रोड्यूसर और डायरेक्टर तक पुरुषों का वर्चस्व है, ऐसे में प्रशांति अपने उद्यम के साथ इस 'परंपरा' को तोड़ रही है। वे कहती हैं,
“एक निर्माता की छवि अक्सर वही घिसा-पिटी होती है। लोगों के जहन में इमेज आती है कि एक आदमी है जो सूट वूट में, एक सोने की चेन पहने, एक अटैची कैश से भरा हुआ.. टाइप का होता होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश मनोरंजन कंपनियों में पुरुषों का वर्चस्व है।"
वे बताती हैं,
"ऐसे भी समय थे जब लोग नहीं जानते थे कि मैं एक प्रोड्यूसर था जब तक कि वे मुझे तैयार नहीं करते और सेट पर सभी तरह के काम करते न देख लेते थे।"
ऐसी विकट परिस्थितियों के बावजूद, प्रशांति इस बात पर जोर देती हैं कि किसी का काम नैतिकता और कड़ी मेहनत के माध्यम से अर्जित सम्मान सबसे अधिक मायने रखता है। उद्योग में महिलाओं के महत्व पर, वह कहती हैं,
“महिला निर्माता, निर्देशक और अभिनेत्री मीडिया उद्योग को फिर से परिभाषित कर रही हैं और परिदृश्य को बदल रही हैं। महिलाएं समान रूप से प्रतिस्पर्धी हैं और दुनिया को दिखाने के लिए उद्योग में पुरुषों को भी चुनौती दे रही हैं कि कोई भी उद्योग सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं है। हम टेबल पर बहुत सारे विविध अनुभव लेकर आते हैं।”
आगे का रास्ता
पिक्सल पिक्चर्स लोगों के एक छोटे समूह के साथ शुरू हुआ और 2019 में 25 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि देखी गई। वर्तमान में, यह बी 2 बी कंपनी है और प्रशांति इसे बी 2 सी कंपनी बनाने की उम्मीद करती हैं।
2020 में, वह टीवी और ओटीटी दोनों प्लेटफार्मों के लिए, स्थानीय और क्षेत्र-विशेष प्रतिभाओं को हायर करने और स्क्रिप्टेड और अनस्क्रिप्टेड सेगमेंट में धमाकेदार और प्रासंगिक कंटेंट बनाना चाहती हैं। कंपनी जल्द ही तमिल और तेलुगु उद्योगों के लिए कंटेंट का प्रोडक्शन करेगी, और टेलीविजन के लिए अपनी पहली फिक्शन सीरीज का निर्माण करेगी।