बस थोड़ी सी सावधानी आपको कोरोना वायरस से बचा सकती है, ध्यान रखें ये जरूरी बातें
कोरोनावायरस ने चीन के साथ विश्व के तमाम देशों को बुरी तरह प्रभावित किया है, भारत में भी इस वायरस से जुड़े कई मामले सामने आए हैं।
पूरा विश्व अभी कोरोनावायरस (COVID-19) के लगातार बढ़ते हुए प्रकोप को लेकर परेशान नज़र आ रहा है। इस वायरस के चलते दुनिया भर में कारोबार समेत तमाम सेवाओं पर इसका बुरा प्रभाव पड़ा है। वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हुए चीन में अब तक जहां 3 हज़ार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं भारत में भी कोरोनावायरस के कई मामले सामने आए हैं, हालांकि भारत में इस वायरस की चपेट में आकर अभी किसी की मौत नहीं हुई है।
यह सब चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ, जहां कई जानवरों के मांस की बिक्री की जाती थी। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार वहाँ के बाज़ार में 110 से अधिक किस्म के जानवरों का मांस बेंचा जाता था, जिसमें साँप और चमगादड़ आदि भी शामिल थे। सड़े-गले मांस और गंदगी के चलते ही वहाँ यह वायरस पनपा और फिर वहीं का मांस खाने के चलते यह चीन के लोगों में फैला।
कैसा है ये वायरस?
अभी जिस वायरस से दुनिया खौफजदा है उसका नाम नोवेल कोरोनावायरस है, यह संक्रामण रोग फैलाने वाले कोरोनावायरस का एक प्रकार है। कोरोनावायरस एक आरएनए वायरस है, जो सांस के जरिये व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। इस वायरस की शुरुआत के लिए चमगादड़ का मांस जिम्मेदार हो सकता है, क्योंकि यह वायरस आनुवांशिक तौर पर चमगादड़ में पाये जाने वाले कोरोनावायरस के काफी समान है।
साइज़ की बात करें तो कोरोनावायरस काफी सूक्ष्म है। कोरोनावायरस एक इंसान के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है, जिसके चलते यह बड़ी आसानी से मानव शरीर में दाखिल हो सकता है, ऐसे में बाज़ार में उपलब्ध कई मास्क भी इसके प्रकोप से इंसान को बचा लेंगे, ऐसा कहना थोड़ा मुश्किल है।
क्या हैं लक्षण?
कोरोनावायरस स्वसन तंत्र के जरिये लोगों के शरीर में प्रवेश करता है, ऐसे में इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर लोग आसानी से इस वायरस की चपेट में आ जाते हैं। इस तरह यह वायरस उम्रदराज लोगों के लिए अधिक खतरनाक है। एक बार यह वायरस किसी इंसान से शरीर में प्रवेश कर जाये तो पीड़ित के सिर में तेज दर्द, खांसी, बुखार, थकान, उल्टी आना, सांस लेने में तकलीफ होना और निमोनिया जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं, हालांकि इस वायरस और सामान्य कोल्ड के बाद प्रभावित व्यक्ति के शरीर में समान लक्षण ही नज़र आते हैं।
कैसे बचें?
भारत में अब तक कई लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन सभी पीड़ितों का इलाज चल रहा है, केरल में सामने आए तीन केस में पीड़ितों का सफल इलाज भी किया जा चुका है। कोरोनावायरस आमतौर पर सांस के जरिये व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। खाँसने और छींकते के समय गिरने वाली बूंदों में यह वायरस हो सकता है, इस लिए जरूरी है कि आप अपने हाथों को दिन में कई बार धोएँ, साथ ही जितना कम से कम हो सके अपने चेहरे को छूएँ। अपने हाथों को साफ करने के लिए हैंड सैनेटाइजर का उपयोग करें।
गौरतलब है कि लोगों के बीच मास्क को लेकर भी एक अलग धारणा है, जिसके चलते बाज़ार इस समय मास्क की कमी देखी जा रही है, हालांकि आप अगर स्वस्थ हैं तो आपको मास्क इस्तेमाल करने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन आप किसी संक्रमित व्यक्ति की देखभाल में लगे हैं तो जरूरी है कि आप मास्क पहन लें। अगर आपको भी कफ, बुखार या सांस लेने में तकलीफ आने जैसे लक्षण नज़र आ रहे हैं तो आप मास्क का उपयोग करें और तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।
ध्यान रखें!
चीन समेत दुनिया के कई देशों जैसे ईरान, दक्षिण कोरिया और इटली में बड़ी संख्या में कोरोनावायरस के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में आप ऐतिहातन इन देशों की यात्रा करने से बचें। अगर किसी भी व्यक्ति में इस बीमारी से मिलते जुलते लक्षण नज़र आ रहे हैं, तो उससे दूरी बनाएँ। इस दौरान स्वच्छता ही सबसे अच्छा विकल्प है, लोगों से हाथ मिलाने से बचें और अपने हाथों को भी निश्चित अंतराल पर सैनेटाइजर से साफ करते रहे।
भारत में क्या है हाल?
भारत में करीब 31 से अधिक मामलों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है, जिनमें इटली से आए हुए 16 पर्यटक भी शामिल हैं। इसके पहले केरल के तीन नागरिकों में कोरोना की पुष्टि हुई थी, लेकिन इलाज के बाद अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से भारत आने वाले लोगों की कोरोनावायरस से संबन्धित स्क्रीनिंग की जा रही है। देश के भीतर कोरोनावायरस की लड़ने के लिए 34 लैब की स्थापना भी की गई है।
कोरोनावायरस एक महामारी की तरह पूरे विश्व में फैलने की ओर बढ़ रहा है, इसे लेकर भारत सरकार पूरी तरह सतर्क है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इसके रोकथाम के लिए पूरी कोशिश कर रहा है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी खुद भी इससे जुड़े हालातों पर सीधी नज़र बनाए हुए हैं।