बनना चाहते हैं एक सफल उद्यमी, तो दूर रहें इन बातों से
क्या ये मिथक आपको उद्यमी बनने से रोक रहे हैं?
किसी नए उद्यमी के लिए कई मिथक उसकी सफलता के रास्ते को बुरी तरह बाधित कर सकते हैं।
आज के समय में आंत्र्प्रेन्योर (entrepreneur) सबसे चर्चित शब्दों में से एक है, लेकिन इसके साथ कई मिथक भी जुड़े हैं। अपने आइडिया के साथ आगे बढ़ते हुए उसे एक सफल व्यवसाय में तब्दील करना आपको एक सफल आंत्र्प्रेन्योर बनाता है, लेकिन इस दिशा में आगे बढ़ने से पहले ही हमारे मन में उद्यमशीलता को लेकर कई विचार आते रहते हैं और इस संबंध में हम उन्हे सच भी मान लेते हैं।
तो क्या हैं ऐसे मिथक को असल में किसी आंत्र्प्रेन्योर या उद्यमशीलता के लिए घातक साबित हो सकते हैं, या ये यात्रा की शुरुआत में आपका काफी समय बर्बाद कर सकते हैं। इन मिथकों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।
शुरुआत में अधिक धन आवश्यक है?
उद्यमशीलता की कई ऐसी कहानियाँ हैं जहां शुरुआत बेहद काम निवेश के साथ हुई थी, लेकिन बाद में वे आइडिया एक बड़े व्यवसाय के रूप में विकसित हुए। इन कहानियों में आप गूगल, फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों के बारे में पढ़ सकते हैं। हालांकि यह जरूर है कि आप जिस विचार के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं उसके लिए हिसाब से आपको शुरुआती धन की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन हर बार यह संभव नहीं है कि आपको शुरुआत में ही एक बड़ी राशि मिल ही जाए।
इसी के साथ जब आप बेहद कम पूंजी के साथ किसी व्यवसाय की शुरुआत कर रहे हैं तो आपके लिए भी आवश्यक है कि अपनी टीम को लेकर भी संतुलन रखें, पैसा वहीं खर्च करें जहां अधिक आवश्यक हो, इसके अलावा शुरुआती दौर में जितनी समस्याएँ जुगाड़ के चलते सुलझ सकती हैं उन्हे वैसे ही सुलझाने की कोशिश करें।
सही समय का इंतज़ार!
सही समय कब आयेगा, ये आमतौर पर किसी को नहीं मालूम है। अपने विचार के साथ आगे बढ़ते हुए आप सही समय के इंतज़ार में सिर्फ अपना समय बर्बाद कर रहे होते हैं। यदि अपने इस दिशा में तैयारी कर ली और आप सिर्फ सही समय के इंतज़ार में हैं तो शायद आप पीछे छूट सकते हैं। याद रखें सही समय का इंतज़ार करने के बजाय आप सही बाज़ार की तरफ ध्यान केन्द्रित करें और ‘आज ही वो दिन है’ की भावना के साथ आगे बढ़ें।
एक बार यात्रा शुरू हो जाने के बाद आप अपने आप इसमें सीखते चले जाएंगे और अनुभव के बल पर अपने विचार को एक स्थायी व्यापार मॉडल में तब्दील कर पाएंगे। गौरतलब है कि सारी जानकारी सिर्फ आप किताबों या ऑनलाइन होकर नहीं जुटा सकते हैं।
सबकुछ पता होना आवश्यक है?
ऐसा जरूरी नहीं है। आप अपने आइडिया को लेकर आश्वस्त हैं, यही पहली प्राथमिकता है। आपको शुरुआत में सबकुछ पता हो ये आपकी सफलता की गारंटी नहीं हो सकता, बल्कि उद्यमशीलता के सफर एक एक उद्यमी हर रोज़, हर वक़्त अपने आप को सीखने के लिए तैयार रखता है। अगर आप एक सॉलिड आइडिया के साथ आगे बढ़ रहे हैं तो आप अपने इस सफर में ही सीखते जाएंगे।
ऐसी स्थिति में आपकी टीम आपका बड़ा सहारा बन सकती है। अपनी टीम के चनाव में इन बातों का ध्यान जरूर रखें कि आपके साथी सभी जरूरतों को पूरे जोश के साथ पूरा कर सकें। वर्तमान में चीजें जितनी तेजी से बदल रही हैं आपकी लगातार सीखने की प्रवृत्ति ही आपको आगे लेकर जाएगी।
जोखिम उठाना जरूरी है?
सामान्यता ये बात उतनी सही नहीं है। ऐसा नहीं है कि बिना जोखिम उठाए आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। अगर आप शुरुआत कर रहे हों तो आप पहले सीखने पर ध्यान केन्द्रित करें उसके बाद जोखिम उठाने पर विचार करें। इस दौरान आप कैल्क्यूलेटेड प्लान के साथ आगे बढ़ने को प्राथमिकता दें।
आप एक बार व्यवसाय और बाज़ार को समझना शुरू कर देते हैं उसके बाद आप एक सीमित जोखिम उठाने कि तरफ अपने कदम बढ़ा सकते हैं।