Zomato के शेयरों में आई तेजी; सीईओ दीपिंदर गोयल बने अरबपति
सोमवार को Zomato के शेयरों में आई जोरदार तेजी के चलते कंपनी में उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू बढ़कर 1 अरब डॉलर से ज्यादा हो गई है. Zomato का शेयर सप्ताह के पहले दिन बाजार में तेजी के बीच 3% से ज्यादा चढ़ गया. इसके साथ ही Zomato के को-फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल भारत के बिलेनियर क्लब में शुमार हो गए.
ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाले प्लेटफॉर्म ज़ोमैटो (ज़ोमैटो में उनके 4.2% हिस्सेदारी के कारण आया है, जिसके शेयरों में सिर्फ़ 2 साल में 300% से ज़्यादा की वृद्धि हुई है.
) के को-फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) भारत के बिलेनियर क्लब में शामिल हो गए हैं. उनकी कुल नेटवर्थ में उछालसोमवार को ज़ोमैटो के शेयरों में आई जोरदार तेजी के चलते कंपनी में उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू बढ़कर 1 अरब डॉलर से ज्यादा हो गई है. ज़ोमैटो का शेयर सप्ताह के पहले दिन बाजार में तेजी के बीच 3 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया. फोर्ब्स के अनुसार, ज़ोमैटो के सीईओ की नेटवर्थ बढ़कर 1.4 अरब डॉलर हो गई है. दीपिंदर गोयल की नेटवर्थ में ये जोरदार उछाल ज़ोमैटो द्वारा प्लेटफॉर्म फीस में इजाफा करने की ख़बरों के बाद शेयर की कीमत में आई तेजी के चलते देखने को मिला है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीईओ दीपिंदर गोयल के पास कंपनी के 36,94,71,500 शेयर थे, जो कंपनी में 4.26 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर थे. सोमवार को शेयर मार्केट में कारोबार के दौरान जब ज़ोमैटो के शेयर ने 232 रुपये का नया ऑल टाइम हाई लेवल छुआ, तो इसके साथ ही ज़ोमैटो के सीईओ की हिस्सेदारी के मूल्य में भी जोरदार इजाफा हुआ और 36.94 करोड़ शेयरों की कीमत करीब 8500 करोड़ रुपये के आस-पास पहुंच गई.
पिछले साल जुलाई में ज़ोमैटो के शेयर की कीमत 73 रुपये थ.। कीमत में तेजी से कंपनी का मार्केट कैप भी दो लाख करोड़ रुपये के ऊपर पहुंच गया. पिछले एक हफ्ते में कंपनी के शेयरों में 12 फीसदी तेजी आई है जबकि इस दौरान बेंचमार्क इंडेक्स केवल एक फीसदी चढ़ा है. पिछले महीने चार जून को यह 146.85 रुपये पर था और तबसे इसमें 58 फीसदी तेजी आई है. इस साल अब तक यह 88% चढ़ा है जबकि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स में करीब 12% तेजी आई है.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी के मार्केट का सबसे बड़ा प्रॉफिट शेयर करने वाली ज़ोमैटो को लगातार अच्छी डिमांड मिल रही है. T-20 वर्ल्ड कप, IPL 2024 के समय और भयंकर गर्मी के दौरान ज़ोमैटो को फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म और ब्लिंकिट दोनों जगह पर भरपूर ऑर्डर मिले जिससे मुनाफा बढ़ा है.
मिडिल क्लास से आने वाले दीपिंदर सिंह गोयल ने आईआईटी दिल्ली से मैथ और कंप्यूटिंग में ग्रैजुएशन किया है. खाने के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर उन्होंने एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप बनाया. बैन एंड कंपनी में रहते हुए, उन्होंने FoodieBay.com की सह-स्थापना की, जिसे बाद में Zomato.com नाम दिया गया. वह लोगों के लिए घर बैठे खाना ऑर्डर करने की प्रक्रिया को आसान बनाना चाहते थे.
साल 2011 में Info Edge से शुरुआती फंडिंग मिलने के बाद, गोयल और उनकी टीम ने Zomato के विकास पर ध्यान देने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. कंपनी ने भारत के फूड टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में तेजी से अपनी जगह बनाई और साल 2018 में यह एक यूनिकॉर्न बन गई.