कर्मचारी अब टॉयलेट सीट पर बैठकर नहीं कर सकेंगे आराम, 5 मिनट से ज्यादा बैठते ही हो जाएगा ये हाल!
अब कर्मचारी टॉयलेट सीट पर बैठकर ज्यादा समय नहीं बिता सकेंगे। स्टैंडर्ड टॉयलेट नाम की एक कंपनी ने कुछ इस तरह टॉयलेट सीट डिजाइन की है, जिस पर 5 मिनट से अधिक बैठने पर पैरों में दर्द होने लगेगा।
कई लोग होते हैं जो ऑफिस पहुंचने के तुरंत बाद और ऑफिस से निकलने से तुरंत पहले टॉयलेट में काफी समय बिताते हैं। कई काम से बचने के लिए तो कई रिलैक्स होने के लिए ऑफिस टॉयलेट का यूज करते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं तो आपके लिए भी एक 'बुरी' खबर है।
अब नई तरह और डिजाइन की टॉयलेट सीट बनाई जा रही हैं जिन पर 5 मिनट से अधिक तक बैठना तकलीफ देह हो सकता है। जी हां, खबर एकदम सच है। ब्रिटेन की एक कंपनी ने ऐसी ही टॉयलेट सीट बनाई है।
नए डिजाइन की टॉयलेट सीट को ब्रिटेन के महावीर गिल ने डिजाइन किया है। इन्हें स्टैंडर्ड टॉयलेट का नाम दिया गया है। यह टॉयलेट सीट आम टॉयलेट सीट की तरह सीधी ना होकर 13 डिग्री के ऐंगल पर झुकी हुई है। यानी कि इसमें 13 डिग्री का स्लॉप या ढलान है। इस पर बैठने के कारण आपके पैरों पर अधिक दवाब पड़ेगा, जैसा कि आम सीटों पर नहीं होता। अधिक दवाब के कारण आपके पैर दुखने लगेंगे और आप ज्यादा देर तक सीट पर नहीं बैठ पाएंगे।
इसकी डिजाइनिंग कंपनी का कहना है कि ऐसी सीट का इस्तेमाल करने पर पैरों पर अधिक दबाव पड़ता है। इसके कारण अधिक समय तक सीट पर बैठना आपको परेशान कर सकता है।
औसत की बात करें तो एक व्यक्ति अधिक से अधिक 5 से 7 मिनट इस सीट पर बैठ सकता है। कंपनी के एक डिजाइनर का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कर्मचारी अधिक से अधिक समय अपनी ऑफिस सीट पर बिताएं ना कि टॉयलेट सीट पर। फिलहाल इस नई सीट को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ इसके खिलाफ हैं। इसकी मुखालफत करने वाले लोगों का कहना है कि यह मानवता के खिलाफ है।
वहीं समर्थकों का मानना है कि इससे लोगों की प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और कर्मचारी अधिक काम करेंगे, जिससे कंपनियों को भी फायदा होगा।
ब्रिटिश टॉयलेट एसोसिएशन ने नवंबर में नए डिजाइन को अनुमति दी थी और अब इस एक सीट को 150 यूरो से 500 यूरो के बीच की कीमत में बेचा जा रहा है। अब आपका क्या मानना है, वह हमें भी कॉमेंट करके बताएं?