क्रिप्टो असेट्स को रेग्यूलेट करने के लिए भारत ने की पहल, IMF से किया आग्रह
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो असेट्स को रेग्यूलेट करने के लिए IMF से किया आग्रह
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund - IMF) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलीना जॉर्जिएवा (IMF Managing Director Kristalina Georgieva) के साथ चर्चा की और उनसे क्रिप्टो असेट्स को रेग्यूलेट (regulation of crypto assets) के लिए विश्व स्तर पर समन्वित दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया.
वित्त मंत्री ने आगामी जी20 (G20) वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों (FMCBG) की बैठक के संबंध में IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर के साथ वर्चुअल वार्ता की. बता दें कि यह बैठक इसी महीने बेंगलुरु में होगी.
वित्त मंत्री सीतारमण ने जी20 में फाइनेंसट्रैक (G20 FinanceTrack ) के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों पर भारत की अध्यक्षता को समर्थन देने के लिए भी आईएमएफ का आभार जताया.
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि जॉर्जिएवा ने चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों में भारत के मजबूत आर्थिक प्रदर्शन के लिए और अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण, विशेष रूप से डिजिटल भुगतान के लिए देश को धन्यवाद दिया.
मंत्रालय ने ट्वीट किया कि दोनों नेताओं ने तुर्किए और सीरिया में भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई.
सीतारमण ने सभी के लिए खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और इस मुद्दे पर साक्ष्य-आधारित नीति मार्गदर्शन विकसित करने के लिए विस्तृत तकनीकी विश्लेषण के रूप में भारतीय राष्ट्रपति पद के लिए आईएमएफ से समर्थन मांगा. उन्होंने जॉर्जीवा को यह भी बताया कि ऋण मुद्दे जी20 में फाइनेंसट्रैक चर्चाओं में सबसे आगे होंगे, और भारत कॉमन फ्रेमवर्क के व्यवस्थित और समय पर कार्यान्वयन के लिए चल रहे प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगा.
एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि ऋण कमजोरियों को दूर करने के साथ-साथ दोनों नेताओं ने वैश्विक वित्तीय सुरक्षा नेट को मजबूत करने के लिए कोटा की 16वीं सामान्य समीक्षा (जीआरक्यू) को समय पर पूरा करने जैसे अन्य प्रमुख डिलिवरेबल्स पर भी चर्चा की.
RBI है क्रिप्टो के खिलाफ
हालांकि, देश का केंद्रीय बैंक RBI क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ रहा है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास क्रिप्टो असेट्स को लेकर आगाह करते रहे हैं. इसी साल, बीते माह के दूसरे हफ्ते में RBI के गवर्नर ने क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की अपनी अपील दोहराई है. उन्होंने कहा कि क्रिप्टो 'जुआ के अलावा कुछ नहीं' है और उनका कथित 'मूल्य सिर्फ एक छलावा है.'
इससे पहले, RBI गवर्नर ने मैक्रोइकॉनॉमिक और वित्तीय स्थिरता जोखिमों का हवाला देते हुए क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है.
पहले भी RBI गवर्नर ने चेतावनी दी कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी जैसे सट्टेबाजी के साधनों को अगर बढ़ने की इजाजत दी गई, तो ये अगले वित्तीय संकट की वजह बन सकते हैं. उन्होंने साथ ही बिटकॉइन जैसे साधनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की. दास ऐसे साधनों के प्रबल विरोधी रहे हैं और आरबीआई इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय तक गया है.
वहीं, RBI के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने दिसबंर, 2022 में कहा कि क्रिप्टोकरेंसी पर जो भी डेटा उपलब्ध है, वह भ्रामक है. साथ ही उन्होंने इससे जुड़े नियमों को स्पष्ट रूप से समझने की बात कही है कि डिजिटल करेंसी क्या हैं और उसका इस्तेमाल कैसे किया जाना चाहिए.