अडानी ग्रीन वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद रिफाइनेंस प्लान का खुलासा करेगी: रिपोर्ट
रिपोर्ट्स के अनुसार, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड प्रतिबंधित समूह 15 साल के निजी प्लेसमेंट के माध्यम से मौजूदा बॉन्ड को पुनर्वित्त करेगा.
हिंडनबर्ग (Hindenburg) विवाद के बीच, गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी समूह (
) ने जून के अंत तक अपनी एक सहायक कंपनी की पुनर्वित्त योजना (Adani Green refinancing plan) की घोषणा करने का फैसला किया है.समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि संकटग्रस्त समूह ने गुरुवार को अपने बॉन्डहोल्डर्स को अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Enenrgy) की पुनर्वित्त योजना के बारे में बताया.
अडानी समूह ने हाल के सप्ताहों में अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के साथ विवाद में फंसने के बाद बांड निवेशकों के साथ कॉल की व्यवस्था करने के लिए बैंकों को हायर किया है.
अडानी समूह, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) की ओर से बैंक अगले सप्ताह निश्चित आय वाले निवेशकों के साथ बैठकें कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉल 16 फरवरी और 21 फरवरी के लिए निर्धारित हैं. Barclays Plc, BNP Paribas SA, DBS Bank Ltd, Deutsche Bank AG, Emirates NBD Capital, ING Groep N.V., MUFG, Mizuho, SMBC Nikko, और Standard Chartered Bank कॉल का आयोजन कर रहे हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड प्रतिबंधित समूह 15 साल के निजी प्लेसमेंट के माध्यम से मौजूदा बॉन्ड को पुनर्वित्त करेगा.
2024 में अडानी ग्रीन एनर्जी बांड और 4.375% कूपन की पेशकश गुरुवार को एक दिन पहले 75 डॉलर से बढ़कर 84.5 सेंट हो गई, रॉयटर्स ने ट्रेडवेब डेटा का हवाला देते हुए बताया.
अन्य अडानी ग्रीन एनर्जी डेट सिक्योरिटीज ने भी लाभ दर्ज किया.
अडानी फर्मों द्वारा जारी किए गए डॉलर बॉन्ड के मूल्य में पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से गिरावट आई है, हालांकि हाल के दिनों में उन्होंने कुछ नुकसान कम किए हैं.
रेटिंग एजेंसियां - S&P Global और Moody ने इस महीने समूह की कुछ कंपनियों के लिए अपने दृष्टिकोण को संशोधित कर स्थिर से नकारात्मक कर दिया है.
निवेशकों को शांत करने के लिए, समूह ने कहा कि इस सप्ताह के शुरू में उनकी कंपनियों को कोई भौतिक पुनर्वित्त जोखिम या निकट अवधि की तरलता के मुद्दों का सामना नहीं करना पड़ा.
हिंडनबर्ग की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद से हाल के सप्ताहों में, अडानी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार मूल्य में लगभग 120 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में ग्रुप के खिलाफ टैक्स और स्टॉक्स की हेराफेरी का आरोप लगाया गया था.
इसके बाद ख़बर आई थी कि अडानी समूह ने कुछ कंपनियों की स्वतंत्र ऑडिट कराने के लिए ग्रांट थॉर्नटन (Grant Thornton) कंपनी को हायर किया. लेकिन गुरुवार को अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने ग्रांट थॉर्नटन को हायर करने की खबरों को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया. कंपनी ने इसे बाजार की अफवाह करार दिया.
आपके बता दें कि पिछले 16 कारोबारी सत्रों में गौतम अडानी की नेटवर्थ में भारी गिरावट देखने को मिली है. 23 जनवरी को गौतम अडानी की दौलत करीब 130 अरब डॉलर (करीब 10.73 लाख करोड़ रुपये) के आस-पास थी. वहीं अब गौतम अडानी के पास लगभग 53 अरब डॉलर (लगभग 4.38 लाख करोड़ रुपये) की दौलत बची है. यानी उनकी दौलत करीब 60 फीसदी गिर चुकी है.