इंफोसिस बनी वर्ल्ड की टॉप थ्री कंपनी, अमेरिका की वीजा नंबर वन
भारत की बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी इंफोसिस फोर्ब्स की ताज़ा लिस्ट में विश्व की 250 कंपनियों में से तीसरी सबसे सम्मानित कंपनी बन गई है। इंफोसिस का ग्लोबल मुख्यालय बेंगलुरु में है। लिस्ट में टीसीएस 22वें नंबर पर है। कुल 18 भारतीय कंपनियों ने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।
भारतीय आईटी कंपनी इंफोसिस विश्व की 250 कंपनियों में से तीसरी सबसे सम्मानित कंपनी बन गई है। हालांकि पहले पायदान पर अमेरिका की ग्लोबल पेमेंट टेक्नोलॉजी कंपनी वीजा और इटली की कार कंपनी फेरारी दूसरे नंबर पर हैं। ताज़ा सूची में इंफोसिस टॉप 10 में अकेली भारतीय कंपनी है। टीसीएस 22वें नंबर पर है। कुल 18 भारतीय कंपनियों ने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। बाकी सभी कंपनियां अमेरिका में स्थित हैं। फोर्ब्स की सूची में इंफोसिस ने 28 पायदान की छलांग लगाई है। पिछले साल यह कंपनी 31वें स्थान पर थी।
फोर्ब्स इस सूची में प्रस्तुत 50 फीसदी कंपनियां एशिया की, 59 कंपनियां अमेरिका, चीन की और 82 कंपनियां जापान व भारत की शामिल हैं। भरोसे, सामाजिक व्यवहार, उत्पाद-सेवाओं की क्षमता और नियोक्ता के तौर पर निष्पक्षता के आधार पर इनकी रैंकिंग की गई। सर्वे में 50 देशों के 15,000 लोगों को शामिल किया गया। फोर्ब्स ने स्टेटिस्टा के साथ मिलकर दुनिया की 2000 सबसे बड़ी पब्लिक कंपनियों में से 250 सम्मानित कंपनियों का चयन किया गया।
इन्फोसिस की स्थापना 2 जुलाई, 1981 को पुणे में एन आर नारायण मूर्ति ने की थी। इनके साथ और छह अन्य लोग थे, नंदन निलेकानी, एनएसराघवन, क्रिस गोपालकृष्णन, एस डी.शिबुलाल, के दिनेश और अशोक अरोड़ा। राघवन के साथ आधिकारिक तौर पर कंपनी के पहले कर्मचारी मूर्ति ने अपनी पत्नी सुधा मूर्ति से 10,000 आईएनआर लेकर उत्तर मध्य मुंबई में माटुंगा में राघवन के घर में इन्फोसिस कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से कम्पनी की शुरुआत की।
वर्ष 2001 में इंफोसिस को भारत की सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता श्रेणी में रखा गया। इसके साथ ही इसने वर्ष 2003-4 और 2005 में ग्लोबल मेक पुरस्कार जीता। यह पुरस्कार जीतने वाली यह एकमात्र कम्पनी बन गई और इसके लिए इसे ग्लोबल हॉल ऑफ फेम में प्रोत्साहित किया गया। इन्फोसिस अपनी औद्योगिक व्यापार इकाइयों के माध्यम से विभिन्न उद्योगों की सेवाएं प्रदान कर रही है।
इस समय बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी इन्फोसिस का मुख्यालय बेंगलुरु में है। यह हमारे देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है, जिसमें इस समय 2 लाख 29 हजार से अधिक लोग कार्यरत हैं। सैलेरी देने के मामले में उदारता के चलते एक साल में ही कंपनी के 113 कर्मचारी करोड़पति बन गए। कंपनी में 60 लाख से ज्यादा सैलेरी पाने वाले कर्मचारियों की संख्या भी सैकड़ों में है। इस बीच इंफोसिस प्रबंधन अभी दो माह पहले ही घोषणा कर चुका है कि चालू वित्त वर्ष में वह 18,000 और लोगों को नौकरी देने जा रही है।
इंफोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी यूबी प्रवीण राव का कहना है कि चालू तिमाही में हम 8,000 लोगों नौकरी पर रखने के करीब हैं। इसमें से करीब 2,500 फ्रेशर्स हैं। इसमें बड़ी संख्या विश्वविद्यालयों से होने वाले कैंपस प्लेसमेंट की है। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ इंफोसिस ने 3,802 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया। कंपनी ने 13.9 फीसदी की बढ़त के साथ 21,803 करोड़ रुपये की शुद्ध कमाई की है।
यह भी उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा, 31 मार्च को समाप्त हुई तिमाही के आधार पर 6.8 फीसदी घटकर 3,802 करोड़ रुपये रहा है। अगर इसकी तुलना पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से करें तो इसमें पांच फीसदी का लाभ दर्ज हुआ है। कंपनी की डॉलर से होने वाली आय में 2.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह 313.1 करोड़ डॉलर रहा है। तिमाही आधार पर पहली तिमाही में इंफोसिस का एबिट 4,618 करोड़ रुपये से घटकर 4,471 करोड़ रुपये और एबिट मार्जिन 21.4 फीसदी से घटकर 20.5 फीसदी रहा है।
2019-20 के लिये स्थिर मुद्रा के आधार पर अपनी आय वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 8.5 -10 फीसदी कर दिया है। अप्रैल तिमाही में कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में आय में 7.5-9.5 फीसदी वृद्धि का अनुमान जताया था।
पहली तिमाही में कंपनी के डिजिटल कारोबार की आय 1.12 अरब डॉलर रही है जो कंपनी की कुल आय का 35.7 फीसदी है। कंपनी ने पहली तिमाही में 2.7 अरब डॉलर के बड़े डील किए हैं। कंपनी का वित्तीय परिणाम बाजार बंद होने के बाद जारी किया गया। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख का कहना है कि हमने 2019-20 में अच्छी शुरूआत की है। इसका कारण ग्राहकों पर हमारा निरंतर ध्यान है और हम उन पर निवेश करते हैं।
इस आधार पर हमने 2019-20 के लिये आय अनुमान 7.5-9.5 फीसदी से बढ़ाकर 8.5-10 फीसदी कर दिया है। दुनिया भर की आईटी कंपनियों में टॉप थ्री मानी गई इंफोसिस अपनी कई और खूबियों के कारण अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखे हुए हैं।