जामिया पुलिस कार्रवाई मामला: अदालत में याचिका दायर
जामिया मिलिया इस्लामिया में स्थिति अब भी तनावपूर्ण, 50 छात्र हिरासत से रिहा
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर रविवार की रात की गई पुलिस कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में सोमवार को एक याचिका दायर की गई है।
वहीं मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ ने याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि,
“मामले को फौरन सुने जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।”
आपको बता दें कि इस याचिका में छात्रों पर कथित तौर पर गोली चलाने समेत अन्य पुलिस कार्रवाई की न्यायिक जांच का अनुरोध किया गया है। साथ ही इसमें घायल छात्रों का उचित इलाज कराने एवं उनके लिए मुआवजे की भी मांग की गई है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के प्रदर्शन के दौरान यह सारा विवाद पैदा हुआ। लेकिन बाद में छात्रों के एक निकाय ने कहा कि हिंसा और आगजनी से छात्रों का कोई लेना-देना नहीं हैं और आरोप लगाया कि “कुछ तत्व” प्रदर्शन में शामिल हो गए और इसको “बाधित” किया।
अधिकारियों के मुताबिक संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प के बाद चार सरकारी बसों और दो पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
हिंसा के ठीक बाद, जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मुख्य प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस बिना किसी इजाजत के जबरन परिसर में घुसी और छात्रों एवं स्टाफ कर्मचारियों की पिटाई कर उन्हें जबरन परिसर से बाहर किया गया।
पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए, विश्वविद्यालय की कुलपति नज्मा अख्तर ने कहा कि जो छात्र पुस्तकालय के अंदर थे उन्हें बाहर निकाल लिया गया है और वे सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार को प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए कम से कम 50 छात्रों को सोमवार तड़के रिहा कर दिया गया। हालांकि विश्वविद्यालय में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
इससे पहले रविवार रात को दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग (डीएमसी) ने कालकाजी पुलिस थाना प्रभारी को जामिया के ‘‘घायल’’ छात्रों को रिहा करने अथवा बिना किसी विलंब के उन्हें इलाज के लिए किसी अच्छे अस्पताल ले जाने के निर्देश दिए थे। आयोग ने अधिकारी को सोमवार दोपहर तीन बजे तक अनुपालन रिपोर्ट दायर करने का भी निर्देश दिया था।
आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार को प्रदर्शन के दौरान जामिया मिलिया इस्लामिया और निकटवर्ती इलाकों में हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा एक मामला जामिया नगर पुलिस थाने और दूसरा मामला न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस थाने में दर्ज किए गए हैं।