Job Market: Rupeek ने करीब 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
Rupeek कर्मचारियों की छंटनी करने वाला पहला फिनटेक स्टार्टअप है. स्टार्टअप की टीम में लगभग 1,200 कर्मचारी हैं.
गोल्ड लोन प्लेटफॉर्म
ने अपने कर्मचारियों की संख्या में 10-15 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया है. कंपनी ने करीब 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. Rupeek कर्मचारियों की छंटनी करने वाला पहला फिनटेक स्टार्टअप है. स्टार्टअप की टीम में लगभग 1,200 कर्मचारी हैं.हाल ही में Rupeek से पहले, एडटेक स्टार्टअप
ने अपना कामकाज बंद करने की घोषणा की थी. कंपनी के इस कदम से एक साथ करीब 100-120 कर्मचारियों की नौकरी चली गई.सुत्रों के मुताबिक, कंपनी ने एक बयान में कहा, "बेहद अफसोस के साथ, हमें बताना पड़ रहा है कि हमने 10-15 प्रतिशत कर्मचारियों की कटौती करने का कठिन निर्णय लिया है. हालातों के मद्दनेजर हमें अपनी रणनीति को ठीक करने, अपनी लागतों पर पुनर्विचार करने की जरुरत है."
कंपनी ने कहा, "हम हमारे सभी कर्मचारियों द्वारा किए गए निस्वार्थ योगदान को स्वीकार करते हैं और हम उनका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
कंपनी के फाउंडर और सीईओ सुमित मनियार ने इस फैसले पर कर्मचारियों को ईमेल लिखकर जानकारी दी. ईमेल में उन्होंने लिखा था, "हमने पुर-ज़ोर कोशिश की, और हमने अपनी रणनीतिक योजनाओं के साथ जरूरी वर्कफोर्स को रखने का फैसला किया है. यह निश्चित रूप से सबसे कठिन फैसलों में से एक था. हमें एक ऑर्गेनाइजेशन के रूप में इससे गुजरना पड़ा."
मनियार ने कहा कि कंपनी ने पिछली दो तिमाहियों में 2 गुना वृद्धि देखी है और कंपनी का बिजनेस मॉडल सही से आगे बढ़ता रहे, इसके लिए हम संरचनात्मक रूप से अच्छी स्थिति में है.
2015 में शुरू हुआ बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप Rupeek वर्तमान में 35+ शहरों में मौजूद ह. इसने 6,500+ करोड़ रुपये के लोन बांटे हैं. इसके 55 प्रतिशत ग्राहक पहली बार उधारकर्ता हैं. इसके निवेशकों में Sequoia Capital, Accel Partners, Bertelsmann, GGV Capital, और Lightbox शामिल हैं.
इस साल जनवरी में, स्टार्टअप ने Lightbox से 34 मिलियन डॉलर जुटाए थे.
अब, Rupeek का यह कदम ऐसे वक्त में आता है, जब कई स्टार्टअप जैसे —
, , , , , और मिलकर अबतक 6,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं.