ओला पर गिरी गाज, छह महीने तक नहीं चला पाएंगे कैब, ऑटो या बाइक
देश की बड़ी और जानी मानी कैब एग्रीगेटर कंपनी ओला कैब्स पर गाज गिर गई है। कर्नाटक ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ओला कैब्स पर कुछ नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। शुक्रवार को यह बैन लगाया गया। अब ओला कैब्स पूरे बेंगलुरु में छह महीनों तक अपनी कोई भी सर्विस जारी नहीं रख पाएगी। 18 मार्च को क्षेत्रीय परिवहन विभाग द्वारा जारी एक लेटर में कंपनी को आदेश दिया गया कि वह बेंगलुरु में छह महीने तक अपनी सर्विस नहीं जारी रख सकती।
दो पेज लंबे इस लेटर में कहा गया है कि ओला कैब्स कथित 'फर्जी लाइसेंस' के जरिए बाइक-टैक्सी सर्विसेज का संचालन कर रही थी। इस पत्र में यह भी कहा गया है कि अगले छह महीने तक के लिए परिवहन विभाग द्वारा कंपनी का लाइसेंस रद्द किया जा रहा है। यह कार्रवाई कर्नाटक मोटर व्हीकल ऐक्ट के तहत की गई है। इस नोटिस के जवाब में ओला कंपनी ने एक बयान जारी किया है।
इस बयान में ओला ने कहा, 'ओला कानून-पालन करने वाली कंपनी है जिसने हमेशा जीवन यापन का विकास करने, गतिशीलता में सुधार करने और एक नई प्रौद्योगिकी उद्योग को सक्षम करने के लिए सरकार के साथ काम किया है। हम एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए सभी विकल्पों की तरफ ध्यान दे रहे हैं, जिससे कर्नाटक राज्य में हजारों ड्राइवर-पार्टनर हमारे नागरिकों की गतिशीलता की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर सकें।'
ओला ने कहा कि वे इस मुद्दे का समाधान खोजने के लिए प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं। कंपनी द्वारा यह आरोप भी लगाया गया है कि बाकी अन्य कंपनियों द्वारा अनधिकृत तरीके से अपनी सर्विस का संचालन कर रही हैं वहीं ओला पर बैन लगा दिया गया है। ओला ने इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि वे कर्नाटक के लाखों ओला उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए कोई न कोई रास्ता जरूर निकालेंगे।
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