बच्चों के कपड़ों के स्टार्टअप में 4 लाख रुपये का निवेश कर सफलता हासिल कर रही है ये महिला उद्यमी
आज बच्चों के कपड़ों के दर्जनों ब्रांड मौजूद हैं। देसी ब्रांड अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। हालांकि माता-पिता, अपने बच्चों को और भी बेहतर कपड़े देने के लिए खास ब्रांड की तलाश में हैं। दरअसल रंग, डिजाइन और फिट कपड़ों के बाद, वे अब अपने बच्चों के लिए टिकाऊ कपड़े की तलाश में हैं।
एलिजाबेथ जैकब और उनका ब्रांड लिज जैकब, छह साल की उम्र तक के बच्चों के लिए कलात्मक, सुंदर और टिकाऊ कपड़ों की एक दस्तकारी रेंज ऑफर करता है। 2014 में लॉन्च किया गया, बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप बच्चों के कपड़ों के लिए सबसे नरम कपास का इस्तेमाल करता है। इसे यह स्टार्टअप “एक ऐसी रेंज जो मजेदार, ताजा और रचनात्मक है” को बनाने के लिए ब्लॉक प्रिंटिंग, स्क्रीन प्रिंटिंग, हैंड पेंटिंग, ऐप्लीक और कढ़ाई जैसी कलात्मक तकनीकों के साथ जोड़ता है।
लिज का ब्रांड बेहद कम ग्राहकों के साथ शुरू हुआ था लेकिन ये तेजी से बढ़ा है और अब उसके दुबई और ऑस्ट्रेलिया में भी ग्राहक हैं। बात आती है कि यह क्रिएटिव जर्नी शुरू कैसे हुई? दरअसल एलिजाबेथ बचपन से ही एक आर्टिस्ट रही हैं, और कपड़े डिजाइन करने, इंटीरियर डिजाइन करने, रंगीन स्क्रैपबुक बनाने या वॉटरकलर्स के साथ प्रयोग करना उनका शौक रहा।
15 वर्षों तक कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने वाली एलिजाबेथ कहती हैं,
“मैंने बेंगलुरु की प्रमुख बहुराष्ट्रीय विज्ञापन एजेंसियों में काफी रचनात्मक लोगों की संगत में अपनी प्रोफेशनल लाइफ का एक अच्छा हिस्सा बिताया है। मैं वहां टॉप फैशन और लाइफस्टाइल ब्रांडों के लिए विज्ञापन कैंपेन बनाती थी। इसने डिजाइन और रचनात्मकता के लिए मेरे जुनून को बढ़ावा दिया, और मुझे ब्रांड निर्माण के सिद्धांतों और ग्राहकों की संतुष्टि के महत्व की अच्छी समझ दी।"
एलिजाबेथ केरल में बड़ी हुईं और इसी दौरान उन्होंने अपने विचारों और दर्शन को अपने परिवार से आत्मसात किया। वे कहती हैं,
“मैंने सुंदरता की सूक्ष्म बारीकियों को सीखा। दरअसल मेरे परिवार ने जो कुछ किया, उसमें यह स्पष्ट दिखता था - वे कपड़े जो उन्होंने पहने थे, उनके घर की सजावट और यहां तक कि पारिवारिक कार्यक्रम में भी।"
बच्चों के पहनने वाले कपड़े क्यों?
एलिजाबेथ कॉर्पोरेट करियर में काफी व्यस्त थीं उन्हें आर्ट के लिए समय ही नहीं मिल पाता था। 2014 में उन्होंने मैटरनिटी ब्रेक लिया। इस दौरान उन्होंने आर्ट के बारे में सोचा। उस साल, उन्हें अपने नन्हें बेटे के लिए क्लासी और इलेक्टिक कपड़े ढूंढ़ने में काफी संघर्ष करना पड़ा।
वे कहती हैं,
“ऐसे स्टोर ज्यादा नहीं थे जो अनूठी स्टाइल ऑफर करते हों। बड़े मल्टी-ब्रांड आउटलेट में ऐसे कपड़े थे जो मास अपील के साथ डिजाइन थे। मुझे लगा कि बच्चों के लिए स्टाइल को ज्यादा ओवर कर दिया है। कलर ज्यादा लाउड थे, कपड़ों में बहुत ज्यादा सेक्विन लगी थे और कढ़ाई भी बहुत ज्यादा थी। कपड़े सिंथेटिक थे और ऐसे गारमेंट उन बच्चों के लिए बहुत असुविधाजनक होते हैं जो पूरे दिन दौड़ना और खेलना पसंद करते हैं।"
डिजाइन संवेदनशीलता को ध्यान में रखने वाले माता-पिता अक्सर कलात्मक कपड़ों के लिए विदेशों में खरीदारी करते हैं। एलिजाबेथ ने इसे एक घरेलू ब्रांड बनाने के अवसर के रूप में देखा, जो प्राकृतिक कपड़ों, सादगीपूर्ण सुंदरता और परफेक्ट फिनिश पर केंद्रित हो। इसी विचार के साथ लिज जैकब का जन्म हुआ।
उन्होंने कुछ कपड़ों को हाथ से पेंट करके शुरू किया और अपने फेसबुक पेज और मॉम-सेंट्रिक फोरम के माध्यम से उन्हें प्रमोट दिया। कपड़ों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया, और 2 पीस प्रति सप्ताह से 10 पीस प्रति सप्ताह तक बिकने लगे। अपने ग्राहकों के साथ लगातार जुड़ाव ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनके खास तरह के हस्तनिर्मित कपड़ों के लिए बाजार में एक जगह है।
एलिजाबेथ कहती है,
“जब मैंने कंपनी शुरू की थी, तब मैंने अपने ग्राहकों के लिए इन डिजाइनों (100 से अधिक पीसेस) को व्यक्तिगत रूप से पेंट किया था। यह लाइन, भले ही बहुत लोकप्रिय थी लेकिन स्केलेबल और प्रॉफिटेबल नहीं थी। कपड़े पर पेंटिंग उतनी ही थकाऊ और समय लेने वाली थी जितना कि कैनवस पर पेंटिंग करना, और मैं यह नहीं कह सकती थी कि प्रयास और समय को सही ठहराने के लिए बच्चों के कपड़ों पर हाई प्रीमियम लगा दो।"
उन्होंने विभिन्न कलात्मक तकनीकों जैसे कढ़ाई, पिपली, स्क्रीन प्रिंटिंग, ब्लॉक-प्रिंटिंग, टाई और डाई, डिजिटल प्रिंटिंग आदि के साथ प्रयोग करना शुरू किया। और उन्होंने पाया कि बाजार को क्या चाहिए। 2016 तक, उन्होंने अपनी कंपनी को पंजीकृत किया और ऑर्डर असेप्ट करने लगीं।
व्यवसाय का निर्माण
ब्रांड बनाने का कोई आसान तरीका नहीं है, खासकर अव्यवस्थित फैशन कैटेगरी में। तेजी से बढ़ने के लिए भारी निवेश करना पड़ता है, लेकिन लिज जैकब को 4 लाख रुपये के निवेश के साथ बूटस्ट्रैप किया गया था। एलिजाबेथ को हर प्रोसेस खुद ही करनी पड़ी, और उनके पति आर थॉमस ने उनकी मदद की। साथ में, उन्होंने इन्वेंट्री मैनेजमेंट प्रोसेस को बनाया, और वेबसाइट डेवलपमेंट, ट्रेडमार्किंग, व्यवसाय पंजीकरण और ब्रांड फोटोग्राफी को संभाला।
हाथ से पेंटिंग लाइन के साथ स्केलेबिलिटी एक बड़ा मुद्दा बन रहा था। प्रत्येक गारमेंट को पूरा करने में डेढ़ से दो दिन लगते हैं, और मार्जिन समय को उचित नहीं ठहराता है। हालांकि, एलिजाबेथ ब्रांड के मुख्य रचनात्मक और कलात्मक मूल्यों को छोड़ना नहीं चाहती थी और इसलिए उन्होंने कारीगरों के साथ काम करने का फैसला किया, जो स्केलिंग करने योग्य प्रिंटिंग तकनीकों के माध्यम से उनके विचारों को कपड़े में स्थानांतरित कर सकते थे।
उन्हें बेंगलुरु में ब्लॉक और स्क्रीन प्रिंटिंग कारीगरों और बुनकरों के समूह मिले, जिन्होंने टिकाऊ परंपराओं का इस्तेमाल किया जो ब्रांड के मूल्यों के साथ बहुत अच्छी तरह से फिट थे। डाई (dyes) प्राकृतिक और हर्बल थीं, और प्रिंटिंग स्टूडियो फेयर ट्रेड पंजीकृत थे और उचित वेतन मानकों का पालन करते थे और कर्मचारियों को सुरक्षित और स्वच्छ कार्य वातावरण प्रदान करते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने के लिए, उन्होंने विशेष और अलग फैब्रिक प्रिंट डेवलप की।
एलिजाबेथ कहती हैं,
"हम घंटों एक थीम कॉन्सेप्ट के मुताबिक इलस्ट्रेशन बनाने की कोशिश करते हैं, जो रचनात्मक रूप से फैब्रिक पर बच्चों के लिए एक दिलचस्प संग्रह के रूप में विकसित किया जा सकता है।"
लिज़ जैकब क्या ऑफर करता है
बच्चों के कपड़ों का ये ब्रांड सॉफ्ट, एलिगेंट कॉटन और ऑर्गेनिक कॉटन बेबीवियर की एक शानदार रेंज ऑफर करता है, साथ ही छह साल की उम्र तक की लड़कियों और लड़कों के लिए एक सेमी-फॉर्मल और फॉर्मल कपड़ों की लाइन ऑफर करता है। सुदूर गाँवों में भारतीय कारीगरों द्वारा बुने गए सभी कपड़े भव्य सूती, लिनेन और हथकरघा वस्त्रों से बने होते हैं।
वे कहती हैं,
“मुझे घूमना और संस्कृतियों को समझना पसंद है। बहुत बार, मुझे इन यात्राओं के दौरान जो अनुभव मिलता है उससे मुझे अगले कलेक्शन के लिए प्रेरणा मिलती है।" वे बताती हैं कि जापान में छुट्टी के बाद ही उनको 'ओरिगामी’ सीरीज के लिए प्रेरणा मिली थी। "यह हमारी लगातार कोशिश है कि हम ऐसी फैब्रिक कंपोज़िशन खोजें, जिसमें सॉफ्ट फील हो, और मल्टीपल वॉश के बाद भी इसे बनाए रखना आसान रहे।"
कंपनी प्राकृतिक रंगों का उपयोग करती है जो पर्यावरण के अनुकूल, बायोडिग्रेडेबल, गैर-कार्सिनोजेनिक और आमतौर पर गैर-एलर्जीक होते हैं। वह बताती हैं,
“हमारे पास कम प्रीमियम का भुगतान करने के लिए तैयार समझदार ग्राहकों के लिए ऑर्गेनिक कॉटन-वियर की प्रमाणित रेंज हैं। हम बचे हुए कपड़े का बेहतर उपयोग करने और अपनी तरफ से अपव्यय को कम करने के लिए बंटिंग (buntings) जैसे स्वीट नर्सरी डेकोर एलीमेंट्स को भी डेवलप कर रहे हैं।”
ऑर्गेनिकली बढ़ रहा है बिजनेस
पिछले तीन वर्षों में, ब्रांड हर साल 30 प्रतिशत की ऑर्गेनिक ग्रोथ से आगे बढ़ रहा है, हालांकि ये सब वर्ड ऑफ माउथ के जरिए ही संभव हो पाया है। इसके हस्तनिर्मित उत्पादों की कीमत 1,200-2,500 रुपये के बीच है
प्रोसेस महंगी हैं और बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग-कॉस्ट से ही लाभ होता है क्योंकि अधिकांश कपड़ों पर डिटेल्स को हाथ से जोड़ा जाता है, न कि मशीनों ले।
एलिजाबेथ कहती हैं,
"इसके बावजूद, हम एक अफोर्डेबल प्राइस रेंज के भीतर कपड़ों की पेशकश करते हैं।"
लिज जैकब डेड स्टॉक या डैमेज गारमेंट्स के जोखिम के बिना कुशलता से अपनी लमिटेड इन्वेंट्री को मैनेज करता है। यह एक ही समय में कई ऑनलाइन दुकानों में अपनी डायनामिक फ्लोटिंग इन्वेंट्री को बनाए रखता है। "एक लाभदायक व्यवसाय" होने का दावा करने वाला यह ईकॉमर्स स्टार्टअप, केवल फेसबुक, इंस्टाग्राम और कंपनी की वेबसाइट के माध्यम से मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन करता है। ज्यादातर खरीदारी फेसबुक पर ही होती है।
कैसा है फ्यूचर?
वैसे तो फैबइंडिया, निकोबार और गुड अर्थ जैसे ब्रांड कई अन्य हस्तनिर्मित उत्पाद श्रेणियों के साथ अपने स्टोर में बच्चों के लिए एक छोटे कलेक्शन की पेशकश करते हैं, लेकिन क्लासी सिलेक्शन के लिए एक डेडीकेटेड आउटलेट खोजना मुश्किल है।
भारत में बच्चों के कपड़ों का बाजार फलफूल रहा है। स्टैटिस्टा के अनुसार, इस बाजार का 2025 में लगभग 1.7 ट्रिलियन तक पहुंचने का अनुमान है, 2015 से लगभग 580 अरब रुपये की वृद्धि हुई है। स्टार्टअप एक महीने में कई ऑर्डर को फुलफिल करता है और संस्थापक अब अगले 18 महीनों में हर महीने 100,000 ऑर्डर प्राप्त करने के लिए व्यापार को बढ़ा रहे हैं। हालांकि वह मौजूदा ऑर्डर नंबर के बारे में बताने से इनकार करती हैं। वे कहती है कि वह वर्तमान में वे बिजनेस बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर धन जुटा रही हैं।
एलिजाबेथ की नजर अब अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों पर भी है। उनके पास पहले से ही दुबई और ऑस्ट्रेलिया में ग्राहक हैं, और लगातार बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप जल्द ही बढ़ते हुए ग्राहक को लक्षित करने के लिए 10 साल तक के बच्चों के लिए कपड़े पेश करेगा। एलिजाबेथ कहती हैं,
"हम चाहते हैं कि लिज़ जैकब भारतीय मां के बच्चों के लिए वन-स्टॉप-शॉप बने।"