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नीति सिंघल: पापा से मदद लेकर शुरू किया 'खास' कपड़ों का स्टार्टअप, तीन साल में कारोबार ₹45 लाख पार

नीति सिंघल: पापा से मदद लेकर शुरू किया 'खास' कपड़ों का स्टार्टअप, तीन साल में कारोबार ₹45 लाख पार

Friday October 25, 2019 , 6 min Read

हर इंसान की तीन जरूरतें होती हैं, रोटी, कपड़ा और मकान। इनमें कपड़ों की बात की जाए तो कपड़ों का फैशन हर दूसरे महीने बदलता रहता है। अगर आप ब्रांड कॉन्शियस हैं तो हर दूसरे महीने नए महंगे कपड़े खरीदना आपके लिए भी आसान नहीं है। ऐसे में जरूरत है ऐसे कपड़ों की जिनमें आप मनचाहा बदलाव कर सकें और वह भी कम कीमत में।


इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए नीति सिंघल ने एक ऐसा प्रोडक्ट बनाया है, जो अपैरल (परिधान) इंडस्ट्री में तहलका मचा सकता है। मुंबई स्थित ब्रांड 'ट्वी इन वन' के इन कपड़ों को दोनों तरफ से पहना जा सकता है। ये कपड़े अत्याधुनिक होने के साथ दिखने में काफी शानदार हैं। एक ही कपड़े को दो अलग-अलग स्टाइल में बदलने की सुविधा दी गई है। फिलहाल कंपनी केवल महिलाओं के कपड़े बना रही है। बाद में कंपनी का लक्ष्य पुरुषों के लिए भी खास कपड़े तैयार करना है।


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नीति सिंघल

कामयाबी का सफर

नीति मिलान (इटली) के इस्टिटुटो मरैंगोनी (Istituto Marangoni) से फैशन डिजाइन में ग्रेजुएट हैं। 2017 में वह एक इटैलियन कंपनी में कढ़ाई डिजाइनर के तौर पर काम करती थीं। नीति एक कमरे में काम करती थीं, जो उनकी कंपनी ने दिया था। वह कमरा इतना छोटा था कि नीति बमुश्किल उसमें रह पाती थीं। उनके कपड़े और बाकी सामानों की बात ही छोड़ दीजिए।


वह गुजरे दिनों को याद करके बताती हैं,

'हर बार जब भी घूमने के लिए मैं अपना बैग पैक करती थी तो मेरे दिमाग में यही ख्याल आता था कि जिंदगी कितनी पर्फेक्ट होती अगर मुझे कम सामान ले जाना और स्टोर करना पड़ता। फिर भी अधिक ले जाना होता है। इसका इकलौता तरीका था कि मैं उस जगह को बचाने की कोशिश करती, जो कपड़े घेरते हैं। यहीं से मैंने दोनों तरफ से पहने जाने वाले और स्टाइल बदलने वाले कॉन्सेप्ट पर काम करना शुरू किया।'


नीति 2017 में ही वापस भारत आ गईं और उन्होंने ट्वी इन वन पर काम करना शुरू किया। उन्हें कंपनी तैयार करने और अपना पहला कलेक्शन निकालने में छह महीने का वक्त लगा। नीति ने अपनी पिछली नौकरी में जो बचत की थी, उन्होंने पहले उसे कंपनी में लगाया। उन्हें अपने पिता से थोड़ी-बहुत वित्तीय मदद मिली। ट्वी इन वन ने 8 लाख रुपये की फंडिंग के साथ बिजनेस शुरू किया था। यह कंपनी तीसरा कारोबारी साल है और उसकी आमदनी 45 लाख रुपये हो गई है। कपड़ों को दोनों तरफ से पहनने का चलन कुछ पहले से चल रहा था लेकिन ट्वी इन वन की दोहरी खूबी ने इसे अनोखा बना दिया।


नीति समझाती हैं,

'हमारे प्रोडक्ट्स के साथ आप सिर्फ कपड़े को ही नहीं बदलते हैं, बल्कि अपने लुक को बदल लेते हैं।'


ट्वी इन वन कपड़ों की व्यापक रेंज ऑफर करता है। इसमें दिन और रात, ऑफिस से क्लब और कैजुअल से लेकर पार्टी जैसे मौकों के लिए कई तरह कपड़े मिलते हैं। नीति ने इटली और फ्रांस कुछ प्रतिष्ठित फैशन कंपनियों के साथ काम किया है। उन्होंने मुंबई की एसएनडीटी यूनिवर्सिटी और इंग्लैंड में लंदन कॉलेज ऑफ फैशन से अपैरल और फैशन डिजाइन की पढ़ाई की है। नीति को डिजाइन इंडस्ट्री का अनुभव बटोरने के बाद अहसास हुआ कि कपड़ों में आधारभूत बदलावों की जरूरत है। आजकल कपड़ों को फंक्शनल और प्रैक्टिकल दोनों होने की जरूरत है।


वह कहती हैं,

'मैं लोगों को भरोसा दिलाना चाहती हूं कि सबसे अच्छे डिजाइन वे हैं, जिन्हें पहनने में किसी तरह की दिक्कत न हो और वे दिखने में भी खूबसूरत लगें।'

हालांकि, नीति का ट्वी इन वन के साथ बड़ा लक्ष्य किसी बिजनेस की स्थिरता को नए सिरे से परिभाषित करके 'लेस इज मोर' यानी कम भी ज्यादा वाले विचार को बढ़ावा देना है। यह काम नीति अपने डिजाइन के जरिए करती हैं, जिसमें वह कुछ ही कपड़ों में बहुत से खूबसूरत लुक की गुंजाइश दे देती हैं। नीति ऑर्गनिक फैब्रिक्स का भी इस्तेमाल करती हैं। उनकी पूरी कोशिश रहती है कि मैन्युफैक्चरिंग के दौरान कम से कम कपड़े का नुकसान हो।




'किसी खास क्रिएटिव जोन की जरूरत नहीं'

नीति अपनी क्रिएटिव प्रोसेस के बारे में बताते हुए कहती हैं,

'मुझे कुछ नया बनाने के लिए किसी खास क्रिएटिव जोन में जाने की जरूरत नहीं है। मेरे लिए कोई भी आइडिया कहीं भी, किसी वक्त आ सकता है। मेरे दिमाग में अच्छा आइडिया प्लेन, एयरपोर्ट, रेस्टोरेंट, ऑफिस और यहां तक कि सोते वक्त भी आ सकता है। हालांकि, जब मैं नए कलेक्शन पर काम करना शुरू करती हूं तो खास तैयारी करती हूं, जो मेरे काम को एक दिशा देता है।'

नीति एक डिजाइनर के तौर पर अर्थपूर्ण फैशन के रास्ते पर चलना चाहती हैं, जिसके बारे में इंडस्ट्री को अभी ज्यादा जानकारी नहीं है। वह कहती हैं कि उनके लिए हर दिन एक चुनौती की तरह है।


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नीति ने जब ट्वी इन वन कॉन्सेप्ट को हकीकत में बदलना शुरू किया था तो उनके सामने दोनों पैमानों पर खरा उतरने की चुनौती थी। उन्हें न सिर्फ बढ़िया डिजाइन, बल्कि पहनने में भी आरामदेह लगने वाला कपड़ा बनाना था। उनके सामने अगली बाधा ऐसा रास्ते तलाशने की थी, जिसकी मदद से वह अपने आइडिया को दुनिया तक पहुंचा सकें। उन्हें अपने प्रोडक्ट्स के लिए ग्राहक भी लाने थे। नीति अपने डिजाइन को अलग-अलग शो, इवेंट, पॉप-अप और फैशन वीक में ले गईं। उन्होंने भावी ग्राहकों को दिखाया कि उनके प्रोडक्ट्स लोगों के कपड़े पहनने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।


ट्वी इन वन कई फैशन वीक में हिस्सा ले चुका है। इनमें इंडिया फैशन वीक और लंदन में इंटरनेशनल फैशन शोकेस शामिल हैं। इसने पिछले दिनों प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क फैशन वीक में भी हिस्सा लिया। इंटरनेशनल फैशन शोकेस में नीति को 'मोस्ट इंस्पिरैशनल डिजाइनर' यानी सबसे प्रेरणादायक डिजाइनर के तौर पर सम्मानित किया गया था।

आगे की राह

नीति की टीम में फिलहाल 18-20 लोग हैं। उन्हें जल्द ही अपने ब्रांड का विस्तार होने की उम्मीद है। फिलहाल कंपनी में महिलाओं के कपड़े बनते हैं। अब उनकी टीम पुरुषों के लिए कपड़े बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने हाल ही में बैग और एक स्टेशनरी लाइन लॉन्च की है, जो कपड़ों के जैसे ही 'फ्लिप' कॉन्सेप्ट पर आधारित है। नीति कहती हैं कि लोग उनके प्रोडक्ट्स को आजमाते समय हैरानी जताते हैं कि ऐसी कौन सी चीज है, जो उन्हें इतनी चुनौतियों के बावजूद प्रेरित करते रहती है।


वह कहती हैं,

'मुझे जिंदगी में बस एक चीज पर भरोसा है कि हर एक घटना किसी न किसी खास वजह से होती है। यहां तक कि अगर कोई दरवाजा बंद भी होता तो सिर्फ इसलिए क्योंकि दूसरा मौका मेरा दरवाजा खटखटा रहा है।'


नीति चाहती हैं कि भविष्य में हर महिला के वार्डरोब (कपड़ों की अलमारी) में ट्वी इन वन रहे। उनका मानना हैं कि रोजमर्रा की व्यस्तता, व्यस्त दिनचर्या और इंडस्ट्री की उभरती बाधाओं के बीच उनके प्रोडक्ट्स तमाम समस्याओं का हल निकालेंगे।