केरल में अडानी पोर्ट का विरोध तेज, बंदरगाह को लेकर प्रभावी अध्ययन कराने की स्थानीय लोगों की मांग
केरल में अडाणी पोर्ट के निर्माण को लेकर कुछ महीनों से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. रविवार को में लातिन कैथोलिक चर्च की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने रविवार को विझिंजम थाने पर हमला कर दिया. इसमें 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने थाने को लाठी और पत्थरों से निशाना बनाया और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया. प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय चैनल ‘एसीवी’ के कैमरामैन शेरिफ एम जॉन पर भी हमला किया,जिन्हें तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बीच, जिला प्रशासन ने चर्च के अधिकारियों के साथ शांति वार्ता शुरू की है.
अडानी पोर्ट्स तिरुवनंतपुरम में विझिंजम बंदरगाह का निर्माण कर रही है. बड़ी संख्या में तटीय लोग बंदरगाह के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर 16 अगस्त से जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें निर्माण कार्य को रोकने और तटीय संचालन करने सहित सात सूत्रीय मांगें रखी गई हैं. इसमें करोड़ों की परियोजना के संबंध में प्रभावी अध्ययन कराने की मांग भी शामिल है. प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे हैं कि समुद्र के किनारे groynes का अवैज्ञानिक (unscientific) तरीके से निर्माण किया जा रहा है. मालूम हो कि स्थानीय भाषा में कृत्रिम दीवारों को पुलिमट्ट (pulimutt) कहा जाता है. प्रदर्शनकारी यह भी आरोप लगा रहे हैं कि विझिंजम में बनाए जा रहे बंदरगाह से जिले में तटीय कटाव बढ़ गया है.
क्या है पूरा मामला?
विझिंजम के स्थानीय लोगों द्वारा अडानी पोर्ट निर्माण को रोकने और तटीय कटाव का अध्ययन करने की मांग की जा रही है. इनमें स्थानीय निवासी, मछुआरे और लैटिन कैथोलिक सूबा के सदस्य शामिल हैं. 120 दिनों से चल रहे प्रोटेस्ट में बीच-बीच हिंसा भी हुईं. इसी को लेकर विझिंजम पुलिस ने रविवार को ही लैटिन आर्क बिशप थॉमस जे नेट्टो और अन्य पादरियों सहित 50 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. FIR में साजिश रचने और हिंसा में शामिल होने की बात कही गई है. रविवार को पुलिस ने 5 लोगों को अरेस्ट कर लिया था जिसके बाद थाने में हमला होने की घटना हुई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीड़ इतना ज्यादा गुस्से में थी कि लाठी और पत्थरों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया. पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी. इससे पुलिस की 4 जीप, 2 वैन और 20 मोटरसाइकिलों क्षतिग्रस्त हो गईं. थाने में फर्नीचर और जरुरी दस्तावेजों को भी नष्ट कर दिया गया है.
थाने में हमले के बाद इलाके में तनावपूर्ण स्थिति है. विभाग ने क्षेत्र में 200 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
Edited by Prerna Bhardwaj