राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने की पहले जनता क्लीनिक की शुरुआत, अब गली-मोहल्ले के नजदीक मिलेगा इलाज
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता क्लिनिक की दी सौगात, गली-मोहल्ले के नजदीक मिलेगा इलाज। 12 स्थानों से शुरूआत कर दूसरे और तीसरे फेज में जनता क्लिनिक की संख्या बढ़ाई जाएगी। प्रत्येक जनता क्लिनिक के एक माह संचालन पर करीब 6 से 8 लाख रुपए प्रति माह का खर्च आएगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गरीबों को उनके आसपास ही चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पहले जनता क्लीनिक का बुधवार को यहां लोकार्पण किया।
शहर के मालवीय नगर की वाल्मीकि बस्ती में इस क्लीनिक का लोकार्पण करने के बाद गहलोत ने कहा कि जनता क्लीनिक खोलना बड़ा काम है और जहां भी जगह उपलब्ध होगी, राज्य सरकार वहां इस तरह के क्लीनिक खोलने का प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा,
‘‘हम चाहेंगे कि सभी स्वास्थ्य सेवाएं आम लोगों तक पहुंचें।’’
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह क्लीनिक अपने उद्देश्य में कायमाब रहेगा।
सीएम गहलोत ने कहा,
‘‘यह काम सरकार अकेले नहीं कर सकती। इसमें जनता और दानदाताओं का सहयोग लिया जाएगा। हमने संकल्प लिया है कि राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं में सिरमौर बने। इसलिए हम निरोगी राजस्थान योजना की पहल कर रहे हैं।’’
जुलाई में बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने घोषणा की थी गली-मोहल्लों में जनता क्लीनिक खोले जाएंगे। दानदाता से मिले भवन में यह क्लीनिक खुलेंगे। इन क्लीनिक पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्तर की सभी इलाज सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
सरकार ने इस क्लीनिक के जरिए जनता के लिए 104 प्रकार की दवाएं मुफ्त देने का ऐलान किया है। साथ ही 90 तरह की जांच मुफ्त करवाए जाने की बात कही है।
इन 104 दवाओं में किडनी, हार्ट तक की समस्याओं के लिए दवाएं हैं। पूरे राजस्थान के उन गरीब परिवारों को जिनके पास बीपीएल कार्ड है उन्हें एमआरआई और सिटीस्कैन बेहद कम दाम में किए जाने का फैसला किया गया है।
6 लोगों का स्टाफ लगाया जाएगा
प्रत्येक जनता क्लिनिक के एक माह संचालन पर करीब 6 से 8 लाख रुपए प्रति माह का खर्च आएगा। प्रत्येक पर 6 का स्टाफ लगाया जाएगा। तीन माह सफल संचालन के बाद प्रदेश में काम कर रही विभिन्न कंपनियों से उनकी सीएसआर फंड की राशि भी ली जाएगी। इस अवसर पर राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा सहित कई मंत्री तथा विधायक मौजूद थे।
(Edited by रविकांत पारीक )