बीमारी के इलाज के लिए भी EPF से निकाल सकते हैं पैसा, ये हैं नियम व शर्तें
मेंबर इंप्लॉई अपने इलाज या फिर अपने परिवार के किसी सदस्य के इलाज के लिए पैरा 68J के तहत EPF से पैसा निकाल सकता है.
हाइलाइट्स
- यह एडवांस नॉन-रिफंडेबल होता है.
- मेंबर इंप्लॉई अपने या फिर परिवार के किसी सदस्य के इलाज के लिए पैसा निकाल सकता है.
- EPF कटना शुरू होने के 5 साल पूरे होने के बाद विदड्रॉअल पर TDS नहीं कटता है.
EPF यानी इंप्लॉइज प्रोविडेंट फंड एक रिटायरमेंट फंड होता है. लेकिन कुछ खास जरूरतों व परिस्थितियों में मेंबर इंप्लॉई अपने EPF से पैसा, रिटायरमेंट से पहले भी निकाल सकता है. इसे पीएफ एडवांस (PF Advance) भी कहा जाता है. रिटायरमेंट से पहले EPF का पैसा जिन खास परिस्थितियों में विदड्रॉ किया जा सकता है, उनमें से एक है बीमारी का इलाज. EPF को मैनेज करने वाले EPFO (Employees' Provident Fund Organisation) की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, मेंबर इंप्लॉई अपने इलाज या फिर अपने परिवार के किसी सदस्य के इलाज के लिए पैरा 68J के तहत EPF से पैसा निकाल सकता है.
नियमों के मुताबिक, यह एडवांस नॉन-रिफंडेबल होता है. इसका अर्थ है कि मेंबर इंप्लॉई को वापस इसे EPF खाते में जमा नहीं करना होता. बीमारी के इलाज के लिए EPF से पैसा, नौकरीकाल के दौरान कितनी बार निकाला जा सकता है या फिर इसके लिए मेंबर इंप्लॉई के EPFO के साथ रजिस्टर हुए कितने वर्ष पूरे होना जरूरी है, इसे लेकर कोई शर्त नहीं है.
बीमार व्यक्ति खुद मेंबर इंप्लॉई है तो
अगर बीमार व्यक्ति खुद मेंबर इंप्लॉई है तो EPF से एडवांस इन कंडीशंस पर मिल सकता है...
- मेंबर इंप्लॉई एक माह या इससे ज्यादा वक्त से हॉस्पिटल में हो या रहने की जरूरत हो, या
- मेंबर इंप्लॉई की हॉस्पिटल में कोई बड़ी सर्जरी हो, या
- मेंबर इंप्लॉई टीबी, कुष्ठ रोग, पैरालैसिस यानी लकवा, कैंसर, मेंटल डिअरेंजमेंट या दिल की बीमारी से जूझ रहा हो और बीमारी के इलाज के लिए एंप्लॉयर की ओर से छुट्टी दी गई हो
मेंबर इंप्लॉई के परिवार का सदस्य हो बीमार
अगर बीमार व्यक्ति, मेंबर इंप्लॉई के परिवार का कोई सदस्य है और हॉस्पिटल में है, या फिर उसे एक माह या उससे ज्यादा वक्त के लिए हॉस्पिटल में एडमिट रहने की जरूरत है और हॉस्पिटलाइजेशन के कारण हैं...
- किसी बड़ी सर्जरी के लिए, या
- टीबी, कुष्ठ रोग, पैरालैसिस, कैंसर, मेंटल डिअरेंजमेंट या दिल की बीमारी के इलाज के लिए
ये शर्तें न भूलें
बीमारी के इलाज के उद्देश्य से लिए जा रहे पीएफ एडवांस का अमाउंट, मेंबर इंप्लॉई की 6 माह की बेसिक सैलरी+डीए या EPF में ब्याज सहित उसके कॉन्ट्रीब्यूशन, जो भी कम हो, से ज्यादा नहीं हो सकता. याद रहे कि बीमारी के इलाज के उद्देश्य से लिए जा रहे पीएफ एडवांस के लिए एंप्लॉयर व डॉक्टर द्वारा साइन किए हुए सर्टिफिकेट C की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा हो सकता है कि मेंबर इंप्लॉई को पीएफ एडवांस पाने के लिए अपनी ओर से सेल्फ डिक्लेरेशन भी देना पड़े.