सिर्फ एक साल में ही छोटे व्यवसायों को 10 करोड़ रुपये का ऋण दिला चुका है यह फिनटेक स्टार्टअप
क्रेडिट अर्थात ऋण किसी भी व्यवसाय या अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा होता है, लेकिन अधिकांश लोगों को ऋण के लिए अयोग्य माना जाता है। लेकिन इस फिनटेक स्टार्टअप ने एक बड़ी पहल शुरू की है। दरअसल छोटे व्यवसाय के मालिकों या व्यक्तिगत व्यवसायों को ऋण हासिल करने में मदद करने के लिए वैभव मिश्रा, आनंद मिश्रा, और अमित कुमार ने 2018 में मुद्रासर्किल (MudraCircle) की शुरुआत मुंबई में की थी।
वैभव कहते हैं,
''स्टडीज से पता चलता है कि भारत में 92 प्रतिशत छोटे व्यवसाय या स्वरोजगार व्यवसाय अधूरे रह जाते हैं। इसका मतलब है कि उन्हें आमतौर पर बैंक या एनबीएफसी से ऋण नहीं मिल पाता है।"
हालांकि मुद्रासर्किल टेक्नोलॉजी, बैंकिंग अनुभव और व्यापार की गतिशीलता की समझ के संयोजन से इसे बदल रहा है। यह फिनटेक स्टार्टअप एक ही प्लेटफॉर्म पर ऋण देने वालों और ऋण लेने वालों को एक साथ लाता है। पिछले एक साल में, इसने लगभग 10 करोड़ रुपये के ऋण वितरण करने का दावा किया है।
कामकाज
वैभव लगभग दो दशक से बैंकिंग में हैं, जबकि आनंद और अमित टेक्नोलॉजिस्ट हैं। बैंकिंग क्षेत्र में विभिन्न कार्यों का अनुभव रखने वाले वैभव का कहना है कि उन्हें कई ऐसे लोग मिले जो बैंकों के द्वारा सेट किए गए पैरामीटर्स पर खरे नहीं उतर सके जिसके चलते उन्हें ऋण नहीं मिला।
हालांकि फैक्ट ये भी है कि बैंक या एनबीएफसी विनियमित निकाय होते हैं इसलिए वे कोई वैकल्पिक उधार मॉडल नहीं बना सकते। वैभव कहते हैं,
"बड़ी संख्या में ऐसे लोग थे जो सिस्टम में नकदी होने के बावजूद ऋण हासिल नहीं कर पा रहे थे।"
इस फैक्ट ने संस्थापकों के अंदर अवसर की भावना पैदा की, जिसके कारण उन्होंने अपने बूटस्ट्रैप्ड उद्यम को शुरू किया। वैभव कहते हैं,
"हमने इस सभी डेटा को डिजिटल प्रक्रिया के साथ इंटीग्रेट करने और एक वैकल्पिक स्कोरिंग मॉडल बनाने का फैसला किया, जो मजबूत होने के साथ-साथ फ्लेक्सिबल भी है।"
प्लेटफ़ॉर्म काम कैसे करता है
आज, मुद्रासर्किल ने एक ऐसा टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म बनाया है जहाँ एक ग्राहक की पूरी क्रेडिट प्रोफाइल पाँच से 10 मिनट के भीतर तैयार होती है, और यह जानकारी ऋण देने वालों के लिए उपलब्ध होती है ताकि वे प्रोफाइल के आधार पर ये निर्णय लें सकें कि उन्हें ऋण देना है या नहीं। आम तौर पर, किसी भी ग्राहक को ऑनबोर्ड करने का समय लगभग 48 घंटे या उससे अधिक होता है।
ग्राहकों को ऋण लेने के लिए मुद्रासर्किल की साइट पर जाना होगा जहां उन्हें कुछ डिटेल भरनी होगी, जिसके बाद मुद्रासर्किल उस व्यक्ति के क्रेडिट प्रोफाइल का पता लगाएगा। प्लेटफार्म पर आने वाले लोग ज्यादातर खुदरा विक्रेता, छोटे निर्माता, व्यापारी, डिस्ट्रीब्यूटर्स आदि होते हैं। स्टार्टअप भविष्य में अधिक छोटे श्रेण लेने वाले लोगों तक पहुंचने की योजना बना रहा है।
टेक-सक्षम समाधान
मुद्रासर्किल नई-युग की तकनीकों जैसे मशीन लर्निंग, बिग डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ एक खास एल्गोरिदम बना रहा है। वैभव कहते हैं, "नब्बे प्रतिशत एनालिसिस मशीन द्वारा किया जाता है और जो केवल मानव हस्तक्षेप होता है वह क्रेडिट मैनेजर द्वारा किया जाता है। वह आउटपुट पर चेक करता है।"
लोन 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक के होते हैं, जबकि औसत बुक साइज लगभग 4 लाख रुपये है। ये सभी अनसिक्योर्ड लोन हैं। वर्तमान में, पांच एनबीएफसी मुद्रासर्किल प्लेटफॉर्म पर हैं, और यह कुछ अन्य बैंकों के साथ भी बातचीत कर रहा है।
संस्थापक के अनुसार, मुद्रासर्किल हर सफल ऋण दिलाने पर एक कमीशन का शुल्क लेता है, जो एक प्रोफिट-शेयरिंग मॉडल की तरह है। इसके अलावा यह कलेक्शन रिस्क भी शेयर करता है।
सफलता का मार्ग
मुद्रासर्किल द्वारा पिछले एक साल में की गई प्रगति के कई कारण रहे हैं। सबसे पहला, टीम में बैंकिंग और टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों का एक अच्छा संयोजन है। इसने उन्हें सलूशन ढूंढ़ने के लिए सक्षम बनाया है, जो बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप काम करते हैं। उदाहरण के लिए, कई छोटे व्यवसायियों को लंबी अवधि के ऋण की आवश्यकता नहीं होती है, वे केवल किसी खास काम या त्योहारों के लिए लोन लेते हैं। इसी तरह, मुद्रासर्किल का बैंक स्टेटमेंट एनालिटिक्स टूल उन्हें अवसरों या जोखिमों को जल्द पहचानने में मदद करता है।
वैभव कहते हैं,
''हमारे द्वारा डेवलप किए गए अधिकांश टेक्नोलॉजी टूल्स घर के अंदर बने हैं, और इससे हमें लागत कम रखने में मदद मिली है।''
इससे ऋणदाताओं को भी मदद मिलती है क्योंकि ग्राहक को हासिल करने की उनकी लागत भी कम होती है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें प्रदान किए जाने वाले ऋण पर ब्याज की कम दरों पर मिल सकता है।
वैभव कहते हैं,
"बैंकों या एनबीएफसी को केवल उधार देना होता है क्योंकि हमने ग्राहकों की पहचान करने की एक मजबूत प्रक्रिया बनाई है।"
ऐसे समय में जब फिनटेक इकोसिस्टम में पहले से ही लेंडिंगकार्ट, कैपिटल फ्लोट, रूबिक और कैश जैसे कुछ बड़े नाम हैं और क्षेत्रीय फंडिंग चुनौतियां भी हैं, मुद्रासर्किल को भरोसा है कि यह अपनी जगह बना लेगी।
वैभव कहते हैं,
“शुरुआत में, यह टेक पर फोकस्ड था, लेकिन आज फिनटेक सेगमेंट के लिए चीजें परिपक्व हो रही हैं और अब लोग परिणाम देखना चाहते हैं। हमारे पास डोमेन विशेषज्ञता, टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है, और हम बाजार को भी समझते हैं।”
भविष्य की योजनाएं
अब, मुद्रासर्किल अपने परिचालन को बढ़ाना चाहता है और यह अपने टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म पर नई क्षमताओं को जोड़ रहा है। यह वॉइस रिलेटेड असेसमेंट टेक्नोलॉजी को जोड़ रहा है, जो एक टेलीफोन कॉल पर ही भावी ग्राहक की क्रेडिट योग्यता तय करने में उपयोगी है।
फिनटेक स्टार्टअप एक अर्ली वार्निंग सिस्टम भी बना रहा है, जो संदिग्ध यूजर्स की पहचान कर सकता है ताकि पर्याप्त प्रोएक्टिव एक्शन लिया जा सके। मुद्रासर्किल अपनी पहली राउंड की फंडिंग को हासिल करने की योजना बना रहा है।
वैभव कहते हैं,
“हम चाहते हैं कि अगर कोई बैंक या एनबीएफसी 200 करोड़ रुपये ऋण देना चाहता है, तो उसके जहन में पहला नाम मुद्रासर्किल होना चाहिए। हम एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना चाहते हैं जहाँ हर कोई भाग ले सके।”