Unacademy ने ऑफलाइन NEET-PG सेंटर्स खोलने का प्लान टाला, जानिए इसकी वजह क्या है
प्रेपलैडर को 2016 में दीपांशु गोयल, वितुल गोयल और साहिल गोयल ने शुरू किया था। इसके सक्रिय कस्टमर्स की संख्या करीब 85,000 है. जुलाई 2020 में अनअकैडमी ने पांच करोड़ डॉलर (करीब 374.6 करोड़ रुपये) में चंडीगढ़ की प्रेपलैडर का अधिग्रहण किया था.
सॉफ्टबैंक समर्थिक एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) प्लेटफॉर्म
ने ऑफलाइन कोचिंग सेंटर्स खोलने की अपनी योजना को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया है. देश की दूसरी सबसे बड़ी एडटेक कंपनी अनअकेडमी जनवरी में 10 शहरों में प्रेपलैडर न्यूरोज (Prepladder Neuros) अपने इन कोचिंग सेंटर्स को खोलने की तैयारी कर रही थी.मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, उसके यहां से बड़ी संख्या में स्टार टीचरों के जाने और स्टूडेंट्स के कम इनरोलमेंट के कारण कंपनी ने अपनी इस महत्वाकांक्षी योजना को फिलहाल मार्च तक के लिए टाल दिया है.
दरअसल, एडटेक प्लेटफॉर्म के 19 में से 14 ऐसे टीचरों ने इस्तीफा दे दिया है जो कि डॉक्टर से टीचर बने थे. वे प्रेपलैडर की ग्रोथ का फेस माने जाते थे. उन्होंने पिछले चार महीनों में इस्तीफा दे दिया है. यही कारण है कि अनअकेडमी किसी भी शहर में एक भी इंस्टीट्यूट खोलने के लिए पर्याप्त छात्र पंजीकरण प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पा है.
प्रेपलैडर को 2016 में दीपांशु गोयल, वितुल गोयल और साहिल गोयल ने शुरू किया था। इसके सक्रिय कस्टमर्स की संख्या करीब 85,000 है. जुलाई 2020 में अनअकैडमी ने पांच करोड़ डॉलर (करीब 374.6 करोड़ रुपये) में चंडीगढ़ की प्रेपलैडर का अधिग्रहण किया था.
स्टार टीचरों के साथ विवाद
बता दें कि, नवंबर में, एक ट्विटर ब्लॉग के माध्यम से,
ने ट्वीट किया कि डॉ. गोबिंद राय गर्ग, डॉ. विवेक जैन, डॉ. स्पर्श गुप्ता, डॉ. प्रवीन त्रिपाठी और डॉ. अप्रुव मेहरा PrepLadder से अलग हो रहे हैं.सूत्रों के मुताबिक, नौ और शिक्षकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. ये शिक्षक NEET PG सर्कल्स में बहुत लोकप्रिय हैं. इन शिक्षकों के इस्तीफा देने के बाद, PrepLadder का मासिक सब्सक्रिप्शन लगभग एक तिहाई रह गया है.
दरअसल, इन टीचरों ने कंपनी पर उनकी सैलरी में कटौती करने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. एक टीचर डॉ. विवेक जैन ने तो अपने बकाए को लेकर कंपनी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया, जबकि 6 अन्य टीचर ऐसा ही करने के बारे में विचार कर रहे हैं.
इन शहरों में ऑफलाइन सेंटर्स खोलने की है योजना
PrepLader की अपनी वेबसाइट के अनुसार, उसकी बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई, इंदौर, जयपुर और कोलकाता में सेंटर्स खोलने की योजना थी.
हालांकि सोर्सेज के अनुसार, PrepLadder Neuros ने कोलकाता, लखनऊ, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे कुछ प्रमुख शहरों में "बेहद कम" प्रतिक्रिया देखी है, और इसलिए कंपनी इन शहरों में अपने सेंटर्स खोलने की योजना पर आगे नहीं बढ़ पा रही है.
वहीं, 90 दिन से अधिक का कारोबार करने के लिए स्थायी जीएसटी के लिए आवेदन किया जाता है जबकि PrepLadder Neuros ने कोलकाता और लखनऊ जैसे शहरों में अस्थायी जीएसटी के लिए आवेदन करने के बाद उन्हें वापस भी ले लिया.
प्रॉफिटेबल बनने की ओर कदम
बता दें कि, PrepLader, Unacademy का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है और अनअकेडमी के ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कंपनी की कुल रिवेन्यू के लगभग पांचवें हिस्से में योगदान देता है.
अनअकेडमी पूरी तरह से प्रॉफिटेबल बनने के लक्ष्य को हासिल करना चाहती है और इसके लिए इसने अपने कर्मचारियों की संख्या आधी कर दी है. पिछले साल कंपनी ने 1200 कर्मचारियों की छंटनी की थी.