वीकली रैप: पढ़ें इस हफ्ते की टॉप 5 स्टोरीज़!
इस हफ्ते प्रकाशित हुईं ये स्टोरीज़ रोचक होने के साथ ही प्रेरणादायक भी हैं।
महामारी के इस दौर में कोई उद्यम खुद को दौड़ में बनाए रखने के लिए अपनी रणनीति में बड़े परिवर्तन कर रहा है, तो अब कई बड़ी कंपनियाँ इस बीच फिर से हायरिंग की ओर कदम बढ़ा रही हैं, इसी के साथ कुछ महिला उद्यमियों ने अपने निवेश से शुरू किए व्यवसाय को आज करोड़ों के टर्नोवर वाला बड़ा उद्यम बना दिया है।
ऐसी तमाम स्टोरीज़ हमने इस हफ्ते प्रकाशित की हैं, जो रोचक भी हैं और प्रेरणादायक भी। ये स्टोरीज़ आपके सामने यहाँ संक्षेप में पेश की गई हैं, जिनके साथ दिये गए लिंक पर क्लिक कर आप उन्हे विस्तार से पढ़ सकते हैं।
6 महीने के भीतर मुनाफा
हमेशा से उद्यमिता की ओर रहा झुकाव आखिरकार इप्सिता को अपनी ओर खींचने में कामयाब हो ही गया, जब उन्होने 6yardsandmore की शुरुआत की। लंबे समय तक कॉर्पोरेट में काम करने के बाद आज इप्सिता अपने देश के बुनकरों के लिए नए मौके खोल रही हैं, साथ ही अपने ग्राहकों के लिए देश के तमाम कोनों से बेहतरीन दस्तकारी वाली साड़ियाँ उपलब्ध करा रही हैं।
इस स्टार्टअप के साथ इप्सिता की यात्रा बेहद रोचक और प्रेरक है। स्टार्टअप में जहां इप्सिता और उनकी बहन ने अपनी बचत से 6 लाख रुपये का निवेश किया था, वहीं स्टार्टअप ने महज 6 महीने के भीतर ही मुनाफा अर्जित करना शुरू कर दिया था।
महामारी में निकाले मौके
कोरोना महामारी ने जब देश-दुनिया भर में अपने पैर पसारे तो इससे सभी बुरी तरह प्रभावित हुए, खासकर व्यवसायों इस दौरान बड़े झटकों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस दौरान कुछ उद्यमों ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए एक नई शुरुआत भी कर डाली। ऐसा ही कुछ किया है चंडीगढ़ आधारित हॉस्पिटैलिटी स्टार्टअप लिविंगस्टोन स्टेज़ ने, जो इस महामारी के दौरान अपने कोर बिजनेस से इतर फल बेंच रहा है।
स्टार्टअप के बारे में आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं। हालांकि स्टार्टअप का मुख्य व्यवसाय भी अब पटरी पर आने की ओर बढ़ रहा है, लेकिन स्टार्टअप अपने नए कदम के साथ भी अब अधिक मौकों की तलाश में है।
ये हैं रॉकस्टार उद्यमी
किसी भी यात्रा को शुरू करने के लिए पहला कदम उठाना बेहद महत्वपूर्ण है, उद्यमशीलता के मामले में यह ज्यादा मुश्किल होता है। अगर हम समझें तो सफल उद्यमियों और उनके व्यवसायों के बीच एक सामान्य चीज है- कड़ी मेहनत, उनके विजन में विश्वास और अपार रिसर्च।
इस स्टोरी में उन चार महिला उद्यमियों के बारे में बात हुई है जिन्होंने अपनी बचत को अपने उद्यम में निवेश किया, उनके सपनों में विश्वास था और आज वे करोड़ों का रेवेन्यू कमा रही हैं।
अब eSIM का है नंबर
अब फोन में नंबर या ऑपरेटर बदलने के साथ सिम बदलने का झंझट जल्द ही पूरी तरह खत्म होने वाला है और इसकी शुरुआत भारत में पहले से ही हो चुकी है। आज दुनिया के तमाम देशों में स्मार्टफोन कंपनियाँ और नेटवर्क कैरियर अपने यूजर्स को eSIM की सेवाएँ पेश कर रही हैं और भारत में भी इसे शुरू कर दिया गया है।
eSIM के जरिये बिना किसी फिजिकल सिम कार्ड लगाए फोन में नंबर इस्तेमाल किया जा सकता है। हाल ही में देश में वोडाफोन-आइडिया ने अपने पोस्टपेड ग्राहकों के लिए यह सुविधा लांच की है। आप इस सुविधा का लाभ कब तक और कैसे उठा पाएंगे, यह सारी जानकारी आपको यहाँ मिल जाएगी।
नौकरी ही नौकरी
बीते महीने जून में भारत की सहज बेरोजगारी दर जनसंख्या और अर्थव्यवस्था के लिए थोड़ी राहत भरी खबर आई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडिया इकोनॉमी (CMIE) के मासिक आंकड़ों के अनुसार, बेरोजगारी की दर मई में 23.48% से गिरकर जून में 10.99% हो गई।
कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के चलते अनिश्चितता और इसके संभावित प्रभाव के बावजूद कुछ चुनिंदा कंपनियों ने फिर से हायरिंग शुरू कर दी है। इस स्टोरी में हमने उन कंपनियों और भर्ती के पदों के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की है।