Year Ender 2022: इस साल ने निवेशकों को सिखाईं 3 खास बातें, 2023 में बड़े काम आएंगे ये टिप्स
साल 2022 शेयर बाजार के लिए भारी उतार-चढ़ाव वाला रहा. इस साल ने निवेशकों को कई अहम बातें सिखाई हैं. अगर इन बातों को मन में बैठा लें तो ये 2023 में कमाई कराने वाले टिप्स जैसी साबित होंगी.
इस साल की शुरुआत में सेंसेक्स 58,310 अंकों (Sensex) पर खुला था. वहीं 21 दिसंबर 2022 तक इसमें 2757 अंकों की तेजी देखी जा चुकी है और अब सेंसेक्स 61,067 अंकों पर पहुंच चुका है. इस अवधि में सेंसेक्स में काफी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला. सेंसेक्स ने इस दौरान 63,583 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ तो 50, 921 अंकों के न्यूनतम स्तर तक भी जा पहुंचा. इसी तरह निफ्टी (Nifty) के लिए भी इस साल की शुरुआत 17,387 अंकों के साथ हुई और 21 दिसंबर तक यह 812 अंक चढ़कर 18,199 अंकों पर पहुंच चुका है. साल भर में निफ्टी ने 18,887 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ और 15,183 अंकों का न्यूनतम स्तर छुआ.
2022 से मिलीं ये 3 सीख
2022 के दौरान भारत ने महंगाई (Inflation) और मंदी (Recession) से लेकर युद्ध (Russia-Ukraine War) तक देख लिए. इनका शेयर बाजार (Share Market) पर बुरा असर भी देखने को मिला, लेकिन देखते ही देखते बाजार ने तगड़ी तेजी भी हासिल की. आइए जानते हैं शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों को 2022 से क्या सीखने की जरूरत है, जो 2023 में उनके बड़े काम आएंगे.
1- मुसीबतों के पहाड़ हमेशा टूटेंगे
अगर बात मुसीबतों की करें तो पूरा 2022 ही मुसीबतों भरा रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर ब्याज दरें बढ़ने, चीन में सख्त लॉकडाउन पॉलिसी आने और मंदी-महंगाई आने तक. पूरे 2022 के दौरान रुक-रुक कर कोई ना कोई मुसीबत आती ही रही. इन सबके बीच ये सबके लेने की जरूरत है कि कुछ भी हो जाए दुनिया रुकती नहीं और आगे बढ़ती रहती है. यही वजह है कि इतनी परेशानियों के बावजूद शेयर बाजार 2022 में चढ़ा है. यानी मुसीबतों के पहाड़ हमेशा ही टूटते रहेंगे, लेकिन उनसे जिंदगी रुक नहीं जाती. 2022 में ही भारत में करीब 25 फीसदी आईफोन बनने लगे हैं. वहीं चिप बनाने का काम भी भारत में ही शुरू हो गया है. यहां तक कि भारत को सस्ता कच्चा तेल भी मिल रहा है. यानी घबराकर अपना निवेश नुकसान में बेचने की जरूरत नहीं है, धैर्य रखिए और मुनाफा होगा.
2- महंगाई और ब्याज दरें बढ़ती-घटती हैं
आज के वक्त में दुनिया के कई देश मंदी की मार झेल रहे हैं. अमेरिका भी आर्थिक मंदी की चपेट में है. इसी वजह से बहुत सारे देशों से खबरें आ रही हैं कि तमाम कंपनियां तेजी से छंटनी कर रही हैं. वहीं अगर मंदी की मार भारत पर देखी जाए तो तुलनात्मक रूप से भारत पर मंदी का असर बहुत कम है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में भारत सरकार अपनी पॉलिसी में कई अहम बदलाव किए हैं, जिसकी वजह से भारत कई चीजों में आत्मनिर्भर हो गया है. मंदी से निपटने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं, भारतीय रिजर्व बैंक भी दरें बढ़ा रहा है. हालांकि, यहां एक बात समझने की है कि महंगाई कभी ज्यादा होती है तो कभी कम. उसी तरह ब्याज दरें भी कभी बढ़ती हैं तो कभी घटती हैं. तो भविष्य में जब शेयरों में निवेश करें तो इस बात का भी ध्यान रखें.
3- हर हाल में धैर्य बनाए रखें
2020 में बाजार बहुत अधिक उतार-चढ़ाव वाला रहा. अगर 2022 की बात करें तो इस साल में भी तगड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिली. निफ्टी ने 18,887 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ और 15,183 अंकों का न्यूनतम स्तर छुआ. यानी 3704 अंकों का उतार-चढ़ाव रहा. सेंसेक्स ने इस दौरान 63,583 अंकों का उच्चतम स्तर छुआ तो 50, 921 अंकों के न्यूनतम स्तर तक भी जा पहुंचा. इस तरह सेंसेक्स में भी 12,662 अंकों का उतार चढ़ाव देखने को मिला. अगर साल की शुरुआत से साल के अंत तक को देखें तो निफ्टी में 812 अंक और सेंसेक्स में 2757 अंकों की तेजी देखने को मिली है. बाजार में उतार-चढ़ाव हमेशा ही रहेगा, आपको सिर्फ धैर्य रखने की जरूरत है. हां, किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले उसकी फंडामेंटल एनालिसिस जरूर करें वरना दिक्कत भी हो सकती है.