नवी टेक्नोलॉजीज के सचिन ने किया सात साल पुरानी मेवेनहाइव का सौदा
स्टार्टअप सेक्टर के लिए एक बड़ी सूचना है कि फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर एवं स्टार्टअप में निवेश करने के साथ ही उन्हें आगे बढ़ाने में मदद करने वाली कंपनी नवी टेक्नोलॉजीज के सीईओ सचिन बंसल ने सात साल पुरानी टेक कंसल्टिंग फर्म मेवेनहाइव को खरीद लिया है। सौदा कितने में हुआ है, खुलासा नहीं किया गया है।
स्टार्टअप में निवेश करने के साथ ही उन्हें आगे बढ़ाने में मदद करने वाली सचिन बंसल की बेंगलुरू की कंपनी नवी टेक्नोलॉजीज ने टेक कंसल्टिंग फर्म मेवेनहाइव को खरीद लिया है।
फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बंसल के मुताबिक,
‘‘इस अधिग्रहण के जरिए नवी टेक्नोलॉजीज स्टार्टअप्स सर्विसेज को मजबूती करेगी। नवी टेक्नोलॉजी अपने निवेश वाली फर्मों की ग्रोथ के लिए टेक एप्लिकेशंस बनाने में मेवेनहाइव का इस्तेमाल कर सकती है।’’
मेवेनहाइव सात साल पुरानी कंपनी है। यह सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, सिस्टम इंटीग्रेशन, ऐप डेवलपमेंट और डेटा एनालिटिक्स में क्लाइंट की मदद करती है। यह फ्लिपकार्ट, गोजेक, ग्रासहॉपर और स्क्रिपबॉक्स जैसी कंपनियों को कंसल्टेंसी दे चुकी है।
मेवेनहाइव के दोनों फाउंडर भविन जविया, आनंद कृष्णन और 40 लोगों की टीम अब नवी टेक्नोलॉजीज का हिस्सा बन गए हैं। जाविया ने कहा है कि वह सचिन और नवी के साथ काम शुरू करने को लेकर काफी उत्साहित हैं। फ्लिपकार्ट में उन्होंने जिस तरह का संगठन तैयार किया उससे हम चकित थे। इसलिए जब योगी कुलकर्णी (फ्लिपकार्ट के पूर्व प्रधान आर्किटेक्ट और नवी में इंजीनियरिंग उपाध्यक्ष) ने हमें इस अवसर की जानकारी दी तो हम उनकी यात्रा के अगले दौर में शामिल होने को लेकर काफी उत्साहित थे।
जविया और कृष्णन ने 2012 में मेवेनहाइव की शुरुआत की थी। जविया को अलग-अलग फर्मों में आईटी कंसल्टिंग का 15 साल का अनुभव है। कृष्णन ने कई बड़े ऐप बनाए हैं। जविया और कृष्णन ग्लोबल सॉफ्टवेयर डिलीवरी एंड कंसल्टिंग फर्म थॉटवर्क्स में लंबे समय तक साथ रहे थे।
पिछले साल फ्लिपकार्ट छोड़ने के कुछ महीने बाद सचिन बंसल ने बीएसी एक्विजिशंस कंपनी बनाई थी। दिसंबर 2018 में इसका नाम नवी टेक्नोलॉजीज कर दिया। उन्होंने आईआईटी के अपने साथी अंकित अग्रवाल के साथ मिलकर स्टार्ट-अप्स में निवेश के लिए यह वेंचर शुरू किया था। बंसल ने हाल ही में नवी टेक्नोलॉजीज में 888 करोड़ रुपए लगाए हैं।
बंसल ने सितंबर में नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी चैतन्य इंडिया फिन क्रेडिट की बड़ी हिस्सेदारी 740 करोड़ रुपए में खरीदी थी। बंसल इस फर्म के सीईओ बन गए थे। अमेरिकी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने पिछले साल मई में फ्लिपकार्ट के 77% शेयर 16 अरब डॉलर में खरीदे थे। उस वक्त सचिन बंसल फ्लिपकार्ट में पूरे 5.5% शेयर बेचकर कंपनी से बाहर हो गए थे।