बीते हफ्ते की कुछ महत्वपूर्ण कहानियाँ, जो हमें प्रेरणा देने के साथ जागरूक भी करती हैं
बीते हफ्ते प्रकाशित हुईं कुछ कहानियों ने हमें प्रेरणा के साथ ही जानकारी भी प्रदान की। इस स्टोरी में उन सभी कहानियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है, साथ स्टोरी के साथ दिये लिंक पर क्लिक कर आप पूरी स्टोरी पढ़ सकते हैं।
बीते हफ्ते कुछ लेख और कहानियों ने न सिर्फ प्रेरणा दी बल्कि जानकारी के साथ हमें जागरूक भी किया। फिर चाहे गूगल पर सर्वाधिक सर्च की गई व्यावसायिक हस्तियों की बात हो या फिर महिला वैज्ञानिकों पर चर्चा। इसी के साथ घरेलू हिंसा पर लेख ने भी हमें सोचने पर भी मजबूर कर दिया।
गूगल पर खोजी गईं ये व्यावसायिक हस्तियाँ
बीते साल लोगों ने गूगल पर व्यापार से जुड़े लोगों को जमकर खोजा। सर्वाधिक खोजे जाने वाले शख्सियत में विंग कमांडर अभिनंदन का नाम भी शामिल है, लेकिन व्यापार से जुड़ी हस्तियों में यह बाजी रतन टाटा ने मारी है।
योरस्टोरी में प्रकाशित टॉप 10 सूची में रतन टाटा के अलावा अजीम प्रेम जी और लक्ष्मी मित्तल कैसे दिग्गजों के नाम शामिल हैं। यह पूरी लिस्ट आप इधर देख सकते हैं। गौरतलब है कि बीते सालों में जबरदस्त चर्चा में रहे लिस्ट में देश के सबसे अमीर शख्स और मुकेश अंबानी को जगह नहीं मिली हैं।
कौन सा है सबसे महंगा शहर?
मुंबई को देश में सबसे महंगा शहर माना जाता है लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि विश्व के सबसे महंगे शहरों की हाल ही में तैयार सूची में मुंबई को आखिरी स्थान मिला है।
इस सूची में न्यूयॉर्क को चौथा स्थान मिला है, जबकि एशियाई शहरों ने इस सूची में टॉप किया है। पहले पाँच में से चार स्थानों पर एशियाई शहरों ने अपना कब्जा जमाया है। यह सर्वे स्विस बैंक जूलियस बेयर द्वारा कराया गया था।
इस सूची को तैयार करने में लग्जरी उत्पादों को आधार बनाया गया था, गौरतलब है कि सबसे महंगी जमीन के मामले में भी किसी अमेरिकी शहर ने टॉप नहीं किया है, बल्कि यह खिताब एक यूरोपीय शहर के हिस्से में गया है। इस पूरी सूची को आप यहाँ देख सकते हैं।
इन महिला वैज्ञानिकों ने मचाई धूम
विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं ने अपना दबदबा बना कर रखा हुआ है। महिला वैज्ञानिकों ने इसरो और डीआरडीओ जैसे संस्थानों में भी अपनी प्रतिभा के दम पर बड़ा मुकाम हासिल किया हुआ है। ये महिला वैज्ञानिक कई बड़े पदों पर अपनी सेवाएँ दे रही हैं।
मिसाइल वुमेन के नाम से मशहूर वैज्ञानिक टेसी थॉमस डीआरडीओ में वैमानिकी प्रणालियों कि महानिदेशक हैं, जबकि ऋतु करिधल ने चन्द्रयान-2 मिशन में बतौर मिशन निदेशक सेवाएँ दी हैं। ऋतु को ‘रॉकेट वुमेन ऑफ इंडिया' के नाम से भी जाना जाता है।’
इन महिला वैज्ञानिकों के बारे में आप इधर जान सकते हैं। ये सभी महिला वैज्ञानिक अपने क्षेत्र में सराहनीय काम कर देश का नाम लगातार रोशन कर रही हैं।
पुर्तगाली बाँट रहे हैं राहत किट
कोलकाता में पुर्तगाली नागरिकों का एक समूह बारिश के मौसम में जरूरत मंदों की रिलीफ़ किट बांटने सड़कों पर निकलता है। इस समूह में पुर्तगाल के कुल चार युवा शामिल हैं। किट में एक काले रंग की तिरपाल, एक मच्छरदानी, एक फ़र्स्ट एड बॉक्स और कुछ किताबें शामिल होती हैं।
इस पहल की शुरुआत थॉमस मैगलेस द्वारा की गई थी। यह पहल 2014 में शुरू हुई थी। इस किट को कोलकाता मानसून रिलीफ़ (KMR) के नाम से जाना जाता है।
समूह की इस पहल से कोलकाता में बड़ी संख्या में खासकर फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को लाभ हो रहा है। इस समूह की इस समाजसेवा के बारे में आप इधर पढ़ सकते हैं।
गीतकार और उसका सफर
फिल्म ‘तनु वेड्स मनु’ से बतौर गीतकार अपनी यात्रा की शुरुआत करने वाले राजशेखर ने योरस्टोरी के साथ हुई बातचीत में अपनी इस सफर को खुलकर सामने रखा। राजशेखर आज एक कामयाब गीतकार हैं, लेकिन यहाँ तक का उनका सफर काफी उतार चढ़ाव भरा रहा।
बिहार के मधेपुरा से दिल्ली और वहाँ से मुंबई तक के सफर में राजशेखर ने अपने गाँव को खुद से जुड़ा नहीं होने दिया और जब उन्होने फिल्मों के लिए गीत लिखने शुरू किये तब उनके गीतों में गाँव की झलक दिखाई दी।
राजशेखर के साथ हुई एक्सक्लूसिव इंटरव्यू आप इधर पढ़ सकते हैं। राजशेखर ने योरस्टोरी से बातचीत के दौरान मुंबई आने वाले भावी गीतकारों के लिए भी बेहद खास संदेश दिया है।
आंवले की खेती से डेढ़ करोड़ का कारोबार
राजस्थान के किसान कैलाश चौधरी आंवले की खेती कर साल में डेढ़ करोड़ का कारोबार कर रहे हैं। कैलाश चौधरी के चलते क्षेत्र में सैकड़ों की तादाद में महिला और पुरुषों को रोजगार मिला हुआ है।
कैलाश चौधरी अपनी खेती को जैविक तरीके से कर रहे हैं, इसी के साथ वे क्षेत्र के किसानों को जैविक खेती के लिए प्रशिक्षित भी कर रहे हैं। गौरतलब है कि कैलाश सिर्फ 5 दर्जन पेड़ों के दम पर देश करोड़ की कमाई कर रहे हैं।
कैलाश से खेती के गुर सीखने देश के साथ ही विदेश से भी छात्र आ रहे हैं। किसानी के क्षेत्र में सफलता हासिल करने वाले किसान की पूरी कहानी आप यहाँ पढ़ सकते हैं।
घरेलू हिंसा से जूझती महिलाएं
घरेलू हिंसा से बड़ी तादाद में महिलाएं प्रभावित होती हैं। इस तरह के मामले हर वर्ग के परिवारों से सामने आते रहते हैं। कई बार यह घरेलू हिंसा बेहद घातक सिद्ध होती है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार भारत में 30 प्रतिशत महिलाओं ने शारीरिक हिसना का अनुभव तब किया जब वे 15 साल या उससे भी कम उम्र की थीं।
इससे महिलाओं को बचाने और उन्हे न्याय दिलाने के लिए यूं तो कानून भी है, लेकिन इसके साथ ही कई विशेषज्ञ भी महिलाओं को जरूरी मदद मुहैया कर रहे हैं।
घरेलू हिंसा से संबन्धित यह लेख आप इधर क्लिक कर पढ़ सकते हैं। मुंबई के ऊर्जा ट्रस्ट सरीखे कई समाजसेवी संगठन भी घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की मदद कर रहे हैं।