बीते हफ्ते की कुछ प्रेरणादायक कहानियाँ, जिन्हे पढ़कर आपको मिलेगी एक नई दिशा
बीते हफ्ते प्रकाशित हुई कुछ बेहतरीन और प्रेरणा देने वाली कहानियों के बारे में हम आपको संक्षेप में बता रहे हैं, इसी के साथ दिये गए लिंक पर क्लिक कर आप उन कहानियों को पढ़ सकते हैं।
बीते हफ्ते कुछ ऐसे कहानियाँ प्रकाशित हुईं, जिन्होने हमें कुछ करने की ललक के साथ प्रेरणा दी। इन कहानियों में आगे बढ़ते उद्यम के साथ ऐसिड अटैक सर्वाइवर्स के जीवन को सँवारने का संकल्प भी शामिल है। एक ओर जहां राजस्थान की महिला किसान ने अपनी खोज से कृषि वैज्ञानिकों को भी चौंका दिया है, वहीं दूसरी ओर महिला उद्यमियों ने व्हाट्सऐप के उपयोग से अपने व्यापार को कई गुना तक विस्तारित कर लिया है।
नीचे हम आपको संक्षेप में उन कहानियों के बारे में बता रहे हैं, आप साथ दिये गए लिंक पर क्लिक पर पूरी कहानी पढ़ सकते हैं।
सिल्क भर रहा है घाव
देश में बायोटेक्नालजी बड़ी तेजी से तरक्की कर रही है, इसका फल है कि मेडिकल के क्षेत्र में हो रहे नए आविष्कार लोगों के लिए इलाज को बेहतर और सस्ता बना रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास फाइब्रोहील नाम की यह कंपनी कर रही है। फाइब्रोहील घाव के इलाज के लिए रेशम से बने मेडिकल उत्पादों का निर्माण कर रही है।
फाइब्रोहील बायोटेक के क्षेत्र में देश की अग्रिणी कंपनी बनने की ओर अग्रसर है। कंपनी द्वारा बनाए गए मेडिकल उत्पाद आज देश के कई बड़े सरकारी अस्पतालों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। फाइब्रोहील के बारे में विस्तार से आप यहाँ पढ़ सकते हैं।
इस यात्रा के बारे में कंपनी के सह-संथापक विवेक कहते हैं,
“अगर सिल्क से बना यह उत्पाद सफल होता है, तो इससे किसानों का भी भला होगा, मेडिकल क्षेत्र का भी भला होगा और मरीज का भी भला होगा। ऐसे में अगर हम इन तीनों आयामों को फायदा पहुंचाकर कंपनी को आगे ले जाते हुए रोजगार भी पैदा कर सके, तो इससे बेहतर हमारे लिए कुछ नहीं होगा।"
कंपनी वैश्विक स्तर के ऐसे मेडिकल उत्पाद बनाना चाहती है, जो देश के गरीब लोगों के लिए भी आसानी से उपलब्ध हों।
प्रेरणाश्रोत हैं ये सिंगल मदर
स्मिता पारिख एक सेल्फ मेड वुमन, आंत्रप्रेन्योर, टेडेक्स स्पीकर, आरजे (रेडियो जॉकी), अभिनेत्री और एक लेखक हैं। स्मिता ने मुंबई में लिट-ओ-फेस्ट की शुरुआत की, जो नए और पुराने लेखकों, कवियों और गीतकारों को प्रदर्शन करने और बढ़ने के समान अवसर देता है। वह EBuzz एंटरटेनमेंट कंपनी की प्रबंध निदेशक और सीईओ भी हैं। वह कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं और युवाओं को उनके सपने पूरे करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
स्मिता के कई कविता संग्रह भी प्रकाशित हो चुके हैं। स्मिता ने सलमान खान और शाह रुख खान जैसे बड़े बॉलीवुड स्टार्स के साथ भी काम किया है। स्मिता की यह प्रेरणादायक कहानी आप यहाँ पढ़ सकते हैं। प्रतिभा की धनी स्मिता को कई अवार्ड्स से भी नवाजा जा चुका है।
अपनी प्रेरणा के बारे में बात करते हुए स्मिता कहती हैं,
“मेरी प्रेरणा मेरा बेटा आर्यमान है, जिसने मुझे सिखाया कि कैसे प्रेशर और स्ट्रेस को हैंडल करना है। उसने न केवल मुझे परफेक्शन के साथ काम करना सिखाया, बल्कि पर्सनल लाइफ को भी बैलेंस करना सिखाया।"
व्हाट्सऐप बना व्यापार का मददगार
व्हाट्सऐप का उपयोग को आप सभी करते हैं, लेकिन व्हाट्सऐप का सबसे बेहतर उपयोग कैसे किया जा सकता, वो इन महिलाओं से बेहतर शायद कोई नहीं जानता। देश में व्हाट्सऐप के विशाल यूजर बेस को ये महिला उद्यमी अपने हक़ में बड़ी कुशलता के साथ भुना रही हैं।
इन महिलाओं ने अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए व्हाट्सऐप की भरपूर मदद ली है। ये व्हाट्सऐप के जरिये सलाद और साड़ी जैसी वस्तुएँ बेंच रही हैं। गौरतलब है कि व्हाट्सऐप का उपयोग अपने व्यापार में कर इन महिलाओं ने लाखों रुपये महीने का राजस्व कमाना शुरू कर दिया है। इन महिलाओं की रोचक और प्रेरणादायक कहानी आप इधर पढ़ सकते हैं।
सलाद व्यवसाय में व्हाट्सऐप की मदद ले रहीं मेघा कहती हैं,
“व्हाट्सएप ने हमारे व्यापार करने के तरीके को बदल दिया है। मैं पूरी तरह से व्हाट्सएप फॉर बिजनेस पर निर्भर हूं। मेरी योजना यह है कि मैं अपने व्यवसाय को अपने घर से बड़े परिसर में स्थानांतरित करूं और तेजी से बढ़ूं।"
महिला किसान की खोज ने वैज्ञानिकों को चौंकाया
भारत में किसानी को मुख्यता पुरुषों से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन एक महिला किसान ऐसी भी हैं, जिन्होने न सिर्फ किसानी में अपना हुनर दिखाया, बल्कि एक अविश्वसनीय खोज भी कर डाली। राजस्थान के सीकर की यह महिला किसान भगवती देवी ने अपनी खोज के दम पर वैज्ञानिकों को भी आश्चर्यचकित कर दिया है।
भगवती देवी की यह कहानी आप इधर क्लिक कर पढ़ सकते हैं। भगवती को खेत वैज्ञानिक सम्मान और कृषि प्रेरणा सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। भगवती देवी की यह खोज आज किसानों को दीमक से मुक्ति दिलाने का काम काम कर रही है।
संवार रही हैं एसिड अटैक सरवाइवर्स की जिंदगी
शादी के लिए इंकार करने पर एक रिश्तेदार ने ही प्रज्ञा प्रसून सिंह पर एसिड फेंक दिया था, लेकिन फौलादी इरादों वाली प्रज्ञा प्रसून न सिर्फ अपने जीवन को संवारते हुए अन्य विक्टिम के लिए प्रेरणाश्रोत बनीं, बल्कि आज वे एसिड अटैक सरवाइवर्स को वापस मुख्यधारा में लाने में उनकी मदद भी करती हैं।
प्रज्ञा प्रसून ‘अतिजीवन फ़ाउंडेशन’ नाम की एक संस्था चलती हैं, जो एसिड अटैक सरवाइवर्स को मेडिकल और लीगल हेल्प के साथ ही उनके जीवन को वापस सामान्य करने में उनकी मदद करता है। प्रज्ञा इन सरवाइवर्स को उनके पैरों पर खड़ा करने में उनकी हरसंभव मदद करती हैं। प्रज्ञा देश में स्किन डोनेशन को लेकर लगातार लोगों को जागरूक कर रही हैं। प्रज्ञा की यह प्रेरणादायक कहानी आप इधर पढ़ सकते हैं।