फटाफट पढ़ें इस हफ्ते की टॉप 5 स्टोरीज़
बीते हफ्ते प्रकाशित हुईं कुछ बेहतरीन स्टोरीज़ इधर हम आपके सामने संक्षेप में प्रस्तुत कर रहे हैं।
देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, इस दौरान बने हालातों ने कई वर्गों के लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है। मध्यमवर्ग भी इस मार से अछूता नहीं रहा है, लेकिन थोड़ी सी प्लानिंग के साथ इस संकट से उबरा जा सकता है। इसी के साथ इस दौरान नौकरियों पर भी भारी संकट छाया हुआ है, जिसके चलते चिंता की लकीर और गाढ़ी हो गई है।
बीते हफ्ते हमने इस संबंध में कई स्टोरीज़ पब्लिश की हैं, जिन्हे इधर हम आपके सामने संक्षेप में प्रस्तुत कर रहे हैं। आप इन स्टोरीज़ के साथ दिये गए लिंक पर क्लिक कर इन्हे विस्तार से भी पढ़ सकते हैं।
चोट से कैसे उबरे मध्यमवर्ग?
कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। इस दौरान मध्यमवर्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बड़ी संख्या में नौकरियों पर आए संकट और अनिश्चितता के दौरान में मध्यमवर्ग के लिए चिंता बनी हुई है, लेकिन बावजूद इसके कुछ जरूरी कदम उठाते हुए मध्यमवर्ग इस संकट पर काबू पा सकता है।
इस दौरान सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या एक परिवार किसी योजना के तहत इस आर्थिक संकट का उसके ऊपर पड़ने वाले असर को कम कर सकता है? जवाब है हाँ। अगर अधिक बचत के लिए अभी से एक खाका तैयार कर लिया जाए तो आपको इसका फायदा मिल सकता है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप इधर क्लिक कर यह रिपोर्ट पढ़ सकते हैं।
कोरोना योद्धा होंगे सुरक्षित
कोरोना वायरस के चलते बने हालातों में सबसे अधिक संकट का सामना स्वास्थ्यकर्मियों को करना पड़ रहा है। मरीजों के लगातार संपर्क में रहने के चलते स्वास्थ्यकर्मियों में भी लगातार संक्रमण का खतरा बना रहता है, लेकिन चेन्नई स्थित स्टार्टअप HELYXON ने एक ऐसी डिवाइस का निर्माण किया है, जिसके जरिये स्वास्थ्यकर्मियों को इस खतरे से बचाया जा सकता है।
योरस्टोरी से बातचीत में कंपनी के संस्थापक विजय ने बताया,
“वर्तमान में, COVID-19 रोगियों के तीन प्रकार हैं। एक बिना लक्षण वाले, दूसरे हल्के लक्षणों वाले और अन्य गंभीर रूप से बीमार रोगी हैं, जबकि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को ICU की आवश्यकता होती है, अन्य दो प्रकार के रोगियों को HELYXON के उत्पादों का उपयोग करके निगरानी की जा सकती है।"
इन उपकरणों के बारे में आप पूरी जानकारी इधर पढ़ सकते हैं।
पाएँ घर बैठे नौकरी
फिलहाल अगर आप नौकरी ढूंढ रहे हैं तो आपके पास अब घर पर बैठे हुए एक अच्छा रोजगार पाने के कई रास्ते हैं। कोरोना वायरस के चलते बने हालातों में बड़ी तादाद में नौकरियों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, लोग कुछ भी नया काम करने से फिलहाल घबरा रहे हैं। इन सब के बीच अगर आप भी कुछ काम करके पैसे कमाना चाहते हैं और आपके पास निवेश के लिए कोई पैसा नहीं है तो आप स्टोरी में दिये गए विकल्पों को ट्राई कर सकते हैं।
आपको काम करने की स्वतन्त्रता और अच्छा पैसा चाहिए तो आपको इन सभी विकल्पों पर गौर जरूर करना चाहिए, जिनके द्वारा आप घर पर बैठे हुए अच्छी-ख़ासी कमाई कर सकते हैं। इन विकल्पों के बारे में आप विस्तृत जानकारी इधर पा सकते हैं।
चुनौतियाँ साबित हुईं बौनी
उत्तराखंड के नैनीताल में जन्मे कंचन कांडपाल के जीवन में कई चुनौतियाँ आईं पर वे चुनौतियाँ उनके हौसलों के सामने बौनी साबित हुईं। घर में पढ़ाई का माहौल था जिस वजह से कंचन हमेशा टॉपर ही रहे। बीटेक के बाद एक अच्छी नौकरी कंचन के हाथ में भी थी, लेकिन उन्हे ये सब मंजूर नहीं था फिर बस वो अपने सपनों के साथ दिल्ली आ गए।
कंचन की ये प्रेरक कहानी आप इधर पढ़ सकते हैं। कंचन कहते हैं कि, “मुखर्जी नगर पहुँचते ही एक बात सबने मन में बैठा दी, हिन्दी माध्यम से परीक्षा उत्तीर्ण करना उतना ही मुश्किल है, जितना किसी बॉलीवुड फिल्म को ऑस्कर से नवाजा जाना।” लेकिन हार मानना उन्होने कभी नहीं सीखा था।
पेशेवर इंजीनियर कर रहा किसानी
नासर एक पेशेवर इंजीनियर हैं, लेकिन वे आज किसान के रूप में दोगुनी कमाई कर रहे हैं। गौरतलब है कि नासर के पास खेत के नाम पर महज 60 वर्ग फीट जमीन है, लेकिन उन्होने इस जमीन पर 26 क़िस्मों की सब्जियाँ उगा रहे हैं।
इस बारे में नासर कहते हैं,
“जगह की कोई समस्या नहीं होती यदि आप अपने क्षेत्र की सही योजना बनाते हैं, तो आप अपनी ज़रूरत की सभी सब्जियाँ उगा सकते हैं। मेरा मानना है कि हर घर में एक मिनी किचन गार्डन होना चाहिए। अविश्वसनीय रूप से अपने खुद के हाथों उगाई हुई फसल को खाने की संतुष्टि और एक बार जब आप इसका अनुभव कर लेते हैं कि आप कभी भी खेती करने के लिए 'ना' नहीं कह पाएंगे।’’
नासर के बारे में आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं।